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जनजाति संस्कृति एवं कला को संर‍क्षित रखने में कलाकारों का योगदान महत्वपूर्णः राष्ट्रपति

जनजाति संस्कृति एवं कला को संर‍क्षित रखने में कलाकारों का योगदान महत्वपूर्णः राष्ट्रपति

देश, मध्य प्रदेश
इंदौर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Draupadi Murmu) ने बुधवार शाम को इंदौर प्रवास के दौरान मृगनयनी एंपोरियम (Mrignayani Emporium) में बुनकरों द्वारा हाथकरघा पर तैयार की गई रेशम एवं कॉटन (silk and cotton) की चंदेरी, महेश्वरी साड़ियों को देखा। उन्होंने आदिवासी क्षेत्र के हस्तशिल्पी, बुनकरों एवं जनजाति कारीगरों के साथ चर्चा की और उनकी कला को सराहा। उन्होंने इन कलाकारों से चर्चा के दौरान कहा कि हमारी पुरानी संस्कृति (Old culture) एवं परम्परा को संजोकर एवं संरक्षित रखने की जरूरत है। यह कलाकार इसमें अच्छा योगदान दे रहे हैं। इन्हें प्रोत्साहन देने की जरूरत है, जिससे इन कलाकारों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। राष्ट्रपति को इस मौके पर कलाकारों द्वारा अपने हाथों से निर्मित हस्तशिल्प भी भेंट किया गया। यह सभी कलाकार अपनी विधा में पारंगत हैं और राष्ट्रीय स्तर पर इनकी एक अलग ही पहचान है। यह सभी ...
इंडियन स्पेस सेक्टर की बड़ी छलांग, देश की जीडीपी में किया 60 अरब डॉलर का योगदान

इंडियन स्पेस सेक्टर की बड़ी छलांग, देश की जीडीपी में किया 60 अरब डॉलर का योगदान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) (Indian Space Research Organization (ISRO) की अगुवाई में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम (Indian space program) ने जबरदस्त सफलता हासिल (Achieved tremendous success.) की है। इसके जरिए इसरो ने देश की जीडीपी में 60 अरब डॉलर (60 billion dollars in GDP) का बड़ा योगदान किया है। इसके साथ ही इसकी वजह से 47 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित किए जा चुके हैं। इकोन वन एंड यूरोकंसल्ट ने सोशियो इकोनॉमिक इंपैक्ट एनालिसिस ऑफ इंडियन स्पेस प्रोग्राम नाम से एक रिपोर्ट जारी करके बताया है कि इसरो ने अपनी कम लागत की वजह से दुनिया भर में अपनी एक खास पहचान बनाई है। इस रिपोर्ट में देश में अंतरिक्ष के क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों का आकलन किया गया है। इसके साथ ही रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि स्पेस सेक्टर में चल रहे काम की वजह से देश को कितना फायदा हुआ है। इकोन व...
सिर्फ फौरी अंशदान से समृद्ध नहीं होगा किसान

सिर्फ फौरी अंशदान से समृद्ध नहीं होगा किसान

अवर्गीकृत
- अरुण कुमार दीक्षित कृषि कर्म अब लाभकारी नहीं रहा। किसानों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्हें उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाता। लागत अधिक है और मुनाफा कम है। बीज महंगे हैं। कृषि यंत्र महंगे हैं। कारें सस्ती हैं। कृषि कार्य में उपयोग में लाये जाने वाले ट्रैक्टर महंगे हैं। कारों को बैंक तत्काल ऋण देते हैं। किसानों को ऋण देने में त्रस्त होने की सीमा तक चक्कर लगवाते हैं। सरकारी तंत्र द्वारा छूट के लिए दफ्तर पहुंचे किसानों को आदर नहीं दिया जाता। उन्हें कई बार परेशान किया जाता है। कागजी औपचारिकता के लिए सरकारी तंत्र की आदतें भी बैंकों जैसी हैं। बड़ी समस्या यह भी है कि फसलों के उत्पादन के बाद उपज बेचने के लिए बाजार उपलब्ध नहीं है। बिचौलियों का सहारा लेकर ही किसान अनाज बेच पाते हैं। कई बार बिचौलिए ही किसानों की भूमिका में देखे जाते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि किसानों के पास अपनी उ...
हेल्थ सिस्टम में नर्सिंग पेशे का योगदान अतुलनीय

हेल्थ सिस्टम में नर्सिंग पेशे का योगदान अतुलनीय

अवर्गीकृत
- डॉ. रमेश ठाकुर बिना नर्स के समूचा चिकित्सा तंत्र अधूरा है क्योंकि वह अस्पतालों की रीढ़ होती हैं। वे अपने कर्तव्य, समर्पण और प्रतिबद्धता से चिकित्सीय पेशे का संचालन करती हैं। सालाना 6 मई को ‘राष्ट्रीय नर्स दिवस’ मनाया जाता है। पिछले वर्ष यानी 2023 को इस दिवस की थीम थी ‘हमारी नर्से, हमारा भविष्य’। राष्ट्रीय नर्स दिवस की स्थापना किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं की गई थी, बल्कि 1982 में संयुक्त राज्य कांग्रेस द्वारा की गई। ये दिवस नर्सिंग की संस्थापिका फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन की स्मृति में मनाया जाता है। राष्ट्रीय नर्स दिवस ऐसा दिन है, जो नर्सों के योगदान और उनकी कड़ी मेहनत का सम्मान और जश्न मनाने के लिए होता है। वैसे इस दिवस को पूरे एक सप्ताह के लिए मनाया जाता है। यानी 6 से 12 मई तक। गौरतलब है कि ये पेशा स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, बीमारियों को रोकने और विभिन्न प्रकार की चिकित्सीय स्थ...
शासन-संचालन में आमजन का योगदान और सम्मान दोनों जरूरीः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

