Thursday, November 28"खबर जो असर करे"

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देश में 15 दिसंबर तक 82.1 लाख टन चीनी का हुआ उत्पादन

देश में 15 दिसंबर तक 82.1 लाख टन चीनी का हुआ उत्पादन

देश, बिज़नेस
- चीनी विपणन वर्ष में अभी तक चीनी का उत्पादन पांच फीसदी बढ़ा नई दिल्ली। देश में चीनी विपणन वर्ष 2022-23 (Sugar Marketing Year 2022-23) में एक अक्टूबर से 15 दिसंबर के दौरान चीनी का उत्पादन पांच फीसदी की वृद्धि (Sugar production increased by five percent) के साथ 82.1 लाख टन (82.1 lakh tonnes) रहा है। पिछले चीनी विपणन वर्ष की इसी अवधि में 77.9 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इसके साथ ही चीनी मिलों ने 45-50 लाख टन चीनी निर्यात का अनुबंध किया है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि चालू चीनी विपणन वर्ष में 15 दिसंबर तक चीनी का उत्पादन 82.1 लाख टन रहा है, जबकि पिछले चीनी विपणन वर्ष 202122 की इसी अवधि के दौरान 77.9 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस तरह पिछले वर्ष की इस अवधि की तुलना में चीनी के उत्पादन में पांच फीसदी का इजाफा हुआ है। उद्योग संगठन इस्मा के मुताबिक ...
देश में एक जनवरी को बफर मानदंड से ज्यादा 159 लाख टन होगा गेहूं का भंडार

देश में एक जनवरी को बफर मानदंड से ज्यादा 159 लाख टन होगा गेहूं का भंडार

देश, बिज़नेस
- बढ़ती कीमतों के बीच सरकार ने कहा, देश में अनाज का पर्याप्त भंडार मौजूद नई दिल्ली। देश में अनाज की बढ़ती कीमतों (rising grain prices) के बीच सरकार ने कहा है कि उसके पास अनाज का पर्याप्त भंडार (sufficient stock of grain) मौजूद है। सरकार ने कहा कि एक जनवरी, 2023 को केंद्रीय पूल में गेहूं का भंडार करीब 159 लाख टन (Wheat reserves around 159 lakh tonnes) का होगा, जबकि बफर मानदंड के हिसाब से यह 138 लाख टन ही होना चाहिए था। उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि सरकार के पास अनाज का पर्याप्त भंडार मौजूद है। मंत्रालय के मुताबिक एक जनवरी, 2023 तक करीब 159 लाख टन गेहूं उपलब्ध होगा, जो 138 लाख टन के बफर मानक की जरूरत से कहीं ज्यादा है। 12 दिसंबर तक केंद्रीय पूल में करीब 182 लाख टन गेहूं उपलब्ध था। उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक भारत सरकार के पास राष्...
मप्रः 16 से 18 जनवरी तक उज्जैन-इंदौर में जुटेंगे देश के शिक्षाविद्

मप्रः 16 से 18 जनवरी तक उज्जैन-इंदौर में जुटेंगे देश के शिक्षाविद्

देश, मध्य प्रदेश
16-17 जनवरी को एजुकेशनल लीडर समिट इंदौर में, 18 जनवरी को "शिक्षा समागम उज्जैन में भोपाल। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के क्रियान्वयन, शैक्षणिक संस्थागत विकास, शैक्षणिक नवाचार, भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीय भाषा संवर्धन पर विमर्श के उद्देश्य से 16 से 18 जनवरी के बीच देश के शिक्षाविद (Country Educationist) इंदौर और उज्जैन में जुटेंगे। इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) परिसर में 16-17 जनवरी को 'नेशनल समिट ऑफ़ एजुकेशन लीडर्स' ('National Summit of Education Leaders') का आयोजन होगा। इसमें देश के निजी और शासकीय विश्वविद्यालयों को नेतृत्वकर्ता - कुलाधिपति, कुलपति और देश के शैक्षणिक संगठनों के प्रमुख भाग लेंगे। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में 18 जनवरी को 'उज्जैन शिक्षा समागम' होगा, जिसमें भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीय भाषा संवर्धन पर विमर्श होगा। उ...
मप्रः इंदौर नगर निगम जारी करेगा देश में प्रथम ग्रीन बॉन्ड पब्लिक इश्यु

मप्रः इंदौर नगर निगम जारी करेगा देश में प्रथम ग्रीन बॉन्ड पब्लिक इश्यु

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री चौहान से मिले इंदौर महापौर भार्गव, दी ग्रीन बॉन्ड की जानकारी भोपाल। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव (Indore Mayor Pushyamitra Bhargava) ने शनिवार शाम को भोपाल प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री निवास कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) से भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को आईएमसी ग्रीन बॉन्ड पब्लिक इश्यु (IMC Green Bond Public Issue) जारी करने संबंधी जानकारी दी। भार्गव ने बताया कि किसी भी नगरीय निकाय द्वारा जारी यह बॉन्ड देश का प्रथम ग्रीन बॉन्ड होगा। मुख्यमंत्री चौहान को बताया गया कि वर्तमान में लगभग 25 करोड़ रुपये प्रतिमाह विद्युत पर, पेयजल पम्पिंग और आपूर्ति पर नगर निगम इंदौर द्वारा खर्च किये जाते हैं। इसे कम करने के लिए इंदौर नगर निगम द्वारा लगभग 305 करोड़ रुपये की लागत से जलूद पम्पिंग स्टेशन पर 60 मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट...
मप्र में जी-20 शिखर सम्मेलन देश की पहचान स्थापित करने का दुर्लभ अवसर : शिवराज

