Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Flag bearer

पेरिस ओलंपिक: समापन समारोह में मनु भाकर के साथ भारत के ध्वजवाहक होंगे पीआर श्रीजेश

पेरिस ओलंपिक: समापन समारोह में मनु भाकर के साथ भारत के ध्वजवाहक होंगे पीआर श्रीजेश

खेल
नई दिल्ली। बुधवार को फ्रांस की राजधानी में स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक के साथ अपना अभियान समाप्त करने वाली भारतीय हॉकी टीम (Indian hockey team) के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ( goalkeeper PR Sreejesh) 11 अगस्त को पेरिस 2024 ओलंपिक (Paris 2024 Olympics) के समापन समारोह (closing ceremony) के दौरान मनु भाकर (Manu Bhaker ) के साथ भारत के ध्वजवाहक ( India's flag bearer) होंगे। 36 वर्षीय श्रीजेश 2021 में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के भी सदस्य थे। आईओए ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर के साथ संयुक्त ध्वजवाहक के रूप में हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश के नामांकन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।" आईओए अध्यक्ष डॉ पीटी उषा ने कहा कि श्रीजेश आईओए नेतृत्व के भीतर एक भावनात्मक और लोकप्रिय पसंद ...
पेरिस ओलंपिक समापन समारोह में भारत की ध्वजवाहक होंगी मनु भाकर

पेरिस ओलंपिक समापन समारोह में भारत की ध्वजवाहक होंगी मनु भाकर

खेल, देश
नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता (olympic medalist) और स्टार निशानेबाज मनु भाकर (Star shooter Manu Bhaker) चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) के समापन समारोह में देश की ध्वजवाहक होंगी। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की। पुरुष ध्वजवाहक का चयन बाद में किया जाएगा। आईओए के बयान में कहा गया, "आईओए अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा और चीफ डी मिशन गगन नारंग को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि पिस्टल शूटर मनु भाकर समापन समारोह में ध्वजवाहक होंगी। पुरुष ध्वजवाहक का चयन बाद में किया जाएगा।" साथ ही, भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) ने ध्वजवाहक के रूप में चुने जाने पर उनकी प्रतिक्रिया का एक वीडियो पोस्ट किया। एसएआई मीडिया ने पोस्ट में कहा, "बेशुमार खुशी! मनु भाकर को पता चला है कि उन्हें पेरिस ओलंपिक के समापन समारोह में ध्वजव...
महाराणा प्रताप: राजपूत आन-बान-शान के ध्वजावाहक

महाराणा प्रताप: राजपूत आन-बान-शान के ध्वजावाहक

अवर्गीकृत
- रमेश सर्राफ धमोरा भारतीय इतिहास में राजपूताना का गौरवपूर्ण स्थान रहा है। यहां के रणबांकुरों ने देश, जाति, धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने में संकोच नहीं किया। वीरों की इस भूमि में राजपूतों के छोटे-बड़े अनेक राज्य रहे हैं, जिन्होंने भारत की स्वाधीनता के लिए संघर्ष किया। इन्हीं राज्यों में मेवाड़ का अपना अलग ही स्थान है। इसमें महाराणा प्रताप जैसे महान वीर ने जन्म लिया था। मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप अपने पराक्रम और शौर्य के लिए पूरी दुनिया में मिसाल के तौर पर जाने जाते हैं। एक ऐसे राजपूत राजा जो जीवन पर्यन्त मुगलों से लड़ते रहे, जिसने जंगलों में रहना पसंद किया, लेकिन कभी विदेशी मुगलों की गुलामी स्वीकार नहीं की थी। उन्होंने देश, धर्म और स्वाधीनता के लिए सब कुछ न्योछावर कर दिया था। महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को राजस्थान के कुम्भलगढ़ में सिसोदिया कुल में हुआ था। उनके...
श्रीराम की अयोध्या और जीवन संस्कार का संदेश

श्रीराम की अयोध्या और जीवन संस्कार का संदेश

अवर्गीकृत
- प्रभुनाथ शुक्ल श्रीराम हमारे आराध्य हैं। वह सनातन संस्कृत के ध्वजवाहक हैं। राम सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम ही नहीं हमारे समग्र संस्कार में समाहित हैं। राम के बिना पूरी हिंदू संस्कृति अधूरी है। वह जीवन दर्शन हैं। श्रीराम हमारे संस्कार हैं। हमें सद्चरित्र देते हैं। अत्याचार से लड़ने की ताकत देते हैं। विषम परिस्थितियों में भी जीवन को कैसे जिया जाए यह भी बताते हैं। श्रीराम के लिए धन, वैभव, यश, मान, सम्मान से कहीं अधिक ऊंचा उनका आचरण है। उन्हें सत्ता नहीं सदाचार प्रिय है। वह हमेशा मर्यादा में रहना चाहते हैं और हर प्राणी के सम्मान की रक्षा चाहते हैं। वह प्रजारंजक हैं। उपकार और परोपकार उनका जीवन दर्शन है। इसलिए राम हमारे कण-कण में विराजमान है। श्रीराम को भगवान के रूप में पूजने के बजाय हम उन्हें लोकनायक के रूप में अधिक समझ सकते हैं। तभी हमें चैत रामनवमी की सार्थकता समझ में आएगी। अयोध्या श्रीराम क...