Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: General Elections

आम चुनाव और मुस्लिम तुष्टीकरण का विकृत खेल

आम चुनाव और मुस्लिम तुष्टीकरण का विकृत खेल

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- मृत्युंजय दीक्षित आम चुनाव के मतदान के दो चरण समाप्त हो जाने के बाद सभी राजनीतिक दलों को जनता के मध्य अपनी स्थिति की वास्तविकता का कुछ सीमा तक पता चल गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की सम्भावना वाली भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए विपक्ष ने एक बार फिर मुस्लिम तुष्टीकरण का विकृत खेल खेलना प्रारम्भ कर दिया है। तथाकथित इंडी गठबंधन में शामिल दलों के नेता लगातार भड़काऊ और नफरत भरी बयानबाजी कर रहे हैं, जिसमें अब वोट जिहाद और तालिबान भी आ गया है। दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ आतंकी फंडिंग मामले में सजा काट रहे यासीन मलिक का फोटो लगाया गया है। पोस्टर में यासीन मलिक की रिहाई के साथ कांग्रेस को वोट देने की अपील की गई है। हालांकि जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने यह पोस्टर हटा दिया। आतंकी यासीन मलिक कुख्या...
चार सौ पार के नारे के इर्द-गिर्द सिमटा चुनावी विमर्श

चार सौ पार के नारे के इर्द-गिर्द सिमटा चुनावी विमर्श

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- विकास सक्सेना देश में लोकतंत्र का महापर्व आम चुनाव चल रहा है। मतदाताओं को लुभा कर उन्हें अपने पाले में लाने के लिए सभी राजनैतिक दल पूरी ताकत के साथ जुटे हुए हैं। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव पिछले चुनावों के मुकाबले कई मायनों में अलग है। देश की सामरिक, आर्थिक, औद्योगिक और सांस्कृतिक प्रगति के साथ कूटनीतिक सफलता से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब से अबकी बार 400 पार का नारा दिया है, पूरा चुनावी विमर्श इसी के इर्द-गिर्द सिमट कर रह गया है। केंद्र की सत्ताधारी भाजपा और उसके समर्थक दलों के नेता ये साबित करने का प्रयास कर रहे हैं कि इस बार उन्हें 400 से ज्यादा सीटों पर विजय मिलने जा रही है और विपक्षी पूरी ताकत से दावा कर रहे हैं 400 पार का नारा भाजपा का ख्याली पुलाव भर है जो कभी पूरा नहीं होगा। इस सबके बीच लोकसभा चुनाव 2024 के बाद देश की सत्ता कौन संभालेगा इसको लेकर सत्तापक्ष और विपक...
लोकतंत्र के महापर्व में संवाद की शालीनता अपरिहार्य

लोकतंत्र के महापर्व में संवाद की शालीनता अपरिहार्य

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- हृदयनारायण दीक्षित आम चुनाव की घोषणा के साथ आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। सामान्य संवाद की भाषा बदल गई है। शब्द आक्रामक हो गए हैं। संवाद की शालीनता समाप्त हो रही है। कायदे से दलतंत्र को लोकतंत्र की मजबूती के लिए काम करना चाहिए। संवाद की भाषा परस्पर प्रेमपूर्ण होनी चाहिए। दल परस्पर शत्रु नहीं हैं। वे लोकतांत्रिक व्यवस्था को आमजनों तक ले जाने और मजबूत करने के उपकरण हैं। लेकिन शब्द अपशब्द हो रहे हैं। वैचारिक आधार पर दलों के मध्य बहस नहीं है। प्रधानमंत्री तक को अपशब्द कहे गए हैं। भारत के आम चुनाव दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्री उत्सव हैं। लेकिन अपशब्दों के प्रयोग वातावरण को उतप्त कर रहे हैं। आचार संहिता में निर्देश दिए गए हैं कि सभी दल और उम्मीदवार जाति, सम्प्रदाय, पंथिक समूह या भाषाई समूहों के मध्य अलगाववाद बढ़ाने से दूर रहेंगे। परस्पर विद्वेष और तनाव बढ़ाने वाले शब्दों का प्रयोग नही...
पाकिस्तान में लोकतंत्र है या सेनातंत्र ?

