Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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सामाजिक-आर्थिक विकास का वाहक बन रहा मध्यम वर्ग

सामाजिक-आर्थिक विकास का वाहक बन रहा मध्यम वर्ग

अवर्गीकृत
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा इसमें कोई दोराय नहीं कि किसी भी देश के आर्थिक-सामाजिक विकास में मध्यम वर्ग की प्रमुख भूमिका रही है। यह केवल हमारे देश के संदर्भ में ही नहीं अपितु समूचे विश्व की बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं का अध्ययन किया जाएगा तो कारण यही सामने आएगा। सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों के बदलाव में मध्यम वर्ग की प्रमुख भूमिका रही है। औद्योगिक क्रांति के बाद जिस तरह से श्रमिक वर्ग उभर कर आया तो औद्योगिक क्रांति का ही बाई प्रोडक्ट मध्यम वर्ग का उत्थान माना जा सकता है। आर्थिक विश्लेषकों की माने तो आर्थिक विकास का कोई ग्रोथ इंजन है तो वह मध्यम वर्ग है। ज्यादा दूर नहीं जाएं और केवल वर्तमान दशक की शुरुआत बल्कि 2021 की ही बात करें तो देश में 30 फीसद परिवार मध्यम आय वर्ग की श्रेणी में आ गए थे। ऐसा माना जा रहा है कि 2031 तक यह आंकड़ा बढ़कर 46 फीसद को छू जाएगा। यानी की इस दशक में बचे साढ़े पांच साल म...
मूडीज ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 8 फीसदी किया

मूडीज ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 8 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
-एजेंसी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी ग्रोथ को किया आठ फीसदी नई दिल्ली (New Delhi)। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज (Global rating agency Moody's.) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर (India's economic growth rate.) के अनुमान को 6.6 फीसदी से बढ़ाकर करीब आठ फीसदी (Increased from 6.6 percent to about eight percent) कर दिया है। मूडीज का ये ताजा अनुमान नवंबर, 2023 में जताए गए 6.6 फीसदी के अनुमान से 1.40 फीसदी अधिक है। मूडीज रेटिंग्स ने गुरुवार को जारी अपने ताजा अनुमान में पूंजीगत व्यय और घरेलू खपत में तेजी को देखते हुए चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर के पूर्वानुमान को 6.6 फीसदी से बढ़ाकर करीब आठ फीसदी कर दिया है। हालांकि, एजेंसी ने इसी हफ्ते कैंलेंडर वर्ष 2024 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। रेटिंग ...
मध्यप्रदेश में हो रहा है बहनों का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण: शिवराज

मध्यप्रदेश में हो रहा है बहनों का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- सीतामऊ में लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बहनों का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण (Social, Economic and Political Empowerment) हो रहा है। एक समय था जब यहाँ परिवार में कन्या को बोझ माना जाता था, आज वह वरदान हो गई है। लाड़ली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojana) ने प्रदेश की 44 लाख 90 हजार कन्याओं को लखपति बनाया है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना (Chief Minister Kanya Marriage Scheme) में गरीब कन्याओं का विवाह सरकार करवाती है। स्थानीय निकायों के निर्वाचन में बहनों को मिले 50 प्रतिशत आरक्षण से वे राजनीतिक रूप से सशक्त हुई है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनायेगी। बहनों को स्टांप शुल्क में छूट के प्रावधान से आज 45 प्रतिश...
प्रवासी भारतीयों की विश्व में शक्तिशाली आर्थिक-सामाजिक भूमिका

