संविधान सभा में आज ही शुरू हुई थी हिंदी राजभाषा के प्रश्न पर बहस
- गौरव अवस्थी
आज 13 सितंबर है। हिंदी दिवस के संदर्भ में 12,13 और 14 सितंबर का अहम स्थान है। 12 सितंबर को ही संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा बनाए जाने के तैयार किए गए मसौदे पर आए 300 से अधिक संशोधनों पर दिलचस्प बहस शुरू हुई थी। हिंदी और अहिंदी भाषी राज्यों के प्रतिनिधियों के बीच गरमागरम यह बहस लोकसभा सचिवालय द्वारा 1994 में प्रकाशित की गई 'भारतीय संविधान सभा के वाद विवाद की सरकारी रिपोर्ट' का अहम दस्तावेज है।
हिंदी को राज या राष्ट्रभाषा बनाए जाने से जुड़े संशोधनों पर संविधान सभा में हुई बहस में पंडित जवाहरलाल नेहरू, राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन, मौलाना अबुल कलाम आजाद, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सेठ गोविंद दास, एन गोपालस्वामी आयंगर, अलगू राय शास्त्री, आरबी धुलेकर, मौलाना हसरत मोहानी, वीएन गाडगिल, नजीरउद्दीन अहमद, मौलाना हिफजुररहमान, श्रीमती जी. दुर्गाबाई , डॉ. रघुवीर, मोहम्मद इस्माइल, शंकर...