सदैव अनुकरणीय रहेंगे भगवान श्रीराम के आदर्श
- योगेश कुमार गोयल
समूचे भारतवर्ष में प्रतिवर्ष चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी को रामनवमी का त्यौहार भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो इस वर्ष 17 अप्रैल को मनाया जा रहा है। मान्यता है कि त्रेता युग में इसी दिन अयोध्या के महाराजा दशरथ की पटरानी महारानी कौशल्या ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को जन्म दिया था। रामनवमी के दिन श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में उत्सवों का विशेष आयोजन होता है, जिनमें भाग लेने के लिए देशभर से हजारों भक्तगण अयोध्या पहुंचते हैं। अयोध्या के भव्य राम मंदिर में जनवरी में हुई भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार पहली बार रामनवमी बेहद खास होगी। समूची अयोध्या नगरी इस दिन पूरी तरह राममय नजर आएगी और हर तरफ भजन-कीर्तन तथा अखण्ड रामायण के पाठ की गूंज सुनाई पड़ेगी। रामनवमी के अवसर पर भगवान राम के दर्शन के लिए इस बार लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने क...