Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने को लेकर आशावादी है सरकार

5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने को लेकर आशावादी है सरकार

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री (Union Commerce and Industry Minister) पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व वाली राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार (National Democratic Alliance (NDA) government) पिछले 10 साल में अपने निर्धारित रास्ते पर आगे चलती रही है। उन्होंने बाजार को भरोसा दिलाया कि गठबंधन सरकार होने के कारण उसे चिंता करने की जरूरत नहीं है। पीयूष गोयल ने यहां प्रभुदास लीलाधर ग्रुप के 80 साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्‍होंने कहा कि देशवासियों के सुनहरे भविष्य और विकसित भारत के निर्माण के लिए हमारे पास लक्ष्य, सामर्थ्य और पूरी योग्यता है। वाणिज्‍य मंत्री ने कहा कि आज केवल देश में ही नहीं, बल्कि दुनिय...
राष्ट्रीय बजट में शिक्षा को वरीयता मिले

राष्ट्रीय बजट में शिक्षा को वरीयता मिले

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र शिक्षा की बहुआयामी और बहुक्षेत्रीय भूमिका से शायद ही किसी की असहमति हो । यह मानव निर्मित सबसे प्रभावी और प्राचीनतम हस्तक्षेप है जो जीवन और जगत को बदलता चला आ रहा है । समाज के अस्तित्व, संरक्षण और संवर्धन के लिए शिक्षा जैसा कोई सुनियोजित उपाय नहीं है । इसीलिए हर देश में शिक्षा में निवेश वहां की अर्थव्यवस्था का एक मुख्य मद हुआ करता है । आज ज्ञान -विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दृष्टि से विश्व में अग्रणी राष्ट्र अपनी शिक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दे रहे हैं । वे शिक्षा की गुणवत्ता को समृद्ध करने के लिए लगातार सक्रिय रहते हैं और शिक्षा की तकनीकी को उन्नत करते रहते हैं । देश, काल और परिस्थिति की बनती-बिगड़ती मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के कलेवर में बदलाव उनके लिए एक स्वाभाविक प्रक्रिया है । साथ ही शिक्षा की सुविधा और प्रक्रिया पूरे समाज के लिए लगभग एक जैसी व्यवस्था स...
क्या भारत कभी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाएगा?

क्या भारत कभी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाएगा?

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं इतिहासकार श्री एंग्स मेडिसिन के अनुसार वर्ष 1820 तक भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। 1820 आते-आते चीन भारत से आगे निकल गया था। 1820 से 1870 के बीच चीन एवं भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में पूरे विश्व में सबसे आगे थे। वर्ष 1870 से 1900 के बीच ब्रिटेन विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया परंतु ब्रिटेन पर यह ताज अधिक समय तक नहीं टिक सका क्योंकि इसके तुरंत बाद अमेरिका विश्व में सबसे तेज गति से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया था। इसके बाद तो आर्थिक प्रगति के मामले में अमेरिका एवं यूरोपीयन देश लगातार आगे बढ़ते रहे, विकसित अर्थव्यवस्थाएं बने और एशिया के देशों (विशेष रूप से भारत एवं चीन) का वर्चस्व वैश्विक अर्थव्यवस्था में लगभग समाप्त सा हो गया था। परंतु, अब एक बार पुनः समय चक्र बदल रहा है एवं अमेरिका एवं यूरोपीयन दे...
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि हुई: सीतारमण

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था में तेज वृद्धि हुई: सीतारमण

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व वाली सरकार में भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से वृद्धि (Rapid growth in India's economy) हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी नेतृत्व ने देश के तेज विकास का मार्ग प्रशस्त किया है, जो आने वाले कुछ वर्षों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए तैयार है। विशाखापत्तनम के गांधी प्रौद्योगिकी एवं प्रबन्धन संस्थान (गीतम) विश्वविद्यालय में विकसित भारत एंबेसडर कैंपस संवाद को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि भारत 2014 में यूपीए के कार्यकाल में 10वें स्थान पर था, अब 2024 में सिर्फ़ 10 वर्षों के भीतर 5वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने जोर दिया कि भारत सरकार ने अनुसंधान को...
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था और रोजगार में वृद्धि, गरीबी में कमी

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अर्थव्यवस्था और रोजगार में वृद्धि, गरीबी में कमी

