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अवैध धर्मांतरण: राष्ट्र को बर्बाद करने का मार्ग

अवैध धर्मांतरण: राष्ट्र को बर्बाद करने का मार्ग

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- पंकज जगन्नाथ जयस्वाल दुनिया मुस्लिम कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ रही है, जिस पर तलवार की नोक पर धर्मांतरण करने का आरोप है। एक खामोश क्रांति चल रही है, जिसके बारे में हममें से कोई भी जानना नहीं चाहता। यह इतनी सहज और सुनियोजित है कि लोगों को इसका अंदाजा ही नहीं है और वे पूरी तरह संतुष्ट हैं। कई ईसाई मिशनरियाँ धर्मांतरण के उद्देश्य से अनुसूचित जाति और जनजातियों को निशाना बना रही हैं। इन मिशनरियों को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण तत्व उनकी वित्तीय और सहायता प्रणाली है। दो से अधिक वर्षों से, कई ईसाई मिशनरियों ने सनातन धर्म को मिटाने और भारत में ईसाई धर्म को स्थापित करने की कोशिश की है। 19वीं सदी के मिशनरी और आज के मिशनरी के बीच एकमात्र अंतर यह है कि पहले वाले ने सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा की, जबकि बाद वाले स्पष्ट कारणों से चुप हैं। प्यू रिसर्च के अनुसार, अधिकांश भारतीय ईसाई (54%) कर्म मे...
मानवता की तबाही की कीमत पर कमाई

मानवता की तबाही की कीमत पर कमाई

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- डॉ. अनिल कुमार निगम युद्ध हमेशा विनाश लाते हैं। इससे हमेशा मानवता का विनाश हुआ है। हर युद्ध अपने पीछे भयावह चिह्न छोड़ जाता है। भारत की भी नीति ‘‘ वसुधैव कुटुम्बकम् ’’ की रही है, लेकिन अमेरिका और यूरोपीय संघ की रणनीति यह रही है कि विश्व में युद्ध चलते रहने चाहिए। संभवत: यही कारण है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को दो वर्ष से अधिक समय हो चुका है। वहीं हमास और इजराइल के बीच युद्ध छिड़े हुए लगभग पांच महीने का समय गुजर चुका है, लेकिन इनका कोई अंत दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध और हमास-इजराइल युद्ध मानवता के लिए बरबादी का सबब हैं, जबकि अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों के लिए ये कमाई का साधन बन गए हैं। संपूर्ण विश्व में युद्ध चलता रहे, अमेरिका व पश्चिमी देशों के लिए यह फायदे की बात है। तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद रूस-यूक्रेन युद्ध शांत नहीं हुआ। हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर...
अहंकार का नाश करती है गोवर्धन पूजा

अहंकार का नाश करती है गोवर्धन पूजा

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- योगेश कुमार गोयल पांच दिवसीय दीपावाली पर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है और चौथे दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा की जाती है लेकिन इस वर्ष गोवर्धन पूजा की तिथि को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति है। दरअसल इस बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 13 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट से हो रही है और समापन 14 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 36 मिनट पर होगा। चूंकि हिन्दू धर्म में उदया तिथि को विशेष महत्व दिया जाता है, इसीलिए द्रिक पंचांग के अनुसार गोवर्धन पूजा का पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा। हालांकि कुछ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 13 नवंबर को भी गोवर्धन पूजा की जा सकती है लेकिन 14 नवंबर को गोवर्धन पूजा करने का शुभ मुहूर्त प्रातः 6ः43 से प्रारंभ होकर 8.52 तक सर्वोत्तम है। 14 नवंबर दो बजे के बाद भाई दूज की तिथि शुरू होगी। कार्तिक मास की शुक्ल प्रतिपदा को मना...