Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Congress

ह्यूम से खरगे तक कांग्रेस का सफर, क्या खोया क्या पाया

ह्यूम से खरगे तक कांग्रेस का सफर, क्या खोया क्या पाया

अवर्गीकृत
- ऋतुपर्ण दवे कभी लगता है कि कांग्रेस लक्ष्य से भटकी हुई है, कभी लगता है कि उम्मीद की किरण बाकी है। लेकिन सच यही है जनादेश वक्त के साथ अच्छे-अच्छों को हैसियत बता देता है। चाहे दल हों या राजनीतिज्ञ। आज कर्नाटक जीत के बाद भले कांग्रेस ऊर्जा से भरी होने का भ्रम पाल रही हो लेकिन इस कड़वे सच को मानना ही होगा कि जनसाधारण की रुचि दिनों दिन दूसरे दलों में ज्यादा दिखने लगी है। इसे कोई क्षेत्रवाद का विस्तार कहे या पूरे देश में बरसों बरस एकछत्र शासन कर चुके ऐसे राष्ट्रीय दल की विडंबना जो बहुत पहले अपने ही बिछाए जाल में खुद फंसती चली गई। कुछ यूं उलझी कि जनमानस के मस्तिष्क में कांग्रेस को लेकर उलझी गुत्थी कब सुलझेगी पता नहीं। ये सवाल बेहद अहम और राजनीतिक पण्डितों को भी समझ नहीं आता होगा कि गुणनफल क्या होगा? देश की राजनीति और मतदाताओं की परिपक्व सोच ने तमाम दावों और रणनीतिकारों को कई बार धूल चटाया। आम...
कर्नाटक में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत, जालंधर लोकसभा सीट से जीता ‘आप’ उम्मीदवार

कर्नाटक में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत, जालंधर लोकसभा सीट से जीता ‘आप’ उम्मीदवार

देश
-उप्र विधानसभा उपचुनाव में अपना दल ने मारी बाजी नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज की है। शनिवार को आए चुनावी नतीजों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ है। चुनाव आयोग के अनुसार कांग्रेस 136, भाजपा 65, जनता दल (सेक्यूलर) 19 और अन्य ने चार पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस को इन चुनाव में 43 प्रतिशत से ज्यादा मत मिले हैं। जबकि भाजपा को 36 और जेडीएस 13.31 प्रतिशत मत मिला। पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकू ने जीत दर्ज की है। वहीं उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में मिर्जापुर की छानबे और रामपुर जिले की स्वार सीट से अपना दल (सोनेलाल) के प्रत्योशियों की जीत हुई। छानबे सीट से रिंकी कोल और स्वार सीट पर शफीक अहमद ने दर्ज की है। ओडिशा की झारसुगुड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) की उम्म...
कर्नाटक विधानसभा चुनाव एग्जिट पोल, कड़े मुकाबले में कांग्रेस दिख रही आगे

कर्नाटक विधानसभा चुनाव एग्जिट पोल, कड़े मुकाबले में कांग्रेस दिख रही आगे

देश
नई दिल्ली (New Delhi)। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों (Karnataka's 224 assembly seats) के लिए बुधवार को मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न (polling conducted peacefully) हुआ। मतदान के तुरंत बाद विभिन्न एजेंसियों और टीवी चैनलों के एग्जिट पोल (exit poll) आने शुरू हो गए। इन एग्जिट पोल्स की मानें तो कर्नाटक में सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और कांग्रेस (Congress) के बीच होता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस इसमें कुछ बढ़त के साथ आगे और बहुमत के करीब नजर आ रही है। मतदान बाद हुए इस चुनावी सर्वे में भाजपा 100 सीटों और कांग्रेस 100 से ज्यादा सीटें लेती हुई दिखाई दे रही है। वही हर बार की तरह इस बार भी राज्य की पार्टी जनता दल सेकुलर कम सीटों के बावजूद गठजोड़ की राजनीति में बड़ी भूमिका में नजर आ सकती है। कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनाव में 72.36 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस वक्त भी कि...
मप्रः पूर्व मंत्री दीपक जोशी छोड़ेंगे भाजपा, थामेंगे कांग्रेस का हाथ

मप्रः पूर्व मंत्री दीपक जोशी छोड़ेंगे भाजपा, थामेंगे कांग्रेस का हाथ

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भाजपा (BJP) को बड़ा झटका लग सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी (Former Chief Minister Kailash Joshi) के बेटे और शिवराज सरकार में मंत्री (Minister in Shivraj government) रहे दीपक जोशी (Deepak Joshi) जल्द भाजपा छोड़ छोड़ेंगे। बताया जा रहा है कि वे कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। दीपक जोशी भाजपा के टिकट पर वर्ष 2018 में हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। वर्ष 2020 में कमलनाथ सरकार गिरने के दौरान हाटपिपल्या से कांग्रेस विधायक मनोज चौधरी भाजपा में आ गए और भाजपा के टिकट पर विधायक बन गए। तब से जोशी नाराज चल रहे थे। इससे पहले जोशी शिवराज सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रहे हैं। उनके पिता मप्र के मुख्यमंत्री पद पर रहे और बागली विधानसभा क्षेत्र से नौ बार विधायक रहने का रिकार्ड भी उन्हीं के नाम है। परंपरागत सीट छ...
शिवराज जी, आपके वादे अच्छे हैं

