Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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एसबीआई ने चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7.4 फीसदी रहने का जताया अनुमान

एसबीआई ने चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7.4 फीसदी रहने का जताया अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) (State Bank of India - SBI) ने वित्त वर्ष 2023-24 की (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही (fourth quarter .) में देश की आर्थिक वृद्धि दर (Country's economic growth rate) 7.4 फीसदी रहने का अनुमान (Estimated 7.4 percent) जताया है। एसबीआई ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8 फीसदी रहने की बात कही है। एसबीआई रिसर्च की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी 7.4 फीसदी रहने की संभावना है, जबकि पूरे वित्त वर्ष में कुल जीडीपी वृद्धि 8 फीसदी तक पहुंचने की संभावना है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) 31 मई को बीते वित्त वर्ष 2023-24 के लिए चौथी तिमाही के लिए जीडीपी आंकड़े का अनंतिम अनुमान जारी करेगा। रिजर्व बैंक ऑफ (इंडिया) का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में वास्तव...
IMF ने 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अनुमान बढ़ाकर 6.8 फीसदी किया

IMF ने 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अनुमान बढ़ाकर 6.8 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यवस्था के र्मोचे (Front of economy) पर अच्छी खबर है। मूडीज (After Moody's) के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) (International Monetary Fund (IMF) ने वर्ष 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) के अनुमान (increased estimate) को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी (6.5 percent to 6.8 percent) कर दिया है। हालांकि, चीन की आर्थिक वृद्धि दर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मंगलवार को जारी ‘विश्व आर्थिक परिदृश्य’ के नवीनतम संस्करण में कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर वर्ष 2024 में 6.8 फीसदी और वर्ष 2025 में 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। आईएमएफ का यह अनुमान जनवरी की रिपोर्ट में 2024 के लिए भारत की सकल घरेल उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि 6.5 फीसदी रहने का अनुमान से बेहतर है। आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस तरह भ...
विपणन वर्ष 2023-24 में 340 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान

विपणन वर्ष 2023-24 में 340 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। चीनी मिलों (sugar mills) के संगठन इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (इस्मा) Indian Sugar Mills Association (ISMA) ने देश में चालू चीनी विपणन वर्ष 2023-24 (current sugar marketing year 2023-24) में चीनी उत्पादन (increase sugar production) के अनुमान को संशोधित कर 340 लाख टन (340 lakh tons) कर दिया है। यह जनवरी, 2024 में इस्मा के 330.5 लाख टन के पिछले अनुमान से 9.5 लाख टन अधिक है। चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। इस्मा ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की 12 मार्च को बैठक में चीनी उत्पादन के अनुमान में संशोधन किया गया है। इस बैठक में देशभर के चीनी उत्पादक शामिल रहे। इस बैठक में चालू चीनी विपणन वर्ष 2023-24 के लिए अपने चीनी उत्पादन अनुमान को (इथेनॉल में डायवर्जन से पहले) के लिए संशोधित कर 340 लाख टन कर दिया गया। इसस...
आरबीआई का वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान

आरबीआई का वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
मुंबई (Mumbai)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI) ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर (Gross Domestic Product (GDP) growth rate) सात फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिनों तक चली समीक्षा बैठक के नतीजे की घोषणा करते हुए कहा कि ग्रामीण मांग में तेजी जारी है, शहरी खपत मजबूत बनी हुई है। वहीं, पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण निवेश का चक्र रफ्तार पकड़ रहा है। उन्होंने कहा कि निजी निवेश में भी सुधार के संकेत दिख रहे हैं। शक्तिकांत दास ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी की वृद्धि दर सात फीसदी रहने का अनुमान जताया। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अप्रैल-...
आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर सात फीसदी किया

आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर सात फीसदी किया

देश, बिज़नेस
मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए देश के आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक ने मजबूत घरेलू मांग तथा विनिर्माण क्षेत्र में क्षमता इस्तेमाल बढ़ने के बीच विकास दर के अनुमान में इजाफा किया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शु्क्रवार को यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सर्वसम्मति से रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। उन्होंने मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजे के बारे में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर सात फीसदी रहेगी। दिसंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी और मार्च तिमाही में छह फीसदी रहने का अनुमान है। शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी ने मौद्रिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.7 फीसदी, दूसरी तिमाही के लिए 6.5 फीस...
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) (International Monetary Fund (IMF)) ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भारत (India) की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 फीसदी (Economic growth rate 6.8 percent) और वित्त वर्ष 2023-24 में 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, आईएमएफ ने कहा कि भारत मुश्किल चुनौतियों का सामना कर रहा है। आईएमएफ ने देररात अपनी वार्षिक परामर्श रिपोर्ट जारी की। इसमें कहा गया कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में मजबूती से आगे बढ़ रही है। कम अनुकूल परिदृश्य और सख्त वित्तीय स्थितियों के मद्देनजर वृद्धि दर मध्यम रहने का अनुमान है। रियल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वित्त वर्ष 2022-23 और वित्त वर्ष 2023-24 में क्रमश: 6.8 फीसदी और 6.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। आईएमएफ के भारतीय मिशन की प्रमुख शोएरी नाडा ने देररात वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि...

फिच ने देश के आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाकर 7 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
-वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का जताया अनुमान नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (economy front) पर झटका देने वाली खबर है। फिच की रेटिंग्स (Fitch's ratings) ने वित्त वर्ष 2022-23 (FY 2022-23) के लिए देश की आर्थिक विकास दर (country's economic growth rate) के पूर्वानुमान को घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। इससे पहले एजेंसी ने जून में 7.8 फीसदी वृद्धि दर का अनुमान जताया था। रेटिंग्स एजेंसी फिच ने गुरुवार को जारी अनुमान में कहा कि ऊंची महंगाई दर की वजह से चालू वित्त वर्ष में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7 फीसदी रहेगा। फिच ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि जून में लगाए गए 7.8 फीसदी की वृद्धि दर की तुलना में अब वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। इसके साथ ही एजेंसी ने कहा कि अगले वित्त वर्ष 2023-24 में भी भारत की आर्थ...

कैट का दीपावली तक देश में त्योहारी बिक्री एक लाख करोड़ रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
-चीनी वस्तुओं के बहिष्कार से चीन को 75 हजार करोड़ का लगेगा झटका नई दिल्ली। पिछले दो साल में कोरोना महामारी (corona pandemic) के कारण दिल्ली सहित देश के व्यापार पर बुरा असर (bad effect on business) पड़ा है। भारी धन संकट तथा बाज़ार में बड़ी उधारी के कारण व्यापारी वर्ग भारी वित्तीय दबाव (business class heavy financial pressure) में है, लेकिन 31 अगस्त से शुरू हुए गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) में हो रहे अच्छे व्यापार तथा भारतीय उत्पादों की ख़रीद के कारण व्यापारियों को उम्मीद बंधी हैं। इस वर्ष दीपावली (Diwali) तक देश में त्योहारी बिक्री एक लाख करोड़ रुपये (Festive sale Rs 1 lakh crore) तक हो सकती है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने यह बात कही। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने शुक्रवार को बताया कि 31 अगस्त से एक बार फिर चीनी वस्तुओं का देशव्यापी बहिष्कार अभियान शुरू किया है। ...

देश की अर्थव्यवस्था 2047 तक 20 हजार अरब डॉलर पहुंचने का अनुमानः बिबेक देबरॉय

देश, बिज़नेस
- ईएसी-पीएम के चेयरमैन ने ‘भारत के लिए प्रतिस्पर्धात्मकता का मसौदा @100 जारी किया नई दिल्ली। प्रधानमंत्री (Prime Minister ) की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) (Economic Advisory Council (EAC-PM)) के चेयरमैन (Chairman) बिबेक देबरॉय (Bibek Debroy) ने देश की अर्थव्यवस्था (country's economy) का आकार वर्ष 2047 तक 20 हजार अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान जताया है। उनका यह भी कहना है कि यह तभी हो सकता है जब अगले 25 साल में औसत वार्षिक वृद्धि 7 से लेकर 7.5 फीसदी हो। देबरॉय ने मंगलवार को ‘भारत के लिए प्रतिस्पर्धात्मकता का मसौदा @100 जारी करते हुए बताया कि अगर भारत अगले 25 साल में 7 से लेकर 7.5 फीसदी की औसत आर्थिक वृद्धि दर से आगे बढ़ता है, तो देश की सालाना प्रति व्यक्ति आय 10 हजार अमेरिकी डॉलर ज्यादा होगी। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में वर्ष 2047 तक भारत भी उच्च मानव विकास श्रेणी के देशों मे...