Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: culture

राष्ट्रपति की सूरीनाम यात्रा का महत्व

राष्ट्रपति की सूरीनाम यात्रा का महत्व

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सूरीनाम यात्रा का संदेश अनेक देशों तक विस्तृत रहा। इनमें वह देश शामिल हैं, जहां बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग विगत छह पीढ़ियों से निवास कर रहे हैं। उन्होंने अपनी सभ्यता संस्कृति को कायम रखा है। मॉरीशस की तरह सूरीनाम में भी प्रवासी दिवस मनाया जाता है। मॉरिशस की राजधानी पोर्ट लुइस के अस्थाई निवास को अप्रवासी घाट कहा जाता है। प्रत्येक दो नवम्बर को अप्रवासी दिवस मनाया जाता है। सूरीनाम का प्रवासी दिवस पांच जून को मनाया जाता है। द्रौपदी मुर्मू इस समारोह की मुख्य अतिथि थीं। उनको सूरीनाम के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया। इस वर्ष जनवरी में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी भारत यात्रा आए थे। उन्होंने भारत को कैरेबियाई देशों में हिन्दी सिखाने वाले संस्थान खोलने का सुझाव दिया था। उन्होंने कैरेबियाई क्षेत्र में फिल्म, योग, आयु...
समलैंगिक विवाह और भारतीय मान्यता

समलैंगिक विवाह और भारतीय मान्यता

अवर्गीकृत
- डॉ. पुनीत कुमार द्विवेदी समलैंगिकता का मुद्दा सदियों से भारत में विवादास्पद रहा है। समाज ने पारंपरिक रूप से विषम लैंगिकता को सामाजिक निर्माण के रूप में बरकरार रखा है। समाज ने इसके किसी भी विचलन को अस्वीकार्य माना है। इस संबंध में उभरी सबसे हालिया बहसों में से एक यह है कि क्या भारत में समलैंगिक विवाह की अनुमति दी जानी चाहिए या नहीं। संस्कृति प्रधान देश में समलैंगिक विवाह को सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं के दृष्टिकोण से अभिशाप या सामाजिक विकृति के रूप में माना जाता है। यह मामला इस समय उच्चतम न्यायालय में गूंज रहा है। सांस्कृतिक दृष्टिकोणः भारतीय संस्कृति में धार्मिक, आध्यात्मिक और नैतिक मान्यताएं गहराई से निहित हैं। हमारे यहां विवाह संस्था को पवित्र माना जाता है। इसे एक पुरुष और एक महिला के बीच पवित्र बंधन के रूप में देखा जाता है। जो भी इस मानदंड से विचलित होता है उसे अप्राकृत...
युवा पीढ़ी संस्कृति, वेशभूषा और परिश्रम की परम्परा को न भूलें, राष्ट्रभक्तों से प्रेरणा ग्रहण करें : शिवराज

युवा पीढ़ी संस्कृति, वेशभूषा और परिश्रम की परम्परा को न भूलें, राष्ट्रभक्तों से प्रेरणा ग्रहण करें : शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने सिंधी समाज के हित में की महत्वपूर्ण घोषणाएं भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि अमर शहीद हेमू कालानी (Amar Shaheed Hemu Kalani) ने भारत को स्वतंत्र कराने के लिए अपने जीवन का बलिदान किया। उन्होंने गले में फांसी का फंदा पहनते हुए कहा था कि मैं फिर से जन्म लूंगा और भारत को स्वतंत्र करवाऊंगा। आज यदि हम शहीदों को नहीं पूजेंगे, तो राष्ट्र के लिए जीवन का बलिदान करने के लिए कोई आगे नहीं आएगा। नई पीढ़ी (new generation) के लिए शहीदों का जीवन प्रेरक है। वीर सेनानियों के साथ ही सिंध संतों की भूमि रही है। सिंधु नदी के किनारे वेदों की ऋचाएँ रची गईं। सिंध की संस्कृति काफी प्राचीन है। इस समाज ने अनेक समाज-सुधारक, सफल उद्यमी और अन्य प्रतिभाएं देने का कार्य किया है। अपने धर्म, संस्कृति और सभ्यता के लिए मातृ-भूमि को छोड़ने के बाद भी प...
शिक्षा के साथ संस्कृति, संस्कार और धर्म जुड़ा है : कैलाश सत्यार्थी