शिवराज जी, आपके वादे अच्छे हैं

अवर्गीकृत
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर अक्सर विपक्षी खासकर कांग्रेस उन्हें घोषणावीर कहकर उनका मजाक उड़ाने का प्रयास करती है। चुनाव आने के पूर्व कभी ऐसा नहीं हुआ कि कांग्रेस ने उनकी घोषणाओं को लेकर सड़कों पर बवाल न किया हो। किंतु जब आप शिवराज चौहान की घोषणा करने की नीयत को लेकर गहराई से पड़ताल करते हैं, तब यही निष्कर्ष निकलता है कि '' न केवल मुख्यमंत्री शिवराज की घोषणाएं करने का अंदाज निराला है बल्कि ये वादे अच्छे हैं।'' आप विचार करें, आखिर मुख्यमंत्री की घोषणाओं को पूरा करने का कार्य किसका है? मुख्यमंत्री जो घोषणाएं करते हैं वे किसके लिए हैं ? स्वभाविक उत्तर होगा ''सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय'' किसी भी लोककल्याणकारी राज्य में राज्य की जनता का हित ही सर्वोपरि है। ऐसे में जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जब आरोप लगाते हैं कि शिवराज सि...
कांग्रेस के लिए ‘राहु’ बन गए हैं राहुल गांधी: शिवराज सिंह

कांग्रेस के लिए ‘राहु’ बन गए हैं राहुल गांधी: शिवराज सिंह

देश, मध्य प्रदेश
-पूरे देश में तो अमृतकाल चल रहा और कांग्रेस में राहुकाल: मुख्यमंत्री भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को न तो राजनीति की जानकारी है और न ही राष्ट्रनीति की। जहां पूरे देश में अमृतकाल चल रहा है तो वहीं कांग्रेस में राहुकाल चल रहा है। राहुल गांधी कांग्रेस के लिए राहु बन गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार शाम को अपने निवास कार्यालय समत्व भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर राहुल नेहरू गांधी परिवार से न होते तो कहां होते, यह सारा देश जानता है। यह बताने की जरूरत नहीं है, लेकिन गांधी नेहरू परिवार के गुलाम नेता उनको जबरदस्ती राष्ट्रीय नेता बनाने पर तुले हुए हैं। वास्तविकता यह है कि राहुल गांधी गांधी नेहरू परिवार के सबसे असफल सबसे कमजोर गैर जिम्मेदार, लापरवाह और अहंकारी नेता है। उन्होंने...
आंध्रप्रदेश के पूर्व CM किरण कुमार ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, भाजपा में हो सकते हैं शामिल

आंध्रप्रदेश के पूर्व CM किरण कुमार ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, भाजपा में हो सकते हैं शामिल

देश
अमरावती (Amravati)। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister of Andhra Pradesh) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नल्लारी किरण कुमार (Senior Congress leader Nallari Kiran Kumar) ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा (Resignation from Congress party) दे दिया है। किरण कुमार रेड्डी आंध्र प्रदेश के पुनर्गठन से पहले राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। फिलहाल उनके भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) में शामिल होने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। चित्तूर जिले से 4 बार विधायक रहे किरण कुमार ने वर्ष 1989 में अपने राजनीतिक पारी शुरुआत की थी। तब उन्होंने वायलपाडु से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की। फिर उन्होंने वर्ष 1999 और 2004 में एक ही निर्वाचन क्षेत्र से और बाद में 2009 में पिलेरू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता। किरण कुमार के पिता अमरनाथ रेड्डी भी बड़े कांग्रेसी नेता थे और उनकी पूर्व प्रधान...
पूर्वोत्तर ने दिखाया कांग्रेस को आईना

पूर्वोत्तर ने दिखाया कांग्रेस को आईना

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- सुरेश हिन्दुस्थानी पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों के चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। वहीं यह चुनाव परिणाम भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्साह बढ़ाने का काम करने वाले हैं। भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस को लग रहा था कि उसकी राजनीतिक स्थिति सुधर जाएगी, लेकिन पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में हुए विधानसभा के चुनाव परिणाम ने कांग्रेस की आशा को ध्वस्त करने का ही काम किया है। कांग्रेस के नेताओं को जिस प्रकार से अप्रत्याशित परिणामों की उम्मीद दिखाई दे रही थी, परिणामों ने कांग्रेस के उड़ान भरते हुए पंखों को काटने का काम किया है। इस कारण एक बार फिर से कांग्रेस की राजनीतिक आकांक्षा को पलीता लगा है। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के नेता भारत जोड़ो यात्रा को राजनीतिक उत्थान के लिए रामबाण दवा मानकर चल रहे थे, लेकिन यह दवा भी कारगर सिद्ध नहीं हो पाई। कांग्रेस की गिरती हुई साख को बचाने के लि...
कांग्रेसः ढाक के वही तीन पात!

कांग्रेसः ढाक के वही तीन पात!

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- डॉ. वेदप्रताप वैदिक रायपुर में आयोजित कांग्रेस के 85 वें अधिवेशन में शनिवार तक जो कुछ भी हुआ है, उसके बारे में क्या कहें? ढाक के वही तीन पात। इंदिरा गांधी के जमाने से देश की इस महान पार्टी के आकाश से आतंरिक लोकतंत्र का जो सूर्य अस्त हुआ था, वह अब भी अस्त ही है। इसमें कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व का दोष उतना नहीं है, जितना उसके अनुयायिओं का है। राहुल गांधी का तो मानना है कि कांग्रेस की कार्यसमिति चुनाव द्वारा नियुक्त होनी चाहिए लेकिन रायपुर अधिवेशन में पार्टी की संचालन समिति ने सर्वसम्मति से तय किया है कि यह नियुक्ति कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही करेंगे। जिन दो-तीन नेताओं ने शुरू में थोड़ी हिम्मत की और बोला कि कार्यसमिति के लिए चुनाव करवाए जाएं, उन्होंने भी झुंड के आगे मुंड झुका दिया। खड़गे ने भी कह दिया कि वह सोनिया, राहुल और प्रियंका से सलाह करके कार्यसमिति की घोषणा करेंगे। कांग...