Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: economic growth rate

आरबीआई का 2024-25 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान

आरबीआई का 2024-25 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 (current financial year 2024-25) में भारतीय अर्थव्यवस्था ( Indian economy) सात फीसदी की दर से बढ़ने (grow seven percent) का अनुमान जताया है। वित्त वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था ने लगातार चुनौतियों के बावजूद जुझारुपन दिखाया है। रिजर्व बैंक ने अपनी इस रिपोर्ट में अप्रैल 2023 से मार्च 2024 की अवधि के लिए केंद्रीय बैंक के कामकाज को शामिल किया गया है। रिजर्व बैंक ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7.0 फीसदी में जोखिम दोनों तरफ समान रूप से संतुलित होंगे। ताजा रिपोर्ट में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था एक अप्रैल, 2023 से 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त 2023-24 में मजबूत गति से विस्तार किया, ज...
एसबीआई ने चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7.4 फीसदी रहने का जताया अनुमान

एसबीआई ने चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7.4 फीसदी रहने का जताया अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) (State Bank of India - SBI) ने वित्त वर्ष 2023-24 की (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही (fourth quarter .) में देश की आर्थिक वृद्धि दर (Country's economic growth rate) 7.4 फीसदी रहने का अनुमान (Estimated 7.4 percent) जताया है। एसबीआई ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 8 फीसदी रहने की बात कही है। एसबीआई रिसर्च की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी 7.4 फीसदी रहने की संभावना है, जबकि पूरे वित्त वर्ष में कुल जीडीपी वृद्धि 8 फीसदी तक पहुंचने की संभावना है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) 31 मई को बीते वित्त वर्ष 2023-24 के लिए चौथी तिमाही के लिए जीडीपी आंकड़े का अनंतिम अनुमान जारी करेगा। रिजर्व बैंक ऑफ (इंडिया) का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में वास्तव...
IMF ने 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अनुमान बढ़ाकर 6.8 फीसदी किया

IMF ने 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अनुमान बढ़ाकर 6.8 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यवस्था के र्मोचे (Front of economy) पर अच्छी खबर है। मूडीज (After Moody's) के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) (International Monetary Fund (IMF) ने वर्ष 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate) के अनुमान (increased estimate) को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी (6.5 percent to 6.8 percent) कर दिया है। हालांकि, चीन की आर्थिक वृद्धि दर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मंगलवार को जारी ‘विश्व आर्थिक परिदृश्य’ के नवीनतम संस्करण में कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर वर्ष 2024 में 6.8 फीसदी और वर्ष 2025 में 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। आईएमएफ का यह अनुमान जनवरी की रिपोर्ट में 2024 के लिए भारत की सकल घरेल उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि 6.5 फीसदी रहने का अनुमान से बेहतर है। आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस तरह भ...
भारत की आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत के आसपास रहने की सम्भावना

भारत की आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत के आसपास रहने की सम्भावना

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक विकास दर लगभग 7 प्रतिशत के आसपास रहने की प्रबल सम्भावनाएं बन रही हैं। इस वर्ष की प्रथम तिमाही, अप्रैल-जून 2023, में आर्थिक विकास दर 7.8 प्रतिशत की रही है, वहीं द्वितीय तिमाही, जुलाई- सितम्बर 2023 में 7.6 प्रतिशत की रही है। इसी प्रकार, दीपावली त्यौहार पर लगभग 4 लाख करोड़ रुपए के व्यापार के चलते एवं अक्टूबर 2023 माह में विनिर्माण के क्षेत्र में विकास दर के 12 प्रतिशत से ऊपर रहने से इस वर्ष की तृतीय तिमाही, अक्टूबर-दिसम्बर 2023, में भी आर्थिक विकास 7 प्रतिशत रह सकती है। इससे पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत रहने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। जबकि, विश्व के कई अन्य विकसित देशों में मंदी की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। इस प्रकार भारत वर्ष 2023 में भी लगातार विश्व की सबसे तेज गति से विकास करती अर्थव्यवस...
आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर सात फीसदी किया

आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर सात फीसदी किया

देश, बिज़नेस
मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए देश के आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक ने मजबूत घरेलू मांग तथा विनिर्माण क्षेत्र में क्षमता इस्तेमाल बढ़ने के बीच विकास दर के अनुमान में इजाफा किया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शु्क्रवार को यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सर्वसम्मति से रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। उन्होंने मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजे के बारे में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर सात फीसदी रहेगी। दिसंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी और मार्च तिमाही में छह फीसदी रहने का अनुमान है। शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी ने मौद्रिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.7 फीसदी, दूसरी तिमाही के लिए 6.5 फीस...
देश की आर्थिक वृद्धि दर दूसरी तिमाही में दुनिया में सबसे अधिक : सीतारमण

देश की आर्थिक वृद्धि दर दूसरी तिमाही में दुनिया में सबसे अधिक : सीतारमण

देश, बिज़नेस
कहा- चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर सबसे अधिक नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार को कहा कि देश (country) में आर्थिक हालात बेहतर (Economic situation better) हैं। सीतारमण ने राज्य सभा (Rajya Sabha) में देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि भारत विश्व में विनिर्माण के क्षेत्र में दूसरा सबसे बड़ा आकर्षक स्थल है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (second quarter) में देश की आर्थिक वृद्धि दर (country's economic growth rate) दुनिया में सबसे अधिक (highest in the world) रही है। वित्त मंत्री ने देश में आर्थिक स्थिति पर हुई अल्पकालिक चर्चा का राज्य सभा में जवाब देते हुए कहा कि भारत पिछले 8 वर्षों में विश्व की 10वीं से 5वीं अर्थव्यवस्था पर आ गया है। उन्हों...
आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.5 फीसदी पर रखा बरकरार

आरबीआई ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.5 फीसदी पर रखा बरकरार

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी। शक्तिकांत दास ने कहा कि मजबूत मांग के चलते घरेलू अर्थव्यवस्था जुझारू क्षमता दिखा रही है। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि महंगाई अभी भी अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बनी हुई है। उन्होंने कहा कि दुनिया में चुनौतियों के बावजूद भारत ग्रोथ इंजन बना हुआ है। शक्तिकांत दास ने कहा कि जोखिम समान रूप से संतुलित हैं, ऐसे में वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। इससे पहले अगस्त की मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा में जीडीपी वृद्धि दर 6.50 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया गया...
वित्त मंत्रालय को चालू वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर का भरोसा

वित्त मंत्रालय को चालू वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर का भरोसा

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने भरोसा जताया है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 (Current financial year 2023-24) में 6.5 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर (Economic growth rate of 6.5 percent) हासिल की जा सकती है। वित्त मंत्रालय को यह भरोसा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों (rising prices of crude oil) और मानसून की कमी के जोखिमों के बावजूद है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी अगस्त महीने की मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा कि देश चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.5 फीसदी की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर लेगा। वित्त मंत्रालय ने रिपोर्ट में कहा कि कंपनियों की लाभप्रदता, निजी पूंजी निर्माण और बैंक ऋण वृद्धि में सुधार के कारण ये वृद्धि दर हासिल की जा सकती है। मंत्रालय की मासिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत वित्त वर्ष 2022-23 की तरह मौजूदा वित्त वर्ष का सामना पूरे भरोसे के साथ करने क...
इंडिया रेटिंग्स ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.2 फीसदी रहने का जताया अनुमान

इंडिया रेटिंग्स ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.2 फीसदी रहने का जताया अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (India Ratings and Research) ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान (India's economic growth rate forecast) 5.9 फीसदी (Increased from 5.9 percent) से बढ़ाकर 6.2 फीसदी (6.2 percent) कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने बुधवार को जारी ताजा अनुमान में बताया कि सरकार के बढ़े हुए पूंजीगत व्यय, घरेलू कंपनियों एवं बैंकों के बही-खातों में कर्ज की कमी, वैश्विक जिंस कीमतों में नरमी और निजी निवेश में तेजी की वजह से आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाया गया है। एजेंसी के मुताबिक सभी जोखिम चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि को प्रभावित और बाधित करना जारी रखेंगे। हालांकि, अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 फीसदी पर रही जीडीपी ग्रोथ के अगली तीनों तिमाहियों में सुस्त पड़ने के आसार दिख रहे हैं। इंडिया रेटिंग्...