Sunday, November 24"खबर जो असर करे"

Tag: country

देश की होनी चाहिए राष्ट्रभाषा

अवर्गीकृत
- डॉ. सौरभ मालवीय 'हिंदी संस्कृत की बेटियों में सबसे अच्छी और शिरोमणि है।' ये शब्द बहुभाषाविद और आधुनिक भारत में भाषाओं का सर्वेक्षण करने वाले पहले भाषा वैज्ञानिक जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन के हैं। नि:संदेह हिंदी देश के एक बड़े भू-भाग की भाषा है। महात्मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था। वह कहते थे कि राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूंगा है। भारत में अनेक भाषायें एवं बोलियां हैं। इसलिए यहां यह कहावत बहुत प्रसिद्ध है- कोस-कोस पर पानी बदले, चार कोस पर वाणी। भाषा संवाद का माध्यम है। भारतीय संविधान में भारत की कोई राष्ट्र भाषा नहीं है। यद्यपि केंद्र सरकार ने 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा के रूप में स्थान दिया है। इसमें केंद्र सरकार या राज्य सरकार अपने स्थान के अनुसार किसी भी भाषा का आधिकारिक भाषा के चयन कर सकती है। केंद्र सरकार ने अपने कार्यों के लिए हिंदी तथा रोमन भाषा को आधिकारिक भाषा के रूप म...

दो साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा देश का विदेशी मुद्रा भंडार, लगातार पाचवें हफ्ते गिरावट

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। देश के विदेशी मुद्रा भंडार (country's foreign exchange reserves) में लगातार पांचवें हफ्ते गिरावट (fifth week down) आई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार दो सितंबर को समाप्त हफ्ते में 7.9 अरब डॉलर ($ 7.9 billion down) घटकर 553.11 अरब डॉलर ($553.11 billion) रह गया है। विदेशी मुद्रा भंडार का यह 9 अक्टूबर, 2020 के बाद का न्यूनतम स्तर है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आने की वजह विदेशी मुद्रा आस्तियों (एफसीए), विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास आरक्षित निधि में कमी है। रिजर्व बैंक के सप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक 2 सितंबर को समाप्त हफ्ते में विदेशी मु्द्रा भंडार 7.9 अरब डॉलर घटकर 553.11 अरब डॉलर रहा है, जबकि 26 अगस्त को समाप्त हफ्ते में यह 3.007 अरब डॉलर घटकर 561.046 अरब डॉलर रहा था। रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आ...

कैसे हों देश के मास्टरजी

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा शिक्षक दिवस पर सारा देश अपने शिक्षकों की ही चर्चा करेगा। यह साफ है कि बेहतर और समर्पित शिक्षकों के बिना हम राष्ट्र निर्माण सही ढंग से नहीं कर सकते। पर हमारे देश में एक बड़ी समस्या यह सामने आ रही है कि कम से कम स्कूली स्तर पर कोई बहुत मेधावी युवा शिक्षक नहीं बन रहे हैं। आप अपने अड़ोस-पड़ोस के किसी मेधावी लड़के या लड़की को शिक्षक बनता नहीं देखेंगे। ये ऐसा क्यों हो रहा है? इसी पर हमें गंभीरता से विचार करना होगा। हमें अपने मेधावी नौजवानों को भी शिक्षक बनने के लिए प्रेरित करना चाहिए। सच में वर्तमान में तो चिंताजनक स्थिति ही बनी हुई है। जिस भारत के राष्ट्रपिता भी शिक्षक रहे हों वहां के योग्य नौजवान मन से शिक्षक नहीं बन रहे हैं। वास्तव में यह विडंबना ही है। यह तथ्य कम लोगों को पता है कि महात्मा गांधी कुछ समय तक मास्टर जी भी रहे हैं। उनकी पाठशाला राजधानी की वाल्मिकी बस्ती में चलत...

कैट का दीपावली तक देश में त्योहारी बिक्री एक लाख करोड़ रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
-चीनी वस्तुओं के बहिष्कार से चीन को 75 हजार करोड़ का लगेगा झटका नई दिल्ली। पिछले दो साल में कोरोना महामारी (corona pandemic) के कारण दिल्ली सहित देश के व्यापार पर बुरा असर (bad effect on business) पड़ा है। भारी धन संकट तथा बाज़ार में बड़ी उधारी के कारण व्यापारी वर्ग भारी वित्तीय दबाव (business class heavy financial pressure) में है, लेकिन 31 अगस्त से शुरू हुए गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) में हो रहे अच्छे व्यापार तथा भारतीय उत्पादों की ख़रीद के कारण व्यापारियों को उम्मीद बंधी हैं। इस वर्ष दीपावली (Diwali) तक देश में त्योहारी बिक्री एक लाख करोड़ रुपये (Festive sale Rs 1 lakh crore) तक हो सकती है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने यह बात कही। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने शुक्रवार को बताया कि 31 अगस्त से एक बार फिर चीनी वस्तुओं का देशव्यापी बहिष्कार अभियान शुरू किया है। ...

