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Tag: GDP growth

रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का जताया अनुमान

रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का जताया अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बुधवार को वित्त वर्ष 2024-25 में सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई गवर्नर ने 7 अक्‍टूबर से शुरू तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक में लिए गए इस फैसले की जानकारी दी। शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद मीडिया को बताया कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में वास्तविक जीडीपी में वृद्धि 6.7 फीसदी हुई है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि घरेलू मांग में सुधार, कच्चे माल की कम लागत और सरकारी नीतियों से विनिर्माण क्षेत्र में आ रही तेजी की वजह से चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने ब्याज दर को यथावत रखने के पक्ष में 5:1 के बहुमत से फैसला लिया गया है। उन्‍होंने कहा कि एमपीसी के सदस्यों ने उम्मीद जताई है कि चालू वित...
डेलॉयट इंडिया ने भारत की जीडीपी वृद्धि 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया

डेलॉयट इंडिया ने भारत की जीडीपी वृद्धि 6.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। वित्तीय परामर्श कंपनी (Financial consulting company) डेलॉयट इंडिया (Deloitte India) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारत (India) की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) 6.6 फीसदी रहने का अनुमान (estimated 6.6 percent ) जताया है। डेलॉयट ने निर्यात में तेजी और पूंजी प्रवाह को इसकी मुख्य वजह बताया है। डेलॉयट इंडिया ने शुक्रवार को भारत की आर्थिक परिदृश्य पर जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.6 फीसदी रहने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक मध्यम आय वर्ग की तेज वृद्धि से क्रय शक्ति बढ़ी है। प्रीमियम लक्जरी उत्पादों एवं सेवाओं की मांग भी उत्पन्न हुई है। वित्तीय परामर्श कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के पूर्वानुमान को भी संशोधित कर 7.6 फीसदी से 7.8 फीस...
जीडीपी ग्रोथ में तेजी, महंगाई दर में कमी आई, विदेशी मुद्रा भंडार उच्चतम स्तर पर

जीडीपी ग्रोथ में तेजी, महंगाई दर में कमी आई, विदेशी मुद्रा भंडार उच्चतम स्तर पर

अवर्गीकृत, देश
- दुर्लभ संसाधनों के आवंटनकर्ता से बाजार अर्थव्यवस्था को सक्षम बनाने वाला बना आरबीआई : दास नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर (Reserve Bank of India (RBI) Governor) शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने सोमवार को कहा कि आरबीआई दुर्लभ संसाधनों के आवंटनकर्ता (RBI allocator of scarce resources) से बाजार अर्थव्यवस्था को सक्षम बनाने वाला बन गया है। देश में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ में तेजी देखने को मिल रही है, जबकि महंगाई दर में कमी आई है। विदेशी मुद्रा भंडार अबतक के उच्चतम स्तर पर है। शक्तिकांत दास ने आरबीआई के 90वें स्थापना दिवस के मौके पर यहां अयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक का प्रयास अगले दशक में एक स्थिर और मजबूत वित्तीय प्रणाली प्रदान करना होगा, जो देश की आर्थिक प्रगति के लिए आधार के तौर पर ...
फिच ने 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर सात फीसदी किया

फिच ने 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर सात फीसदी किया

देश, बिज़नेस
- वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 7.8 फीसदी रहने का जताया अनुमान नई दिल्ली (New Delhi)। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच (Global Rating Agency Fitch) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) के अपने अनुमान को संधोधित किया है। फिच ने इसमें 0.50 फीसदी का इजाफा (0.50 percent increase) कर 6.50 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। इसी तरह रेटिंग एजेंसी ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में विकास दर 7.8 फीसदी (Growth rate 7.8 percent) रहने का अनुमान जताया है। रेटिंग एजेंसी ने गुरुवार को जारी मार्च आउटलुक रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। एजेंसी ने अपने 6.50 फीसदी के अनुमान में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी की है। एजेंसी ने कहा कि उभरती अर्थव्यवस्था में खासकर भारत की जीडीपी ग्रो...
आरबीआई का वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान

आरबीआई का वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
मुंबई (Mumbai)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI) ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर (Gross Domestic Product (GDP) growth rate) सात फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिनों तक चली समीक्षा बैठक के नतीजे की घोषणा करते हुए कहा कि ग्रामीण मांग में तेजी जारी है, शहरी खपत मजबूत बनी हुई है। वहीं, पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण निवेश का चक्र रफ्तार पकड़ रहा है। उन्होंने कहा कि निजी निवेश में भी सुधार के संकेत दिख रहे हैं। शक्तिकांत दास ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी की वृद्धि दर सात फीसदी रहने का अनुमान जताया। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अप्रैल-...
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रहने का अनुमान: IMF

वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रहने का अनुमान: IMF

देश, बिज़नेस
-वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.3 फीसदी आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान रखा बरकरार नई दिल्ली (New Delhi)। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) (International Monetary Fund - IMF) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth forecast) के अनुमान में इजाफा (increased) किया है। आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ रेट (Gross Domestic Product (GDP) Growth Rate) में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी कर 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले आईएमएफ ने 5.9 फीसदी आर्थिक वृद्धि दर रहने का अनुमान जताया था। आईएमएफ ने मंगलवार को जारी अपनी ताजा विश्व आर्थिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा कि घरेलू निवेश के चलते आर्थिक विकास दर उम्मीद से बेहतर रहने वाला है। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, ये भारत सरकार और रिजर्व बैं...

तेज अर्थव्यस्था पर आगे कई बाधाएं

अवर्गीकृत
- विक्रम उपाध्याय भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी की वृद्धि दर दुनिया भर के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि आर्थिक रूप से समृद्ध लगभग सभी देशों के बाजार में एक तरह से मुर्दनी छायी हुई है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भारत के जीडीपी में 13.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो पूरे विश्व में सबसे अधिक है। चीन की पहली तिमाही के जीडीपी में 4.8 प्रतिशत, अमेरिका की पहली तिमाही की वृद्धि दर माइनस 0.6 प्रतिशत, आस्ट्रेलिया की पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 0.8 प्रतिशत, ब्रिटेन की 0.6 प्रतिशत और जर्मनी की जीडीपी वृद्धि दर 0.10 प्रतिशत रही है। यदि आकार के आधार पर आकलन करे तो भारत की पहली तिमाही की जीडीपी 36.85 लाख करोड़ रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 32.46 लाख करोड़ थी। कहने की जरूरत नहीं है कि भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को ना सिर्फ पटरी पर रखा है, बल्कि विकास का एक बड़ा रोडम...