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मनप्रीत सिंह ने पेरिस में अपना चौथा ओलंपिक खेलने पर कहा- यह सपना सच होने जैसा

मनप्रीत सिंह ने पेरिस में अपना चौथा ओलंपिक खेलने पर कहा- यह सपना सच होने जैसा

खेल
नई दिल्ली (New Delhi)। भारतीय हॉकी टीम के सीनियर मिडफील्डर मनप्रीत सिंह पेरिस में अपने चौथे ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हैं, यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है जो उन्हें दिग्गज धनराज पिल्लै के बराबर खड़ा करती है। अपने चौथे ओलंपिक में खेलने के लिए तैयार मनप्रीत ने गुरुवार को हॉकी इंडिया के हवाले से अपनी खुशी और गर्व व्यक्त करते हुए कहा, "मेरे चौथे ओलंपिक में खेलना एक सपने के सच होने जैसा है और एक ऐसा मील का पत्थर है जो मुझे बहुत गर्व से भर देता है। यह मेरे परिवार, कोच और टीम के साथियों की वर्षों की कड़ी मेहनत, समर्पण और अटूट समर्थन का प्रमाण है। धनराज पिल्लै जैसे दिग्गज के नक्शेकदम पर चलना, जो मेरे सहित अनगिनत खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा रहे हैं, शब्दों से परे सम्मान है।" उन्होंने कहा, "मैं पेरिस में भारत के लिए अपना सबकुछ देने के लिए उत्साहित हूं, न केवल टीम का प्रतिनिध...
प्रधानमंत्री मोदी का सुशासन और साकार होता आमजन का सपना

प्रधानमंत्री मोदी का सुशासन और साकार होता आमजन का सपना

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- डॉ. सौरभ मालवीय प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के शासनकाल के दस वर्ष पूर्ण होने वाले हैं। उन्होंने 26 मई, 2014 को प्रथम बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के पश्चात घोषणा की थी कि उनकी सरकार जनहित के लिए तथा अन्तयोदय के लिए कार्य करेगी। उन्होंने अपनी घोषणा में जो शब्द कहे, उस पर वह शत-प्रतिशत खरे सिद्ध हुए। उनके अब तक के संपूर्ण कार्यकाल पर दृष्टि डालें तो यह सेवा एवं सुशासन पर ही केंद्रित रहा है। प्रधानमंत्री का कहना है कि सुशासन राष्ट्र की प्रगति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हमारा मंत्र, उद्देश्य व सिद्धांत नागरिकों को प्राथमिकता देने का है। मेरा सपना सरकार को लोगों के समीप लाने का है, ताकि वे प्रशासनिक प्रक्रिया के सक्रिय भागीदार बन सकें। सरकारी कामकाज की प्रक्रिया को आसान कर आसानी से सुशासन सुनिश्चित किया जा सकता है। उनका यह भी कहना है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और ...
अखंड भारत: जो सपना जिंदा रहता है वही पूरा होता है

अखंड भारत: जो सपना जिंदा रहता है वही पूरा होता है

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- डॉ. पवन सिंह अखंड भारत हमारे लिए केवल शब्द नहीं है। यह हमारी श्रद्धा, भाव, देशभक्ति व संकल्पों का अनवरत प्रयास है जिसे प्रत्येक देशभक्त जीवंत महसूस करता है। हम इस भूमि को माँ मानते हैं और पुत्रवत इस भूमि की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। हम कहते भी हैं- माताभूमि: पुत्रोहंपृथिव्या:। इसलिए माँ का प्रत्येक कष्ट हमारा अपना कष्ट है और एक माँ खंडित रहे, कष्ट में रहे, यह उसके पुत्र कैसे स्वीकार कर सकते हैं। समय -समय पर भारत खंडित कैसे हुआ, कौन-सी गलतियां हम से हुई। वो कौन से कारण रहे जिन्होंने इसकी पृष्ठ्भूमि लिखी इन सबका चिंतन, विभाजन की पीड़ा व पुनः अखंड होने का विश्वास व संकल्प ही इसका एक मात्र हल है । जब भारत की लाखों आँखों में पलने वाला यह अखंड भारत का सपना करोड़ों- करोड़ों हृदयों की धड़कन बन कर धड़कने लगेगा, तभी यह संभव होगा। अखंड भारत स्वप्न नहीं हकीकत है: अखंड भारत का स्वप्न कुछ लोगों को...
विश्व बाल दिवस: दुनिया का सपना-बच्चों का दर्द हो अपना

