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Tag: GI Tag

मप्र : पन्ना के हीरों को मिलेगा जीआई टैग, आवेदन स्वीकृत

मप्र : पन्ना के हीरों को मिलेगा जीआई टैग, आवेदन स्वीकृत

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। बेशकीमती रत्न हीरा (precious stone diamond) की खदानों के लिए देश और दुनिया में प्रसिद्ध मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना जिले (Panna district) की धरती से निकलने वाले हीरों को जल्द ही जीआई टैग मिल (GI tag) सकता है। इसके लिए दो दिन पहले यानी 7 जून को किया गया आवेदन जीआई टैक प्रदान करने वाली संस्था ने स्वीकार कर लिया है। इससे पन्ना के हीरों को जीआई टैग मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। यह जानकारी पन्ना के हीरा अधिकारी रवि पटेल ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि जीआई टैग मिलने से पन्ना के हीरों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैल्यू बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि जीआई (ज्योग्राफिकल इंडिकेशन) यानी भौगोलिक संकेत एक प्रतीक है, जो मुख्य रूप से किसी उत्पाद को उसके मूल क्षेत्र से जोड़ने के लिए दिया जाता है। जिस वस्तु को यह टैग मिलता है, वह उसकी विशेषता बताता है। उन्होंने बताया कि पन्ना के हीरों...
शरबती गेंहू सहित मध्य प्रदेश के नौ उत्पादों को मिला जीआई टैग

शरबती गेंहू सहित मध्य प्रदेश के नौ उत्पादों को मिला जीआई टैग

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का सुप्रसिद्ध शरबती गेंहू (famous Sharbati wheat) अब देश की बौद्धिक संपदा (Intellectual property) में सम्मिलित हो गया है। कृषि उत्पाद श्रेणी में शरबती गेंहू सहित रीवा के सुंदरजा आम (Sunderja Mangoes of Rewa) को हाल ही में जीआई रजिस्ट्री (GI Registry) द्वारा पंजीकृत किया गया है। खाद्य सामग्री श्रेणी में मुरैना गजक ने जीआई टैग प्राप्त किया है। हस्तशिल्प श्रेणी में प्रदेश की गोंड पेंटिंग, ग्वालियर के हस्तनिर्मित कालीन, डिंडोरी के लोहशिल्प, जबलपुर के पत्थर शिल्प, वारासिवनी की हैंडलूम साड़ी तथा उज्जैन के बटिक प्रिंट्स को भी जीआई टैग प्राप्त हुआ है। जनसम्पर्क अधिकारी जकिया रूही ने शुक्रवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के इंडस्ट्री प्रमोशन एडं इंटरनल ट्रेड द्वारा मध्य प्रदेश के नौ उत्पादों को जीआई टैग प्रदान किया गया है।...
मप्रः रीवा के सुंदरजा आम और मुरैना की गजक को मिला जीआई टैग

मप्रः रीवा के सुंदरजा आम और मुरैना की गजक को मिला जीआई टैग

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी बधाई भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा जिले (Rewa district) का सुंदरजा आम (Sundarja Mango) वैसे तो अपनी खासियत के लिए पूरे विश्व में मशहूर है लेकिन अब इसकी पहचान और ज्यादा खास होने जा रही है। कारण यह है कि रीवा के सुंदरजा आम को अब जीआई टैग (GI tag) मिल गया है। सुंदरजा आम के अलावा मध्यप्रदेश के ही मुरैना की गजक (Morena's Gajak) और छत्तीसगढ़ के धमतरी के नागरी दूबराज चावल (Nagari Dubraj Rice) को भी जीआई टैग प्रदान किया गया है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से दी। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से रीवा के सुंदरजा आम, मुरैना की गजक और छत्तीसगढ़ के धमतरी के नागरी दूबराज चावल को टीआई टैग मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने रविवार को ट्वीट ...

मिथिलांचल के मखाना को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, जीआई टैग मिला

देश, बिज़नेस
- बिहार के मखाना का सालाना एक हजार करोड़ रुपये का है कारोबार - कीमत 600 रुपये प्रति किलो, सालाना 40 हजार टन होता है उत्पादन नई दिल्ली। बिहार ( Bihar) में मखाना (Makhana farming) की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है। केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास से मिथिलांचल (Mithilanchal) के मखाना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान (International recognition) मिल गई है। मखाना को भौगौलिक संकेतक (जीआई) टैग (GI tag) मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मखाने के साथ बिहार और मिथिलांचल का नाम जुड़ गया है। मिथिलांचल के मखाना को जीआई टैग मिलने के बाद इसके सालाना कारोबार में 10 गुना तक की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिसके बाद मखाने का कारोबार 10 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए साल 2002 में दरभंगा में राष्ट्रीय मखाना शोध केंद्र की स्थापना की गई है। बिहार के दरभंगा में स्थित ...