शिक्षा के साथ संस्कृति, संस्कार और धर्म जुड़ा है : कैलाश सत्यार्थी

दिल्ली, देश
नई दिल्ली के पूसा सभागार में ज्ञानोत्सव का शुभारंभ नई दिल्ली। ज्ञानोत्सव ज्ञान का उत्सव ही नहीं, यह ज्ञान का यज्ञ है। सात्विक उद्देश्य से किए जाने वाले यज्ञ में सर्वश्रेष्ठ की आहुति देनी होती है। इस ज्ञानोत्सव में आने वाले साधारण कार्यकर्ता नहीं बल्कि आप भारत के निर्माता हैं। भारतीयता मेरी माँ के स्तन से निकले दूध के समान है। स्तन से निकला दूध रक्त का संचार करता है। भारतीय शिक्षा समावेशिता की यात्रा करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मूल में सार्वभौमिकता, समता और समग्रता है। विद्या हमारे धर्म का लक्षण हैं। आप सभी श्रेष्ठ भारत के निर्माण में शिक्षा के क्रियान्वयन में भागीदार बने ऐसी आशा करता हूँ। यह उद्गार शिक्षा संस्कृति उत्थान द्वारा गुरुवार को आयोजित तीन दिवसीय ज्ञानोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप मे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने व्यक्त किए। नई दिल्ली के ...
सुशासन और संस्कृति का संदेश

सुशासन और संस्कृति का संदेश

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुशासन और संस्कृति का सुंदर समन्वय किया है। इसमें सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास समाहित है। यह उनके शासन का स्थाई तत्व है। नवरात्र में इसका सहज प्रमाण मिला। योगी बड़ी कुशलता से सुशासन और संस्कृति का समन्वय करते हैं। वह गौरक्ष पीठाधीश्वर हैं। इस रूप में वह कलश स्थापना अनुष्ठान के लिए गोरखपुर गए। इस रूप में इसी दिन उन्होंने विकास कार्यों को भी आगे बढ़ाया। गोरखपुर को पहला ग्रामीण स्टेडियम मिला। विंध्याचल, अयोध्या और काशी की उनकी यात्रा सांस्कृतिक ही नहीं सुशासन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही। सभी जगह उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा की।वस्तुतः सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन भाजपा का संबल है। उसका मानना है कि राष्ट्रीय स्वाभिमान किसी देश को शक्तिशाली बनाने में सहायक होता है। देश में इसी विचार के जागरण हो रहा है। अयोध्या में श्रीराम मं...

हिन्दुत्व में समग्र मानवीय अनुभूति

अवर्गीकृत
- ह्रदय नारायण दीक्षित हिन्दुत्व भारत की प्रकृति है और संस्कृति भी। यह भारत के लोगों की जीवनशैली है। इस जीवनशैली में सभी विश्वासों के प्रति आदर भाव है। लेकिन भारतीय राजनीति के आख्यान में हिन्दुत्व के अनेक चेहरे हैं। उग्र हिन्दुत्व, मुलायम (साफ्ट) हिन्दुत्व, साम्प्रदायिक हिन्दुत्व आदि अनेक विशेषण मूल हिन्दुत्व पर आक्रामक हैं। अंग्रेजी भाषान्तर में हिन्दुत्व को हिन्दुइज्म कहा जाता है। इज्म विचार होता है। विचार 'वाद' होता है। वाद का प्रतिवाद भी एक विचार होता है। पूंजीवाद- कैप्टलिज्म है। समाजवाद सोशलिज्म है। इसी तरह कम्युनिज्म है। अंग्रेजी का हिन्दुइज्म भी हिन्दूवाद का अर्थ देता है। लेकिन हिन्दुत्व हिन्दूवाद नहींं है। हिन्दुत्व समग्र मानवीय अनुभूति है। वीर होना वीरवाद नहींं होता, वीर होने का भाव वीरता है। दयावान होना दयावाद नहींं दयालुता है। हिन्दू होना हिन्दुता या हिन्दुत्व है। कुछ विद्वान ह...