संविधान हत्या दिवस की आवश्यकता क्यों?
- मृत्युंजय दीक्षित
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के नेतृत्व में इंडी गठबंधन ने एक झूठा नैरेटिव व्यापक स्तर पर चलाया था कि अगर केंद्र में नरेन्द्र मोदी इस बार 400 सीटों के साथ सरकार बनाने में सफल हो जाते हैं तो संविधान बदल दिया जाएगा तथा भविष्य में फिर कोई चुनाव नहीं होगा। इस झूठ ने चुनाव को प्रभावित किया और भाजपा अकेले पूर्ण बहुमत नहीं ला पाई। चुनाव के बाद संसद के प्रथम सत्र में इंडी गठबंधन के नेता संविधान के पॉकेट साइज संस्करण को लहराते दिखाई दिए। संविधान की सुरक्षा को लेकर देश में तीखी राजनीतिक बहस चल रही है। राहुल गांधी, अखिलेश यादव और शशि थरूर आदि ने संविधान के इसी पॉकेट साइज संस्करण को हाथ में लेकर शपथ ली। विपक्ष का इरादा आगामी विधानसभा चुनाव में भी संविधान की रक्षा करने का नैरेटिव चलाने का है, क्योंकि अब उसे लग रहा है कि संविधान, आरक्षण और लोकतंत्र की रक्षा के झूठे नैरेटिव के सह...