भक्त की पुकार, भगवान तक पहुंचाने वाले पत्रकार हैं नारद जी
- योगेश कुमार गोयल
ब्रह्माण्ड के प्रथम दिव्य पत्रकार नारद मुनि की जयंती इस साल छह मई को है। वो लोकमंगल के पहले संवाददाता है। इसलिए वो देवर्षि हैं। यह कितना कष्टदायी है कि तात्कालीन हास्य के अग्रदूतों ने उनको चुगलबाज और आपस में भिड़ाकर क्लेश कराने वाले पौराणिक चरित्र के रूप में गढ़ दिया। इस पर विचार करने की जरूरत है। वास्तव में उनका प्रमुख उद्देश्य प्रत्येक भक्त की पुकार को भगवान तक पहुंचाना ही था। वे एक लोक से दूसरे लोक में भ्रमण करते हुए संवाद-संकलन का कार्य कर एक सक्रिय एवं सार्थक संवाददाता की भूमिका निभाते रहे हैं। संवाद के माध्यम से नारद जी ने तोड़ने का नहीं बल्कि जोड़ने का कार्य किया है। इसलिए वो पत्रकारिता के प्रथम पितृ पुरुष हैं। उन्हें देवताओं का दिव्य दूत और संचार का अग्रणी साधक माना गया है।
मान्यता है कि देवर्षि नारद का जन्म ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा के दिन हुआ था। ...