शासन-संचालन में आमजन का योगदान और सम्मान दोनों जरूरीः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि शासन- संचालन में आमजन का योगदान और उनका सम्मान आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में राष्ट्र तेजी से विकास कर रहा है। भारत की शान भी विश्व में बढ़ी है। वसुधैव कुटुम्बकम का भाव भारतीय संस्कृति की विशेषता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को तेलंगाना के कोमुरवेल्ली रेलवे स्टेशन के शिलान्यास समारोह में बतौर विशेष अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी, जनप्रतिनिधि और आमजन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कोमुरवेल्ली प्रवास के दौरान यहां के प्रमुख आस्था केंद्र मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। डॉ. यादव ने कहा कि आज भगवान मल्लिकार्जुन के द...
स्वच्छता में बाल्मीकि समाज का योगदान महत्वपूर्ण: सिंधिया

स्वच्छता में बाल्मीकि समाज का योगदान महत्वपूर्ण: सिंधिया

देश, मध्य प्रदेश
- बाल्मीकि समाज सामाजिक सरोकार सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने की शिरकत भोपाल (Bhopal)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने कहा कि भगवान बाल्मीकि (Lord Valmiki) के द्वारा रचित रामायण (Ramayana) हर भारतीय (every Indian) के रग-रग में समाहित है। इसी प्रकार बाल्मीकि समाज भी हर भारतीय के दिल में बसता है। स्वच्छता में बाल्मीकि समाज का योगदान महत्वपूर्ण है। इसीलिए बाल्मीकि समाज का ऋणी हर भारतीय है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया गुरुवार को शहर के मोती तबेला गार्डन में आयोजित बाल्मीकि समाज सामाजिक सरोकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिंधिया परिवार और बाल्मीकि समाज का राजनैतिक नहीं दिल का संबंध है। बाल्मीकि समाज के चकोडी लाल बाल्मीकि, हरिलाल उस्ताज आदि सिंधिया परिवार के सलाहकार रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनहितेषी योज...
विशेष: नर्सों के समाज के लिए योगदान को नमन

विशेष: नर्सों के समाज के लिए योगदान को नमन

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल दया और सेवा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग की जन्मदाता माना जाता है, जिनकी शुक्रवार को हम 203वीं जयंती मना रहे हैं। प्रतिवर्ष उन्हीं की जयंती को 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस विशेष अवसर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत नर्सिंग कर्मियों के योगदान को नमन करना बेहद जरूरी है। ‘लेडी विद द लैंप’ के नाम से विख्यात नाइटिंगेल का जन्म 203 वर्ष पहले 12 मई, 1820 को इटली के फ्लोरेंस शहर में हुआ था। भारत सरकार द्वारा वर्ष 1973 में नर्सों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों को सम्मानित करने के लिए उन्हीं के नाम से ‘फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार’ की स्थापना की गई थी, जो प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर प्रदान किए जाते हैं। फ्लोरेंस नाइटिंगेल एक बेहद खूबसूरत, पढ़ी-लिखी और समझदार युवती थीं। उन्होंने अंग्रेजी, इटेलियन, लैटिन, जर्म...
प्रगति में प्रवासियों का योगदान

प्रगति में प्रवासियों का योगदान

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री प्रवासी भारतीयों की प्रतिभा विकसित देशों तक प्रतिष्ठित हो रही है। नरेन्द्र मोदी सरकार ने पहली बार प्रवासी भारतीयों पर ध्यान केंद्रित किया है। नरेन्द्र मोदी अपनी प्रत्येक विदेश यात्रा में प्रवासियों से संवाद करते हैं। विगत आठ वर्षों के दौरान विदेशों में प्रवासी भारतीयों के अभूतपूर्व सम्मेलन हुए हैं। इनमें नरेन्द्र मोदी के साथ सम्बन्धित देशों के शासक भी मंच साझा करते रहे हैं। इस नीति के दो प्रभाव हुए। पहला यह कि सम्बन्धित देश में प्रवासी भारतीयों का सम्मान और प्रभाव बढ़ा। वहां के शासन ने उन्हें विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराईं। दूसरा यह कि इन प्रवासियों ने भारत की प्रगति में योगदान देना शुरू किया। वह अपनी मातृभूमि के प्रति दायित्व का निर्वाह करने लगे हैं। नए सिरे से भारतीय सभ्यता संस्कृति से जुड़ रहे हैं। काशी के प्रवासी सम्मेलन में प्रवासियों का संस्कृति प्रेम दिखाई दिय...