Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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शांत हुई चंबल, खतरे के निशान से नीचे आई, ग्रामीणों व प्रशासन ने ली राहत की सांस

देश, मध्य प्रदेश
मुरैना। पांच दिन तक विकराल रूप धारण (take a formidable form) करने के बाद चंबल नदी (Chambal River) अब शांत हो गई है। कोटा बैराज (Kota Barrage) से चंबल नदी में पानी का डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा है। जिसका नतीजा चंबल के जल स्तर पर भी देखने को मिला है। शनिवार की शाम को चंबल का जल स्तर (water level) राजघाट पुल पर 136 मीटर था, जो खतरे के निशान से भी दो मीटर कम है। माना जा रहा है कि रविवार तक यह 132 मीटर पर पहुंच जाएगी। उधर चंबल का पानी उतरने पर ग्रामीणों ने तो राहत की सांस ली है साथ ही प्रशासनिक अमले को भी चैन मिला है। हालांकि प्रशासन की असली परीक्षा अब है। क्योंकि जिन गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचा था वहां ग्रामीणों के सामने भोजन व पशु चारे का संकट खड़ा हो गया है। बाढ़ ने लोगों के घर में रखे अनाज को तो नष्ट किया ही साथ ही चारे को भी पूरी तरह खराब कर दिया। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित गांवों में बी...

मप्रः चम्बल खतरे के निशान से आठ मीटर ऊपर, लोगों को बचाने के लिए तीन हेलीकॉप्टर तैनात

देश, मध्य प्रदेश
मुख्यमंत्री ने की वल्लभ भवन सिचुएशन रूम से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा समीक्षा, कहा- आपदा दल सक्रिय रहें, आमजन सावधानी रखें भोपाल। मालवा क्षेत्र में हो रही बारिश (Rain) की वजह से कोटा बैराज (Kota Barrage) से चंबल नदी (Chambal River) में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इस वजह से चंबल नदी खतरे के निशान से आठ मीटर ऊपर (8 meters above the danger mark) बह रही है। हालांकि अब कोटा बैराज से चंबल में पानी छोडऩा बंद होने से अनुमान लगाया जा रहा है कि गुरुवार की रात से जल स्तर में कमी आना प्रारंभ हो जाएगी। क्षेत्र में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए तीन हेलीकॉप्टर तैनात (three helicopters) किए गए हैं। गुरुवार की दोपहर मुरैना तहसील के मऊखेड़ा गांव में बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से निकाला गया। गुरुवार को चंबल ने और अधिक रौद्र रूप धारण कर लिया। बुधवार की अपेक्षा गुरुवार जल स्तर करीब ढाई मीटर बढ़ ग...