Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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एसएंडपी का वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
- एजेंसी ने कहा, महंगाई दर वर्ष 2022 के अंत तक रह सकती है 6 फीसदी के ऊपर नई दिल्ली। वैश्विक रेटिंग्स एजेंसी एसएंडपी (Global Ratings Agency S&P) वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) 7.3 फीसदी रहने का अनुमान (Estimated to be 7.3 percent) जताया है। इसके साथ ही रेटिंग एजेंसी ने कहा कि महंगाई दर वर्ष 2022 के अंत तक छह फीसदी के ऊपर रह सकती है। एसएंडपी ने सोमवार को जारी एशिया प्रशांत के लिए अपने आर्थिक पूर्वानुमानों में कहा कि अगले साल भारत की आर्थिक वृद्धि को घरेलू मांग में सुधार का समर्थन मिलेगा। रेटिंग्स एजेंसी ने कहा कि हमने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृ्द्धि दर पूर्वानुमान को 7.3 फीसदी और अगले वित्तीय वर्ष के लिए 6.5 फीसदी पर बनाए रखा है। हालांकि, एसएंडपी का कहना है कि इसमें कमी का जोखिम बना हुआ है। दरअसल वैश्विक मंदी की आहट...

SBI का अनुमान- RBI नीतिगत ब्याज दरों में कर सकता है 0.50 फीसदी का इजाफा

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर में वृद्धि (increase in retail inflation) के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) नीतिगत ब्याज दरों (policy interest rates) में 0.35 से 0.50 तक फीसदी का इजाफा कर सकता है। एसबीआई ने अपने रिसर्च में यह अनुमान लगाया है। इसमें कहा गया है कि सितंबर में मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की अगामी बैठक में आरबीआई ये बढ़ोतरी कर सकता है। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक एमपीसी की अगली बैठक 28-30 सितंबर के बीच होने वाली है। ऐसे में एसबीआई का अनुमान है कि पिछली दो बार की तरह महंगाई से निजात पाने के लिए आरबीआई इस बार भी नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट में बढ़ोतरी करेगा। दरअसल दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों ने महंगाई पर काबू पाने के लिए नीतिगत दरों में हाल ही में इजाफा किया है। उल्लेखनीय है कि मौद्रिक नीति में सख्ती के वैश्विक ट्रेंड के मद्देनजर आर...