परीक्षा व्यवस्था की प्रामाणिकता की चुनौती
- गिरीश्वर मिश्र
प्रतिष्ठित ‘नीट’ की परीक्षा पेपर लीक की घटना से अधर में लटकी है और उसकी प्रामाणिकता ख़तरे में है। ऐसे ही यूजीसी की शोधवृत्ति और अध्यापकी की पात्रता दिलाने वाली ‘नेट’ की ताजा परीक्षा रद्द कर दी गई है कारण कि परीक्षा का प्रश्नपत्र छात्रों तक परीक्षा शुरू होने के पहले ही पहुँच गया था। जानकारी के हिसाब से कुछ ख़ास स्थानों पर ही इस शैक्षिक हादसे के किरदार सक्रिय थे। यह सांस्कृतिक परिवर्तन को भी बता रहा है। ताजा घटनाओं से परीक्षा की प्रक्रिया में बाधा आई। अपने परिश्रम का प्रतिसाद न पाने के कारण परीक्षार्थियों में घोर निराशा पैदा हुई है । इन संवेदनशील मामलों को लेकर अब तक की हुई तहक़ीक़ात से खबर यही आ रही है कि हादसा स्थानीय था और उसका प्रभाव सीमित था। इन परीक्षाओं के षड्यंत्र में परीक्षार्थी, उद्यमी और नेता आदि अनेक क़िस्म के लोगों की मिलीभगत का धीरे-धीरे पर्दाफ़ाश हो रहा है...