प्रवासी भारतीयों की विश्व में शक्तिशाली आर्थिक-सामाजिक भूमिका

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी हम सभी भारतीयों के लिए यह गर्व का विषय है कि आज लगभग समस्त विकसित देश भारतीय मूल के नागरिकों को अपने देशों की नागरिकता प्रदान करने के लिए लालायित नजर आ रहे हैं। यह सब इसलिए सम्भव हो पाया है क्योंकि विश्व के विभिन्न देशों में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों ने अपनी उच्च शिक्षा, कौशल, ईमानदारी, मेहनत के बल पर एवं महान भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए इन देशों में अपनी सार्थक उपस्थिति दर्ज की है तथा इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं को गतिशील बनाने में अपना भरपूर योगदान दिया है। विशेष रूप से आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका, सिंगापुर, जापान सहित अन्य कई विकसित देश आज इस प्रकार की नई नीतियां बनाने में जुटे हैं कि किस प्रकार इन देशों में रह रहे भारतीय नागरिकों को वहां के राजनैतिक क्षेत्र में भी भागीदार बनाया जाए ताकि इन देशों की सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक व्यवस्था में सुधार किया ...
पेसा एक्ट से होगा जनजातीय समुदाय का आर्थिक-सामाजिक सशक्तिकरण: शिवराज

पेसा एक्ट से होगा जनजातीय समुदाय का आर्थिक-सामाजिक सशक्तिकरण: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
पेसा एक्ट समाज के सभी नागरिकों के हित में, ग्राम सभाएँ बनाएंगी ग्राम विकास की कार्य-योजनाः मुख्यमंत्री भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि पेसा एक्ट (pesa act) जनजातीय भाई-बहनों की आर्थिक, सामाजिक उन्नति (Economic, social progress of tribal brothers and sisters) और उन्हें सशक्त एवं अधिकार सम्पन्न बनाने के लिये लागू किया गया है। यह एक्ट समाज के सभी नागरिकों के हित में है। किसी भी गैर-जनजातीय समाज के नागरिक के खिलाफ नहीं है। पेसा एक्ट अनुसूचित क्षेत्र में गाँव में लागू होगा, यह एक्ट शहर में लागू नहीं होगा। हमारे जो भी जनजातीय भाई-बहन विकास की दौड़ में पीछे रह गये हैं, पेसा एक्ट उन्हें मजबूत बनायेगा। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को धार जिले के कुक्षी में पेसा जागरूकता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। यहाँ उन्होंने चा जनपद की 40 ग्राम पंचायत के सरप...
भारत-अमेरिका सीईओ फोरम में आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंध मजबूत करने पर हुई चर्चा

भारत-अमेरिका सीईओ फोरम में आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंध मजबूत करने पर हुई चर्चा

देश, बिज़नेस
- फोरम ने भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित किया नई दिल्ली। भारत-अमेरिका सीईओ फोरम की बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर चर्चा हुई। फोरम ने भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित किया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो के भारत-अमेरिका सीईओ फोरम की आधिकारिक रूप से शुरुआत की। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर चर्चा हुई। दरअसल इस फोरम का उद्देश्य शीर्ष स्तर के कार्यकारियों को एक मंच पर लाना और आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत बनाना है। पीयूष गोयल ने इस बैठक के बारे में ट्वीट कर कहा कि अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना र...

पाकिस्तान को मदद की जरूरत

अवर्गीकृत
- डा. वेदप्रताप वैदिक पाकिस्तान में पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक संकट गहराया हुआ है। अब प्राकृतिक संकट ने उसका दम फुला दिया है। घनघोर बरसात और बाढ़ के कारण लगभग आधा पाकिस्तान पानी में डूब गया है। सवा हजार से ज्यादा लोग मर चुके हैं। लाखों लोगों के घर ढह गए हैं। करोड़ लोगों को खाने-पीने की सांसत हो गई है। 4000 किलोमीटर सड़क उखड़ गई है। डेढ़ सौ से ज्यादा पुल ढह गए हैं। 2010 में भी लगभग ऐसा ही भयंकर दृश्य पाकिस्तान में उपस्थित हुआ था लेकिन इस बार जो महाविनाश हो रहा है, उसके बारे में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा है कि ऐसा वीभत्स दृश्य उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा। यदि यही स्थिति दो-तीन दिन और बनी रही तो सिंधु नदी और काबुल नदी का उफनता हुआ पानी पता नहीं कितने करोड़ अन्य लोगों को अनाथ कर देगा। इस साल पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान में हर साल के मुकाबले तीन ...