अवर्गीकृत
- पंकज जगन्नाथ जयस्वाल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के व्यापक परिदृश्य में भारत अपने तेज़ विकास और नई ऊंचाइयों को छूने के निरंतर संकल्प के लिए कार्यरत है। भारतीय संस्कृति की एक लंबी परंपरा है और 1.4 बिलियन से अधिक की आबादी के साथ, भारत एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में विकसित हो रहा है, जो लगातार दुनिया भर में अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहा है। भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण है। इसमें एक विशाल, युवा आबादी के साथ-साथ एक खुली, लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रणाली भी है। यह वर्तमान में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (पीपीपी) है और वैश्विक आर्थिक विकास में एक प्रमुख योगदानकर्ता है, फिर भी अभी महत्वपूर्ण अप्रयुक्त क्षमता है। दुनिया की आबादी के छठे हिस्से से अधिक के साथ भारत वैश्विक उत्पादन का बमुश्किल 7 फीसदी हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की उपलब्धियों का उसके वैश्...
आने वाले वर्षों में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा: सीतारमण

आने वाले वर्षों में भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा: सीतारमण

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री (Union Finance and Corporate Affairs Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को कहा कि भारत (India) पिछले तीन वित्त वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था (Fastest growing economy) रही है, यह वृद्धि आने वाले वर्षों में भी जारी रह सकती है। निर्मला सीतारमण ने जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम (एमएसएमई) और उद्योग जगत के नेताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगामी 25 साल भारत के लिए महत्वपूर्ण होंगे। सीतारमण ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत ने तीन तिमाहियों में आठ फीसदी की वृद्धि दर देखी और चौथी तिमाही में भी इसी स्तर की वृद्धि की उम्मीद है। जयपुर के एक दिवसीय दौरे पर आईं वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता के कारण विदेशी ...
निर्मला सीतारमण ने एफएसडीसी की बैठक में अर्थव्यवस्था की समीक्षा की

निर्मला सीतारमण ने एफएसडीसी की बैठक में अर्थव्यवस्था की समीक्षा की

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों (Union Minister of Finance and Corporate Affairs) की मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) (Financial Stability and Development Council (FSDC)) की 28वीं बैठक की अध्यक्षता की। वित्त मंत्री ने बैठक में अर्थव्यवस्था की समीक्षा (Economy Review) की। बैठक का उद्देश्य बड़े वित्तीय समूहों के कामकाज की निगरानी सहित अर्थव्यवस्था की व्यापक-विवेकपूर्ण निगरानी सुनिश्चित करना था। वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की 28वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास भी उपस्थित थे। ...
देश के 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में सहकारिता क्षेत्र का होगा बड़ा योगदान : शाह

देश के 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में सहकारिता क्षेत्र का होगा बड़ा योगदान : शाह

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Union Home and Cooperation Minister Amit Shah) ने कहा कि देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (5 trillion dollar economy) बनाने का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने तय किया है। सहकारिता क्षेत्र इस लक्ष्य को हासिल करने में बड़ी भूमिका निभाएगा। इस दिशा में हमें मजबूती से काम करने की जरूरत है। जो कमियां रह गई हैं उसे तय समय में दूर करना होगा। शाह ने बुधवार को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, नौरोजी नगर, नई दिल्ली में केंद्रीय पंजीयक, सहकारी समितियां कार्यालय के नए भवन का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश के विकास में जो भूमिका सहकारिता क्षेत्र को निभानी चाहिए थी उसमें हम कहीं न कहीं पीछे रह गए थे। लेकिन अब हम सबको मिलकर सहकारिता क्षेत्र से देश की अर्थ व्यवस्था को मजबूती देनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने सहकारिता...
अर्थव्यवस्था का आधार बन रहे आस्था व अध्यात्म

अर्थव्यवस्था का आधार बन रहे आस्था व अध्यात्म

अवर्गीकृत
- प्रदीप मिश्र अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तिथि ज्यों-ज्यों करीब आ रही है, वहां के अभ्युदय, आख्यान, आस्था और अध्यात्म के साथ-साथ आह्लाद और अर्थात पर चातुर्दिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। 2024 की जनवरी और विक्रम संवत 2080 का पुनीत पौष और फाल्गुन माह अयोध्या के दृष्टिकोण से सामाजिक चिंतन और राजनीतिक विचार-विमर्श का केंद्र बिंदु बन चुका है। अर्थव्यवस्था के अंकगणित के पैमाने पर भी समग्र आयोजन और प्रयोजन को परखा जा रहा है। देश में 20 लाख से अधिक मंदिर हैं लेकिन इस समय सबकुछ राममय है। सबसे ज्यादा मंदिर तमिलनाडु में हैं, जहां की सरकार की ओर से सनातन धर्म पर उठाए गए सवालों का सटीक जवाब देने का समय संभवतः सन्निकट है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए 2023-24 के बजट में 10 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। अयोध्या, काशी और प्रयागराज में विकास...