देश की 10वीं सबसे अधिक मार्केट वैल्यू वाली कंपनी बनी अडाणी ट्रांसमिशन

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। अडाणी ग्रुप की कंपनियों को इस साल शेयर बाजार में लगातार जबरदस्त सपोर्ट मिला है, जिसकी वजह से ग्रुप की सभी 7 लिस्टेड कंपनियों के नेटवर्थ में जबरदस्त उछाल आया है। इसी उछाल के कारण इस ग्रुप की एक कंपनी अडाणी ट्रांसमिशन देश के कई दिग्गज कॉरपोरेट्स को पीछे छोड़ते हुए मार्केट वैल्यू के लिहाज से देश की 10वीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। अडाणी ट्रांसमिशन के शेयरों में इस साल अभी तक करीब 125 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। इसके कारण शेयर बाजार में आज का कारोबार खत्म होने के बाद इसका मार्केट केपीटलाइजेशन 4.4 लाख करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया है। इसके साथ ही अडाणी ट्रांसमिशन ने देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एलआईसी) और आईटीसी को भी पीछे छोड़ दिया है। अडाणी ट्रांसमिशन के शेयरों में पिछले 1 महीने के कारोबार के दौर में ही 10 प्रतिशत तक की तेजी आ चुकी है। अगर इस साल क...

देश के आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन जुलाई में घटकर 4.5 फीसदी पर

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (Economy fronts) पर सरकार को झटका लगने वाली खबर है। देश के आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर (Growth rate of eight basic industries) यानी उत्पादन जुलाई महीने (Production July month) में धीमा पड़कर 4.5 फीसदी रहा जबकि जून महीने में यह 13.2 फीसदी (June it was 13.2 percent) रहा। बुनियादी उद्योगों की उत्पादन की यह वृद्धि दर पिछले छह महीने में सबसे कम है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन जुलाई महीने में 4.5 फीसदी रहा है। एक साल पहले इसी महीने में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 9.9 फीसदी रहा था। आंकड़ों के मुताबिक बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर जून में 13.2 फीसदी, मई में 19.3 फीसदी, अप्रैल में 9.5 फीसदी, मार्च में 4.8 फीसदी, फरवरी में 5.9...

देश को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी उम्मीद

अवर्गीकृत
- डा. वेदप्रताप वैदिक सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति यू.यू. ललित के प्रधान न्यायाधीश बनते ही दनादन फैसले शुरू कर दिए हैं। यह अपने आप में एक मिसाल है। ऐसा लगता है कि अपने ढाई माह के छोटे से कार्यकाल में वे हमारे सारे न्यायालयों को शायद नए ढांचे में ढाल जाएंगे। इस समय देश की अदालतों में चार करोड़ से ज्यादा मुकदमे लटके हैं। कई मुकदमे लगभग 30-40 साल से विचाराधीन हैं। मुकदमों में फंसे लोगों की परेशानी की कहानी अलग है। न्यायमूर्ति ललित की अदालत ने गुजरात के दंगों की 11 याचिकाओं, बाबरी मस्जिद से संबंधित मुकदमों और बेंगलुरु के ईदगाह मैदान के मामले में जो फैसले दिए हैं, उनसे आप सहमति व्यक्त करें, यह जरूरी नहीं है लेकिन उन्हें दशकों तक लटकाए रखना तो बिल्कुल निरर्थक ही था। जाॅन स्टुअर्ट मिल ने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ ‘लिबर्टी’ में पते का वाक्य लिखा है। उन्होंने कहा है- ‘‘देर से दिया गया न्याय तो अन्याय ही...

देश की अर्थव्यवस्था 2047 तक 20 हजार अरब डॉलर पहुंचने का अनुमानः बिबेक देबरॉय

देश, बिज़नेस
- ईएसी-पीएम के चेयरमैन ने ‘भारत के लिए प्रतिस्पर्धात्मकता का मसौदा @100 जारी किया नई दिल्ली। प्रधानमंत्री (Prime Minister ) की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) (Economic Advisory Council (EAC-PM)) के चेयरमैन (Chairman) बिबेक देबरॉय (Bibek Debroy) ने देश की अर्थव्यवस्था (country's economy) का आकार वर्ष 2047 तक 20 हजार अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान जताया है। उनका यह भी कहना है कि यह तभी हो सकता है जब अगले 25 साल में औसत वार्षिक वृद्धि 7 से लेकर 7.5 फीसदी हो। देबरॉय ने मंगलवार को ‘भारत के लिए प्रतिस्पर्धात्मकता का मसौदा @100 जारी करते हुए बताया कि अगर भारत अगले 25 साल में 7 से लेकर 7.5 फीसदी की औसत आर्थिक वृद्धि दर से आगे बढ़ता है, तो देश की सालाना प्रति व्यक्ति आय 10 हजार अमेरिकी डॉलर ज्यादा होगी। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में वर्ष 2047 तक भारत भी उच्च मानव विकास श्रेणी के देशों मे...

देश में 5जी सर्विस लॉचिंग की उलटी गिनती शुरू, 12 अक्टूबर तक सेवाएं मिलने की उम्मीद

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Telecom Minister Ashwini Vaishnav) ने कहा कि हम 5जी सेवाओं (5G services) को तेजी से शुरू करने की योजना बना रहे हैं। देश में 12 अक्टूबर (12 October) तक 5जी सेवा शुरू होने की उम्मीद जताते हुए वैष्णव ने कहा कि दूरसंचार कंपनियां (telecom companies) इस संबंध में काम कर रही है और इसका तकनीकी इंस्टालेशन (technical installation) किया जा रहा है। संचार मंत्री ने गुरुवार को कहा कि हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन साल में 5जी सेवा देश के प्रत्येक हिस्से में पहुंच जाएगी। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि ये सर्विस किफायती रहे। दूरसंचार उद्योग 5जी सेवाओं के विस्तार के लिए शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों ने बहुत ही तर्कसंगत कीमत पर 5जी के रोलआउट के लिए अपनी सहमति दी है। इससे पहले अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि अ...