सोशल मीडिया पर फेक न्यूज की रफ्तार, चुनौती अपार
- ऋतुपर्ण दवे
जितनी रफ्तार से हम विज्ञान के साथ रचते-बसते और जीने की नई-नई तरकीबें सीखते जा रहे हैं, ठीक वैसे ही तमाम चुनौतियां मुंह बाएं आ खड़ी हैं। वास्तव में यह दौर इंटरनेट मीडिया का है जिससे हर हाथ को दुनिया तक अपने संदेशों को पहुंचाने की बहुत बड़ी ताकत मिली। अक्सर यही स्वतंत्रता के उपयोग और दुरुपयोग से झूठे संदेश या फेक न्यूज समाज, देश और दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बन जाते हैं। इस पर लगाम या कहें झूठे प्रसार को लेकर भारत सहित दुनिया भर में तमाम जतन किए जा रहे हैं, लेकिन सच यही है कि यह बड़ी चुनौती है। तमाम तरह के कानूनों के बावजूद अक्सर लोग उनके मोबाइल में आए या बनाए मैसेज को बिना सोचे, समझे और बुद्धि, विवेक से काम लिए सीधे आगे बढ़ा देते हैं या फॉरवर्ड कर देते हैं। बस इसी खेल के चलते बेहद कामयाब इंटरनेट तकनीक बड़ी चुनौती बन गई है।
जब इंटरनेट नहीं था तब लोग अखबारों पर ही खबरों के लिए ...