कर्पूरी ठाकुर और प्रधानमंत्री मोदी की पारखी नजर
- के. विक्रम राव
तीन निखालिस सोशलिस्ट, मुलायम सिंह यादव, जॉर्ज फर्नांडिस और अब कर्पूरी ठाकुर को पुरस्कार से नवाज कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी विशाल और उदार-हृदयता का परिचय दिया है। वर्ना आम सियासतदां के लिए यह लोहियावादी तो हमेशा अस्पृश्य ही रहे। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाना गैरमामूली निर्णय है।हम मीडिया-कर्मियों के लिए कर्पूरी ठाकुर ईमानदारी के प्रतिमान रहे। उन्हें कभी भी किसी पत्रकार से गिला शिकवा नहीं रहा। पटना में “हिंदुस्तान टाइम्स” के संपादक रहे सुभाषचंद्र सरकार कर्पूरी जी के कट्टर आलोचक रहे। उनके खिलाफ में खूब लिखा। बढ़कर, जमकर। पर जब कर्पूरी जी से वे मिले तो बोले : “कैसा व्यक्ति है ? लेशमात्र भी नाराज नहीं।” यह बात पत्रकार सुरेंद्र किशोर ने मुझे बताई। सुरेंद्र किशोर मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के निजी सचिव रहे। हमारे बडौदा डायनामाइट केस में हमारे वे पटना के संपर्क...