मप्र में जी-20 शिखर सम्मेलन देश की पहचान स्थापित करने का दुर्लभ अवसर : शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने की जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि मध्य प्रदेश में जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit in Madhya Pradesh) का आयोजन देश की पहचान स्थापित करने का दुर्लभ अवसर है। हमें इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। सम्मेलन में भाग लेने आने वाले डेलीगेट्स का स्वागत अच्छा हो और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। सम्मेलन को व्यवस्थित बनाने की तैयारी अभी से शुरू कर दी जाए। मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को अपने निवास पर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में इंदौर और पन्ना जिले के प्रभारी मंत्री, संबंधित जिलों के अधिकारी और जन...
“अनुगूँज” से विद्यार्थी देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे : शिक्षा मंत्री परमार

“अनुगूँज” से विद्यार्थी देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे : शिक्षा मंत्री परमार

देश, मध्य प्रदेश
- स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री ने किया "अनुगूँज" का शुभारंभ भोपाल। "अनुगूँज" ("Angunj") मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का एक ऐसा मंच है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) के अनुपालन में विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रतिभा (cultural talent of students) को निखारने का अवसर देता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) की पहल पर "अनुगूँज" स्कूल शिक्षा विभाग की पहचान बन चुका है। "अनुगूँज" मंच के माध्यम से प्रदेश के विद्यार्थियों को समग्र शिक्षा के साथ योग्य कलाकार बनकर श्रेष्ठ मंच प्राप्त करने का अवसर मिल सकेगा और यहां के विद्यार्थी देश और दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। यह बात प्रदेश के स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने रविवार शाम को राजधानी भोपाल के शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में "अनुगूँज" के चतुर्थ संस्करण...
देश में 30 नवंबर तक 47.9 लाख टन चीनी का हुआ उत्पादन: इस्मा

देश में 30 नवंबर तक 47.9 लाख टन चीनी का हुआ उत्पादन: इस्मा

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। देश में चीनी विपणन वर्ष 2022-23 (Sugar Marketing Year 2022-23) में चीनी उत्पादन (sugar production) अक्टूबर-नवंबर में मामूली वृद्धि के साथ 47.9 लाख टन (4.79 million tonnes with a slight increase) रहा है। पिछले चीनी विपणन वर्ष की इसी अवधि के 47.2 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने यह जानकारी दी है। उद्योग संगठन इस्मा ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि चालू चीनी विपणन वर्ष 2022-23 में 30 नवंबर तक चीनी का उत्पादन 47.9 लाख टन रहा है। पिछले वर्ष की इसी अवधि मे चीनी का उत्पादन 47.2 लाख टन रहा था। इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधी की तुलना में चीनी के उत्पादन में मामूली बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, पारिचालन वाले चीनी मिलों की संख्या भी पिछले वर्ष के 416 के मुकाबले 434 है। चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। इस्मा के आंकड़ों ...
विश्व दिव्यांग दिवस: देश को समझाना होगा प्रधानमंत्री का दर्द

विश्व दिव्यांग दिवस: देश को समझाना होगा प्रधानमंत्री का दर्द

अवर्गीकृत
- रमेश सर्राफ धमोरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकलांगों को दिव्यांग कहने की अपील के पीछे तर्क था कि शरीर के किसी अंग से लाचार व्यक्तियों में ईश्वर प्रदत्त कुछ खास विशेषताएं होती हैं। विकलांग शब्द उन्हें हतोत्साहित करता है। अच्छी बात यह है कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर लोगों ने विकलांगों को दिव्यांग कहना शुरू कर दिया है। अनेक दिव्यांगों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाना शुरू कर दिया है। मगर दुखद यह है कि आज भी तमाम लोग दिव्यांगों को दयनीय दृष्टि से देखते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1992 में हर वर्ष 03 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाने घोषणा की गई थी। इसका उद्देश्य समाज के सभी क्षेत्रों में दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों को बढ़ावा देना और राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में दिव्यांगों के बारे में जागरुकता बढ़ाना था। मगर अधिकतर लोगों को इस ब...
देश में लागू होना चाहिए समान नागरिक संहिता : मुख्यमंत्री शिवराज

देश में लागू होना चाहिए समान नागरिक संहिता : मुख्यमंत्री शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने समान नागरिक संहिता (uniform civil code) को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में एक समान नागरिक संहिता लागू करने के पक्ष में हूं। प्रदेश में इसके लिये कमेटी बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को बड़वानी जिले के सेंधवा विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम चाचरिया में पेसा एक्ट जागरुकता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई बार बड़े खेल हो जाते हैं। खुद जमीन नहीं ले सकते तो किसी आदिवासी के नाम से जमीन ले ली। कई बदमाश ऐसे भी आ गए, जो आदिवासी बेटी से शादी करके जमीन उसके नाम से ले लेते हैं। कई तो सरपंची का चुनाव लड़वा देते हैं। शादी कर ली तुम सरपंच बन जाओ और मैं पैसा खा जाऊं। अब मामा ऐसे लोगों को लटकाएगा, छोड़ेगा नहीं। आज मैं जागरण की अलख जगाने आया हूं। बेटी से शादी की और जमीन ले ली। मैं तो इस बात का पक...