Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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अब पाकिस्तान में क्या-क्या हो सकता है?

अब पाकिस्तान में क्या-क्या हो सकता है?

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- डॉ. वेदप्रताप वैदिक पाकिस्तान की राजनीति अब एक तूफानी दौर में प्रवेश कर रही है। इमरान खान पर हुए जानलेवा हमले ने शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ उसी तरह का गुस्सा पैदा कर दिया है, जैसा कि 2007 में बेनजीर भुट्टो की हत्या के समय हुआ था। मुझे लगता है कि इस वक्त का गुस्सा उस गुस्से से भी अधिक भयंकर है, क्योंकि उस समय पाकिस्तान में जनरल मुशर्रफ की फौजी सरकार थी लेकिन इस वक्त सरकार मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शहबाज शरीफ की है। इमरान ने शहबाज शरीफ, उनके गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के उच्चाधिकारी फैजल नसीर पर इस षड़यंत्र का इल्जाम लगाया है। शहबाज के गृहमंत्री और उनके कई पार्टी नेताओं ने इमरान को बलूचिस्तान की मिर्ची जेल में डालने का इरादा जताया था और इमरान तथा उनकी पार्टी के नेताओं ने यह आशंका भी व्यक्त की थी कि इस रैली के दौरान इमरान की हत्या भी हो सकती है। हत्या की इस नाकाम कोशिश का नतीजा ...
इमरान पर हमला, पाकिस्तान अराजकता की तरफ

इमरान पर हमला, पाकिस्तान अराजकता की तरफ

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- आर.के. सिन्हा इमरान खान पर जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान में अराजकता और अव्यवस्था व्यापक स्तर पर फैलने की आशंका है। इमरान पर हमले से पहले ही जनता सड़कों पर आ गई थी। अवाम का अपने मौजूदा कर्णधारों पर कोई यकीन नहीं हो पा रहा है। यह सबको पता है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को सेना के जनरलों द्वारा जोड़-तोड़ करके हटवाया गया था। इसके बावजूद इमरान खान की तहरीके इंसाफ पार्टी (पीटीआई) की पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रदेश में सरकारें हैं। यानी इमरान खान की हैसियत कोई छोटी नहीं है। उनकी राजनीति ईमानदारी पर भी कोई शक नहीं कर सकता। इस मोर्चे पर उनका अभी तक का जीवन बेदाग सा ही रहा है। पाकिस्तान में इमरान खान के सामने नवाज शरीफ, उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ तथा आसिफ अली जरदारी हैं। इन सब पर अरबों रुपये के घोटाले के आरोप हैं। ये सब हजारों करोड़ की चल और अचल संपत्ति के मालिक भी हैं। शरीफ बंधु जनता को झ...