Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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योग में है सर्वे भवन्तु सुखिन: का भाव

योग में है सर्वे भवन्तु सुखिन: का भाव

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- डॉ. वंदना सेन विश्व को कल्याण का मार्ग दिखाने के लिए भारत का चिंतन पुरातन काल से रहा है। विश्व का कल्याण करने का भाव भारतीय चिंतन में हमेशा से रहा है। वर्तमान में विश्व में जितनी भी ज्ञान और विज्ञान की बातें की जाती हैं, वह भारत में युगों पूर्व की जा चुकी हैं। इससे कहा जा सकता है कि भारत में ज्ञान और विज्ञान की पराकाष्ठा थी, लेकिन यह हमारा दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि हम विदेशी चमक के मोहजाल में फंसकर अपने ज्ञान को संरक्षण प्रदान नहीं कर सके। जिसके कारण हम स्वयं ही यह भुला बैठे कि हम क्या थे। भारत की भूमि से विश्व को एक परिवार मानने का संदेश प्रवाहित होता रहा है, आज भी हो रहा है। यह अकाट्य सत्य है कि विश्व को शांति के मार्ग पर ले जाने का ज्ञान और दर्शन भारत के पास है। योग विधा एक ऐसी शक्ति है, जिसके माध्यम से दुनिया को स्वस्थ और मजबूती प्रदान की जा सकती है। 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरर...
वसुंधरा राजे ने दिखाया दम

वसुंधरा राजे ने दिखाया दम

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- रमेश सर्राफ धमोरा राजस्थान में भाजपा की वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने चूरू जिले के सालासर बालाजी मंदिर क्षेत्र में अपना जन्मदिन मनाने के बहाने अपनी ताकत का एहसास कराया। वसुंधरा राजे द्वारा यह एक तरह से सीधे भाजपा आलाकमान व अपने विरोधियों को दी गई चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि वसुंधरा राजे का जन्मदिन आठ मार्च को आता है। मगर उन्होंने चार दिन पूर्व ही शेखावाटी क्षेत्र के सालासर में अपने जन्मदिन के बहाने बड़ी जनसभा का आयोजन कर ताकत का अहसास करवाया है। वसुंधरा राजे ने जन्मदिन मनाने के लिए उसी दिन का चयन किया, जिस दिन भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा जयपुर में विधानसभा का घेराव किया जाना था। विधानसभा का घेराव कार्यक्रम को प्रदेश भाजपा द्वारा प्रायोजित किया जा रहा था। उसी के समानांतर वसुंधरा राजे का कार्यक्रम करना कुछ अलग ही कहानी बयां करता है। 2018 का विधानसभा चुनाव...
सज गया ‘चटकते रिश्तों के एहसास’ का बाजार

सज गया ‘चटकते रिश्तों के एहसास’ का बाजार

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- योगेश कुमार सोनी दुनिया में 'बहुत कुछ' बिकता है यह तो सुना था, लेकिन 'सब कुछ बिकता है 'यह पहली बार देख भी लिया। दिल्ली ट्रेड फेयर (अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला) में इस बार एक खास और अनोखे स्टार्टअप का स्टॉल चर्चा में रहा। इसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने तो इस पर मजे भी लिए। इस अनोखे स्टॉल ने मेले में लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। आपने तरह-तरह की सर्विस के बारे में सुना होगा, लेकिन हमारे देश में पहली बार यहां दर्शक 'फ्यूनरल एंड डेथ सर्विस' से अवगत हुए। इसका अर्थ होता है कि मरने के बाद इंसान के अंतिम संस्कार की सारी तैयारियां कंपनी ही करेगी। इसमें कंधा देने के लिए चार लोगों का इंतजाम करना हो या फिर पंडित-नाई की जरूरत हो। सुनकर बेहद अजीब लगता है, लेकिन यह बात सही और सच है। हालांकि दीगर मुल्कों में ऐसी सर्विस पहले से ही हैं। अब भारत में भी इसका बाजार आ...