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जेईएम ने कारोबार को बढ़ाने के लिए लेनदेन शुल्क में भारी कटौती की, नई दरें प्रभावी

जेईएम ने कारोबार को बढ़ाने के लिए लेनदेन शुल्क में भारी कटौती की, नई दरें प्रभावी

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। सार्वजनिक खरीद पोर्टल जेईएम (Public Procurement Portal GeM) ने गवर्नेंस (Governance) के 100 दिन पूरा होने के अवसर पर कारोबार को बढ़ावा देने के लिए अपने पोर्टल पर विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं (service providers) पर लगाए जाने वाले लेन-देन शुल्क (Transaction Fee) में उल्लेखनीय कटौती की है। सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेईएम) पोर्टल (Government e-Marketplace (GeM) portal) की नई राजस्व नीति 9 अगस्त, 2024 से प्रभावी हो गई है। वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में बताया कि सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेईएम) ने हाल में अपने प्‍लेटफॉर्म पर लेन-देन करने वाले विक्रेताओं या सेवा प्रदाताओं पर लगाए जाने वाले लेन-देन शुल्क में उल्लेखनीय कटौती की है। मंत्रालय ने कहा कि जेईएम की नई नीति के अनुसार 10 लाख रुपये तक के सभी ऑर्डर पर अब शून्य लेन-देन शुल्क लगेगा, जबकि पहले ऑर्डर मूल्य की अध...
हिट एंड रन काबू करने एआई तकनीक होगी कारगर

हिट एंड रन काबू करने एआई तकनीक होगी कारगर

अवर्गीकृत
- ऋतुपर्ण दवे पुणे हिट एंड रन मामले के बाद एक बार फिर पूरे देश में इस संबंधी कानून और नियंत्रण पर नई बहस छिड़ गई है। इस दर्दनाक घटना के आरोपित को नाबालिग बताकर कानून की खामियों या कमियां, दोनों का भरपूर लाभ दिया गया। वह तो देशव्यापी जन आक्रोश को देखकर फैसला बदला गया वरना जिम्मेदारों ने तो अपना फर्ज निभा ही दिया था। निश्चित रूप से ऐसे मामले चर्चाओं में क्यों आते हैं बिना कुछ कहे सब एकदम साफ है। अब एक बार फिर कानून में सुधार पर नए सिरे से सोचना होगा। आरोपित की मंशा और दुर्घटना की परिस्थितियों तथा यदि उपलब्ध है तो डिजिटल साक्ष्य को ध्यान में रख कार्रवाई के लिए प्रभावी व पारदर्शी सुधारों की दरकार महसूस होने लगी है। यह यकीनन बड़ी चुनौती है लेकिन दोष-निर्दोष और अनजाने हुई दुर्घटना के बीच की महीन लकीरों को बिना मिटाए या प्रभावित किए, प्रभावी कार्रवाई चुनौती भी है और जरूरी भी। पुणे दुर्घटना ...
मप्र में चार चरण में होंगे लोकसभा चुनाव, आदर्श आचरण आचार संहिता प्रभावशील

मप्र में चार चरण में होंगे लोकसभा चुनाव, आदर्श आचरण आचार संहिता प्रभावशील

देश, मध्य प्रदेश
- प्रदेश में आदर्श आचरण संहिता का सख्ती से होगा पालन: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल (Bhopal)। भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 (lok sabha election 2024) की तारीखों की शनिवार को घोषणा कर दी गई है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 4 चरणों में चुनाव प्रक्रिया (Election process in 4 phases) संपन्न होगी। पहले चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल, तीसरे चरण के लिए 7 मई और चौथे चरण के लिए मतदान प्रक्रिया 13 मई को सम्पन्न होगी। सभी चरणों की मतगणना के परिणाम एक साथ 4 जून 2024 को घोषित किए जाएंगे। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने शनिवार शाम को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी पूरी तरह से प्रभावशील हो गई है, जिसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। ...

मंकीपॉक्स से बचाव में होम्योपैथिक औषधियां कारगर

अवर्गीकृत
- डॉ. एमडी सिंह कोरोना अभी ठीक से खत्म नहीं हुआ है कि अब मंकीपॉक्स की दस्तक ने लोगों को एक नए खौफ में डाल दिया है। मंकीपॉक्स एक ऐसा वायरस है जो मनुष्य से मनुष्य में फैलता है। यानी अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित के संपर्क में आता है तो उसे भी संक्रमित कर देता है। मंकीपॉक्स ने केंद्र और राज्यों की सरकारों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। मंकीपॉक्स कोई नया रोग नहीं है। यह एक स्मॉल पॉक्स की फैमिली के वायरस द्वारा फैलने वाला संक्रामक रोग है। जिसे पहली बार डेनमार्क की एक प्रयोगशाला में प्रयोगों के लिए लाए गए दो बंदरों में 1958 में पाया गया। बंदरों के अतिरिक्त इसे चूहों और गिलहरियों को भी संक्रमित करते हुए पाया गया है। इन्हीं जानवरों से यह मनुष्य तक पहुंचा। वैसे तो यह कोविड-19 जैसे ही फैलने वाला संक्रामक रोग है, लेकिन भयभीत होने की नहीं इससे सतर्क रहने की जरूरत है। यह अब तक 78 देशों तक पह...

भारत में कितना घातक है मंकीपॉक्स, जानिए कैसे करें बचाव और क्‍या है इसके लक्षण

देश
नई दिल्‍ली । कोरोना का कहर झेल चुकी दुनिया मंकीपॉक्स संक्रमण (monkeypox infection) से एक बार फिर दशहत में है। अब तक 80 देशों में 16 हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने मंगलवार को कहा कि इसका संक्रमण तो संभव है लेकिन यह घातक नहीं। आमतौर पर इससे पीड़ित लोगों में बुखार, बदन दर्द, सूजन और शरीर पर मवाद से भरे घाव नजर आते हैं पर दो से चार हफ्ते के भीतर मरीज बिल्कुल ठीक हो जाता है। तो आइए जानते हैं कि इससे डरना कितना जरूरी है। यह कितना घातक -विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, किसी संक्रमित शख्स के नजदीकी संपर्क में आने से मंकीपॉक्स हो सकता है। हालांकि, यूरोपीय देशों में ज्यादातर पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में यह संक्रमण देखा जा रहा है। -संक्रमित जानवरों जैसे बंदरों, चूहों और गिलहरियों से भी फैल सकता है। यह आमतौर पर...