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IPL 2024: लखनऊ की प्लेऑफ की उम्मीदों को झटका, दिल्ली ने  19 रन से हराया

IPL 2024: लखनऊ की प्लेऑफ की उम्मीदों को झटका, दिल्ली ने 19 रन से हराया

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League- IPL) 2024 के 64वें मैच में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals-DC) ने लखनऊ सुपर जायंट्स (Lucknow Super Giants-LSG) को 19 रन से हराते हुए अपनी 7वीं जीत दर्ज की है। अरुण जेटली स्टेडियम में हुए मैच में DC ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 208/4 का स्कोर बनाया। जवाब में LSG की टीम 189/9 का स्कोर ही बना सकी। इसके साथ ही LSG की प्लेऑफ की उम्मीदों को झटका लगा है। DC से अभिषेक पोरेल (58) और शाई होप (38) ने शीर्षक्रम में उपयोगी योगदान दिया। मध्यक्रम में ऋषभ पंत (33) ने पारी को मजबूती दी और अंत में ट्रिस्टन स्टब्स (57*) ने टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में LSG ने 44 के स्कोर तक 4 विकेट खो दिए। इस बीच राहुल, हूडा और स्टोइनिस दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। ऐसे में निकोलस पूरन (61) और अरशद खान (58*) ने संघर्ष किया, लेकिन जीत नहीं दिला सके। ...
स्वाधीनता की अपेक्षाएँ

स्वाधीनता की अपेक्षाएँ

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- गिरीश्वर मिश्र स्वतंत्रता- यह शब्द सुन कर अक्सर मन में सबसे पहले बंधन से मुक्ति का भाव आता है। इस स्थिति में किसी तरह के बंधन नहीं रहते और प्राणी को स्वाधीनता का अहसास होता है। परंतु स्वतंत्रता निष्क्रिय शून्यता की स्थिति नहीं है और स्वतंत्रता स्वच्छंदता भी नहीं है। वह दिशाहीन नहीं हो सकती। बिना किसी लक्ष्य के निरुद्देश्य स्वतंत्रता कोई अर्थ नहीं रखती। इस बारे में सोचते हुए ये सवाल उठते हैं कि स्वतंत्रता किससे चाहिए? और यह भी कि स्वतंत्रता किसलिए चाहिए? सच कहें तो स्वतंत्रता या स्वतंत्र (बने) रहना एक क्रिया है, एक जिम्मेदार क्रिया क्योंकि इसमें किसी और पर निर्भरता नहीं रहती। स्वतंत्र होकर संकल्प और आचरण के केंद्र हम स्वयं हो जाते हैं। स्वतंत्रता बनी रहे और जिस उद्देश्य के लिए है, वह पूरा होता रहे ऐसा अपने आप नहीं हो सकता। इसके लिए प्रतिबद्धता और दिशाबोध के साथ जरूरी सक्रियता भी होनी चा...
विश्लेषण: आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरता बजट

विश्लेषण: आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरता बजट

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल सबसे लंबा बजट भाषण देने, परम्परा में बदलाव और पेपरलेस बजट जैसे कई रिकॉर्ड कायम करने के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए एक फरवरी को अपना पांचवां आम बजट पेश किया। यह बजट मोदी सरकार का 11वां और केन्द्र सरकार के मौजूदा कार्यकाल का पांचवां बजट था। इस बजट पर पूरे देश की नजरें केन्द्रित थी क्योंकि आम आदमी को इस बजट से ढेर सारी उम्मीदें थी। दरअसल माना जा रहा था कि इस वर्ष होने जा रहे कई विधानसभा चुनावों के साथ-साथ अगले वर्ष लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बजट में आम जनता के लिए राहतों का पिटारा खोला जाएगा और ये उम्मीदें बेकार भी नहीं गई। सरकार ने 45 लाख करोड़ रुपये के खर्च का जो बजट प्रस्तुत किया है, उसमें सरकार की पावतियां केवल 23.3 लाख करोड़ रुपये की ही होंगी और इस भारी-भरकम घाटे को पूरा करने के लिए सरकार विनिवेश के जरिये करीब 51 हजार करोड़ रुपये की धनराशि...