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एडीबी का 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान

एडीबी का 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
- वित्त वर्ष 2022-2023 में जीडीपी ग्रोथ 6.8 फीसदी रहने का जताया अनुमान नई दिल्ली (New Delhi)। विश्व बैंक (world Bank) के बाद एशियाई विकास बैंक (एडीबी) (Asian Development Bank (ADB)) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) के अनुमान में कटौती की है। एडीबी ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में देश की आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान (6.4 percent estimate) जताया है। एशियाई विकास बैंक ने मंगलवार को जारी एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) अप्रैल 2023 के ताजा संस्करण में ये बात कही है। एडीबी ने कहा कि सख्त मौद्रिक रुख और तेल की कीमतों में तेजी के कारण अर्थव्यवस्था पर दबाव रहेगा। रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहेगी। वहीं, 31 मार्च, 2023 को बीते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने...
वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान

वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
- आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 6.8 फीसदी रहने का जताया है अनुमान नई दिल्ली (New Delhi)। विनिर्माण क्षेत्र (weak manufacturing sector) के कमजोर प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर (country's economic growth rate) सात फीसदी रहने का अनुमान (estimated seven percent) है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जारी अग्रिम अनुमान में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने शुक्रवार को आर्थिक वृ्द्धि दर का अग्रिम अनुमान जारी किया है। एनएसओ के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी वृद्धि दर 8.7 फीसदी रहा था। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष ...
दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी रहने का अनुमानः एसबीआई रिसर्च

दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी रहने का अनुमानः एसबीआई रिसर्च

देश, बिज़नेस
-सरकार जुलाई-सितंबर तिमाही के जीडीपी के आंकड़े को 30 नवंबर को करेगी जारी नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) रिसर्च (State Bank Of India (SBI) Research) ने वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही (Second quarter of the financial year 2022-23) (जुलाई-सितंबर) में देश की आर्थिक वृद्धि दर (country's economic growth rate) के अनुमान को घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया है। एसबीआई रिसर्च ने जारी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। एसबीआई रिसर्च की ओर से सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 5.8 फीसदी रह सकती है, जो औसत अनुमान से 0.30 फीसदी कम है। एसबीआई रिसर्च के अनुसान शोध टीम ने यह अनुमान विनिर्माण गतिविधियों में कमजोरी और मार्जिन के बढ़ते दबाव को देखते हुए घटाया है। रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी परिस्थितियों में दूसरी तिमाही में...

सितंबर में जीएसटी संग्रह 1.45 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के र्मोचे (economy front) पर सरकार को राहत देने वाली खबर है। सितंबर महीने में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह (Goods and Services Tax (GST) Collection) करीब 1.45 लाख करोड़ रुपये (Rs 1.45 lakh crore) रहने का अनुमान है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि जीएसटी राजस्व संग्रह सितंबर महीने में 1.45 लाख करोड़ रुपये से कुछ ज्यादा रहने का अनुमान है। ऐसा कारोबारी गतिविधियों में तेजी से आने वाले महीने में जीएसटी राजस्व संग्रह और बेहतर होने की उम्मीद है। हालांकि, जीएसटी राजस्व संग्रह के आधिकारिक आंकड़े एक अक्टूबर को जारी किए जाएंगे। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल सितंबर में जीएसटी संग्रह 1.17 लाख करोड़ रुपये रहा था। उल्लेखनीय है कि मार्च से जीएसटी संग्रह लगातार 1.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल महीने में जीएसटी संग्रह रिकॉर...

मेक इन इंडिया के 8 साल पूरे, एफडीआई 100 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान

देश, बिज़नेस
-आठ साल में सालाना आधार पर एफडीआई दोगुना होकर 83 अरब डॉलर पर नई दिल्ली। भारत सरकार (Indian government) के प्रमुख कार्यक्रम मेक इन इंडिया (Make in India) के आठ साल पूरे (completes eight years) हो गए हैं। इस अवसर पर केंद्र सरकार का कहना है कि इस कार्यक्रम से देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) (Foreign Direct Investment (FDI)) तेजी से बढ़ा है, जो चालू वित्त वर्ष में 100 अरब डॉलर (100 billion dollars) तक पहुंच जाएगा। मेक इन इंडिया भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) का कायाकल्प करते हुए दुनिया के एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र और निवेश स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शनिवार को जारी बयान में यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि आठ सालों में भारत में सालाना आधार पर एफडीआई दोगुना होकर 83 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। मंत्रालय का दावा है कि यह वित्त वर्ष 2022-23 में य...