Friday, September 20"खबर जो असर करे"

Tag: G-20 summit

मैक्रों की भारत और राहुल की फ्रांस यात्रा

मैक्रों की भारत और राहुल की फ्रांस यात्रा

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री जी-20 शिखर सम्मलेन में दुनिया के दिग्गज नेता सहभागी हुए। सभी ने एक स्वर में भारत के विचार प्रस्ताव और सत्कार को विलक्षण बताया। इन विदेशी मेहमानों को ऐसा उदार चिंतन पहले किसी अन्य सम्मेलन में देखने को नहीं मिला था। यह संयोग था कि इसी समय राहुल गांधी विदेश यात्रा पर थे। इसके पहले नरेन्द्र मोदी की अमेरिका यात्रा के पहले भी राहुल गांधी ने संयोग बनाया था। मोदी की यात्रा से ठीक पहले वह अमे्रिका गए थे। उनकी प्रत्येक विदेश यात्रा में भारत की प्रतिष्ठा के अनुरूप कोई बयान नहीं होता। हर बार, हर जगह एक जैसे बयान। इस बार भी उन्होंने फ्रांस में वही दोहराया। कहा कि भारत में लोकतंत्र, संविधान पर हमला हो रहा है, आवाज को दबाया जाता है, मुसलमानों दलितों को निशाना बनाया जा रहा है, केरोसिन छिड़क दिया गया है...आदि। इतना ही नहीं राहुल ने मणिपुर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भी विचार ...
सीतारमण ने चीन के वित्त मंत्री लियू कुन से मुलाकात की

सीतारमण ने चीन के वित्त मंत्री लियू कुन से मुलाकात की

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने रविवार को नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 summit) के मौके पर चीन के वित्त मंत्री लियू कुन (China's Finance Minister Liu Kun) से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने जी-20 से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि वित्त मंत्री सीतारमण ने राजधानी नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन चीन के अपने समकक्ष लियू कुन से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के वित्त मंत्रियों ने जी-20 से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उल्लेखनीय है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन ‘नई दिल्ली घोषणापत्र’ को आम सहमति से पारित किया गया। वित्त मंत्र...
जी-20 शिखर सम्मेलन से देश के व्यापार में बड़ी वृद्धि की उम्मीद

जी-20 शिखर सम्मेलन से देश के व्यापार में बड़ी वृद्धि की उम्मीद

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन भारतीय व्यापार के लिए कई बेहतर रास्ते और अवसर प्रदान करेगा। देशभर के व्यापारी शिखर सम्मेलन में लिये जाने वाले निर्णयों का उत्सुकता से इंतजार करेंगे। कन्फेडेरशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने गुरुवार को यह बात कही। खंडेलवाल ने यहां जारी एक बयान में कहा कि राजधानी दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम वित्तीय समावेशन और डिजिटल प्रौद्योगिकी की स्वीकृति और कराधान नीतियों में सुधार पर कुछ रणनीतिक निर्णयों की उम्मीद करते हैं, जिसका न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एसएमई) व्यापार के विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। खंडेलवाल ने बताया कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान लिये गए विभिन्न निर्णयों का अध्ययन करके उन्हें समझने एवं उन्हें भारत के व्यापारिक समुदाय के ...
मप्र में जी-20 शिखर सम्मेलन देश की पहचान स्थापित करने का दुर्लभ अवसर : शिवराज

मप्र में जी-20 शिखर सम्मेलन देश की पहचान स्थापित करने का दुर्लभ अवसर : शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने की जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि मध्य प्रदेश में जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit in Madhya Pradesh) का आयोजन देश की पहचान स्थापित करने का दुर्लभ अवसर है। हमें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। सम्मेलन में भाग लेने आने वाले डेलीगेट्स का स्वागत अच्छा हो और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। सम्मेलन को व्यवस्थित बनाने की तैयारी अभी से शुरू कर दी जाए। मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को अपने निवास पर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में इंदौर और पन्ना जिले के प्रभारी मंत्री, संबंधित जिलों के अधिकारी और जन...
भारत तय करेगा विश्व की दिशा एवं दशा

भारत तय करेगा विश्व की दिशा एवं दशा

अवर्गीकृत
- डॉ. विपिन कुमार भारत अगले साल जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी और अध्यक्षता करेगा। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जी-20 सम्मेलन के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण कर दिया है। जी-20 अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समन्वय के सबसे बड़े एवं प्रतिष्ठित मंचों में से एक है। इसके सदस्य देशों में संपूर्ण विश्व की दो तिहाई जनसंख्या समाहित है और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं देशों से आता है। ये देश पूरे विश्व के 75 प्रतिशत व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं और अब जब भारत इस समूह की अगुवाई करने जा रहा है । ऐसे में यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और स्वाभिमान का विषय है। यह वास्तव में आजादी के अमृतकाल में हमारी प्रतिबद्धता को नई मजबूती प्रदान करेगा। गौरतलब है कि भारत इस निकाय की अध्यक्षता 01 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक करेगा और इसकी निगरानी के ...