पाकिस्तान में लोकतंत्र है या सेनातंत्र ?

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- सुरेश हिंदुस्तानी पाकिस्तान के बनने के पश्चात प्रारंभ से पैदा हुई उसकी राजनीतिक दुश्वारियां अभी तक पीछा नहीं छोड़ रही हैं। सत्ता के संघर्ष के इस खेल में पाकिस्तान ने पाया कुछ नहीं, इसके विपरीत खोया बहुत है। आम चुनाव में पाकिस्तान के राजनीतिक आसमान में फिर से अस्थिरता के बादल उमड़ते-घुमड़ते दिखाई दिए। पाकिस्तान की सेना और आतंकियों के संकेत पर जबरदस्ती पदच्युत किए गए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए इस चुनाव में राह को कठिन बनाने की भरपूर राजनीति की गई। इसके बाद भी पाकिस्तान में एक बड़ी ताकत के रूप में अपना स्थान कायम रखा। इसे इमरान खान की लोकप्रियता ही कहा जाएगा कि उनके विरोधी दल ताल ठोककर मैदान में सामने खड़े थे, इसके बाद भी इमरान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ सबसे बड़े दल के रूप में उभर कर आई। वहीं नवाज शरीफ की पार्टी मुस्लिम लीग नवाज दूसरे और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्...
Bangladesh: आम चुनाव रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष का देशव्यापी हड़ताल

Bangladesh: आम चुनाव रद्द करने की मांग को लेकर विपक्ष का देशव्यापी हड़ताल

विदेश
ढाका (Dhaka)। बांग्लादेश (Bangladesh) में आम चुनाव को रद्द करने की मांग (demands cancellation of general elections) को लेकर विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) (Opposition Bangladesh Nationalist Party (BNP) ने गुरुवार को 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल (Nationwide strike) का आह्वान किया। इसके साथ विपक्ष ने यह भी दावा किया कि इस चुनाव का उद्देश्य प्रधानमंत्री शेख हसीना की आवामी लीग को लगातार चौथे कार्यकाल के लिए सत्ता में लाना है। बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल के बहुप्रतीक्षित आम चुनाव 7 जनवरी की घोषणा के बाद विपक्षी दल का यह बयान आया है। बीएनपी के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव रुहुल कबीर रिजवी ने रविवार सुबह 6 बजे से दो दिवसीय आम हड़ताल का आह्वान किया। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली पार्टी ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा को खारिज किया और चुनाव प्रक्रि...
नमामि गंगे का परिवहन पहलू

नमामि गंगे का परिवहन पहलू

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री साल 2014 के आम चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने काशी में कहा था- 'मुझे मां गंगा ने बुलाया है।' वो लंबे समय से पतित-पावन गंगा नदी को निर्मल और अविरल बनाने का सपना देख रहे थे। काशी और हल्दिया को उन्होंने जल मार्ग से जोड़ने की बात कही थी। आजादी के बाद पहली बार नमामि गंगे की सूत्रधार मोदी सरकार ने जल परिवहन की शुरुआत की है। यह काशी के साथ ही पूरे उत्तर प्रदेश के लिए उपलब्धि है। इतना ही नहीं इसका फायदा पश्चिम बंगाल तक दिखाई देने लगा है। जितना सामान लेकर पानी का पहला जहाज आया उतना समान लाने के लिए सोलह ट्रक लगते। यह जल परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम है। यह कार्य आजादी के बाद से ही करना चाहिए था। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। वर्तमान सरकार द्वारा सैकड़ों नेशनल जल मार्ग पर कार्य किया जा रहा है। बिहार , झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सभी जल मार्ग से जुड़ रहे हैं। व्य...