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हर नागरिक कह रहा- फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पारः नड्डा

हर नागरिक कह रहा- फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पारः नड्डा

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। भाजपा के कार्यकर्ता (BJP workers) बहुत भाग्यशाली (lucky) हैं। ये उस दल के कार्यकर्ता हैं, जिसके चेहरे पर चुनाव में उतरने से पहले ही जीत का आत्मविश्वास (confidence of victory) साफ झलक रहा है। भाजपा ने वह समय भी देखा है जब नामांकन पत्र भरते (filling nomination form) समय ही प्रत्याशियों के मन में अपनी जीत को लेकर संदेह रहता था और आज वह समय भी देख रहे हैं जब जीत की नहीं अपितु वोटों के अंतर की बात कर रहे हैं। हर नागरिक, कार्यकर्ता कह रहा है कि ‘फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार’। इस सफलता के पीछे चार-चार पीढ़ियां खप गई हैं, उनका तप और परिश्रम है, जिसका फल आज के कार्यकर्ताओं को मिल रहा है। भाजपा ने वो समय भी देखा है जब लोग हार निश्चित होते हुए भी अपनी जमीनें बेचकर तब के जनसंघ की दीप को जलाए रखने के लिए चुनाव लड़ते थे और आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। भाजपा के क...
हर नागरिक पूरे उत्साह से मनाएं स्वतंत्रता दिवस, हर घर तिरंगा फहराए: शिवराज

हर नागरिक पूरे उत्साह से मनाएं स्वतंत्रता दिवस, हर घर तिरंगा फहराए: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- तिरंगा यात्रा में शामिल हुए मुख्यमंत्री, आजादी के अमर सेनानियों को किया नमन भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने देश की आजादी के लिए सर्वस्व बलिदान करने वाले वीरों को नमन करते हुए कहा कि हर नागरिक पूरे उत्साह से स्वतंत्रता दिवस ((celebrate independence day)) मनाएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के आह्वान पर हर घर राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराया जाए। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को बुधनी में हर घर तिरंगा रैली में शामिल होने के बाद नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। तिरंगा रैली से अभिभूत मुख्यमंत्री ने कहा कि बुदनी के इतिहास में यह पहला मौका है, जब इतनी बड़ी संख्या में हर वर्ग के नागरिकों ने हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जयकार से आकाश गुंजायमान कर दिया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान को ऐतिहासिक बताते ह...
संविधान दिवस: हर नागरिक को समान अधिकार देता है हमारा संविधान

संविधान दिवस: हर नागरिक को समान अधिकार देता है हमारा संविधान

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल वैसे तो विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था लेकिन इसे 26 नवम्बर 1949 को ही स्वीकृत कर लिया गया था। इसी दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था, इसीलिए 26 नवम्बर का दिन ही ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन संविधान निर्माता के रूप में डा. भीमराव अम्बेडकर को याद किया जाता है, जिन्होंने दुनिया के सभी संविधानों को परखने के बाद भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया। भारत का संविधान ऐसा महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार देता है और साथ ही हमारे कर्त्तव्यों को भी निर्धारित करता है। संविधान सभा को इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का लंबा समय लगा था। नरेन्द्र मोदी के देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद वर्ष 2015 में पहली बार निर्णय लिया गया कि संविधान सभा की नि...