विश्व बाल दिवस: दुनिया का सपना-बच्चों का दर्द हो अपना

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- योगेश कुमार गोयल बाल दिवस केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के अधिकांश देशों में मनाया जाता है। भारत में बाल दिवस प्रतिवर्ष 14 नवंबर को मनाया जाता है लेकिन बच्चों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिवस हमें बच्चों के अधिकारों की वकालत करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। वर्ष 2022 के लिए विश्व बाल दिवस की थीम- ‘इंक्लूजन, फॉर एवरी चिल्ड्रन’ है। इसका उद्देश्य बच्चों को बेहतर भविष्य और अधिक समान एवं समावेशी दुनिया के लिए सशक्त बनाना है। वैश्विक स्तर पर इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार करना, उनकी समस्याओं को हल करना, उनके कल्याण के लिए काम करना तथा अंतरराष्ट्रीय एकजुटता को बढ़ावा देना है। बाल दिवस दुनियाभर के 191 देशों में मनाया जाता है और अनेक देशों में इसे मनाने की तारीख अलग...

कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार करते राहुल गांधी

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- आर.के. सिन्हा कांग्रेस से देश को उम्मीद थी कि यूपीए सरकार के सन 2014 में सत्ता से मुक्त होने के बाद वह एक सशक्त विपक्ष की भूमिका को सही तरह से निभायेगी। वह केन्द्र में एनडीए सरकार के कामकाज पर पैनी नजर रखते हुये उसकी कमियों पर उसे घेरेगी और उपलब्धियों पर कभी-कभार उसकी पीठ भी थपथपा देगी। यही तो लोकतंत्र है। पर यह हो न सका। राहुल गांधी ने कांग्रेस को एक नकारा और थकी हुई पार्टी बनाकर रख दिया है। कांग्रेस में गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा जैसे पुराने नेता आलाकमान के फैसलों से निराश हैं। गुलाम नबी आजाद और आनन्द शर्मा के चुनाव समितियों के अध्यक्ष पदों से दिए गए इस्तीफों ने यह दर्शा दिया है कि पार्टी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। दशकों से पार्टी की सेवा करने वाले आजाद और शर्मा जैसे नेताओं को भी अब कांग्रेस में घुटन महसूस हो रही है। पिछले लगभग दो-तीन वर्षों से कांग्रेस लगभग नेतृत्व विहीन-सा हो...

राष्ट्रप्रेम का ज्वार, अखंड भारत का सपना हो सकार

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- सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान में जब कहीं से भी देश को तोड़ने की बात आती है तो स्वाभाविक रूप से उसका प्रतिकार भी जबरदस्त तरीके से होता है। यह प्रतिकार निश्चित रूप से उस राष्ट्रभक्ति का परिचायक है, जो इस भारत देश को देवभूमि भारत के रूप में प्रतिस्थापित करने का प्रमाण प्रस्तुत करने का अतुलनीय सामर्थ्य रखती है। यह आज के समय की बात है, लेकिन हम उस कालखंड का अध्ययन करें, जब भारत का विभाजन दर विभाजन हुआ। उस समय के भारतीयों के मन में विभाजन का असहनीय दर्द हुआ। जो असहनीय पीड़ा के रूप में उनके जीवन में प्रदर्शित होता रहा और देश को जगाते-जगाते वे परलोक गमन कर गए। अभी तक भारत देश के सात विभाजन हो चुके हैं। जरा कल्पना कीजिए कि अगर आज भारत अखंड होता तो वह दुनिया की महाशक्ति होता। उसके पास मानव के रूप में जनशक्ति का प्रवाह होता। लेकिन विदेशी शक्तियों ने भारत के कुछ महत्वाकांक्षी शासकों को प्रलोभन देकर ...

सच हो सकता है उप्र में वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का सपना

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- मनीष खेमका योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आगामी पाँच वर्षों में एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी माने डॉलर के आज के रेट के हिसाब से 80 लाख करोड़ रुपये होते हैं। उत्तर प्रदेश की वर्तमान अर्थव्यवस्था 17.49 लाख करोड़ रुपये की है। वित्त वर्ष 2016-17 में जब पहली बार उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का गठन हुआ था तब प्रदेश की अर्थव्यवस्था 12.47 लाख करोड़ रुपये की थी। माने पिछले पाँच सालों में इसमें 40% की वृद्धि हुई है। आगामी पाँच सालों में भी उत्तर प्रदेश इसी दर से आगे बढ़ता रहा तो हमारी अर्थव्यवस्था बिना किसी विशेष प्रयास के क़रीब 25 लाख करोड़ रुपये की हो जाएगी। नए लक्ष्य के मुताबिक उत्तर प्रदेश को अगले पाँच वर्षों में 55 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त दौड़ लगानी होगी। यह कहना आसान है लेकिन करना कठिन। मुख्यमंत्री योगी ने इस नुकीले ...