Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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सहयोगी दलों की भावनाओं को समझे कांग्रेस

सहयोगी दलों की भावनाओं को समझे कांग्रेस

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- रमेश सराफ धमोरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत एनडीए गठबंधन की सरकार को सत्ता से हटाने के लिए देश के 28 प्रमुख विपक्षी दलों ने गठबंधन बनाकर एक साथ चुनाव लड़ने का संकल्प जाहिर किया था। कांग्रेस गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है। मगर गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दलों की ताकत भी कम नहीं है। क्षेत्रीय दल भी अपने-अपने प्रदेशों में मजबूत स्थिति में है। लगने लगा था कि आने वाले समय में यह गठबंधन भाजपा को टक्कर दे सकता है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आने लगा वैसे-वैसे क्षेत्रीय दलों के नेता कांग्रेस से सीटों का बंटवारा करने की बात करने लगे। मगर कांग्रेस पार्टी पहले कर्नाटक व हिमाचल विधानसभा चुनाव में व्यस्तता की बात कहती रही। फिर राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व तेलंगाना विधानसभा चुनाव के बहाने बात को टाल दिया। कांग्रेस के चलते विपक्षी गठबंधन में श...
खड़गे का बयान और कांग्रेस की हताशा

खड़गे का बयान और कांग्रेस की हताशा

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- आशीष वशिष्ठ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 29 जनवरी को भुवनेश्वर में थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा- ‘2024 लोकसभा चुनाव लोकतंत्र को बचाने का आखिरी मौका होगा। अगर इस चुनाव में भाजपा जीती तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस देश में दोबारा चुनाव नहीं होने देंगे। वे एक तानाशाह की तरह इस पर रोक लगाएंगे।’ कांग्रेस अध्यक्ष के बयान से देश की सबसे पुरानी और सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली पार्टी की हताशा, निराशा और पराजय स्पष्ट झलकती है। कांग्रेस अध्यक्ष जब यह कहते हैं कि मोदी दोबारा सत्ता में आए तो कोई चुनाव नहीं होगा। आपके पास मतदान का आखिरी मौका है। ऐसा बयान देते समय शायद खड़गे अपनी ही पार्टी का चरित्र, आचरण, कृत्य और इतिहास भूल जाते हैं। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में लगभग छह दशक कांग्रेस ने देश की सत्ता को संभाला। इस कालावधि में उसने लोकतंत्र को कमजोर और कलंकित करने के एक नहीं कई काम किय...
कांग्रेस किस मुंह से निकालेगी न्याय यात्रा ?

कांग्रेस किस मुंह से निकालेगी न्याय यात्रा ?

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 14 जनवरी को मणिपुर से भारत न्याय यात्रा करने का ऐलान किया है। पार्टी के अनुसार, भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से एकता, प्रेम और सद्भाव का संदेश फैलाने के बाद गांधी देश के लोगों के लिए न्याय मांगेंगे। राहुल गांधी 6200 किलोमीटर की यात्रा के दौरान 14 राज्यों को कवर करेंगे। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जिस कांग्रेस ने देश की बंटवारे के फैसले से लेकर लंबे कालखंड तक तमाम अवसरों पर अन्याय किया है, वो आखिरकार किस मुंह से न्याय यात्रा निकालेगी? 1947 में देश के बंटवारे को लेकर कितने किस्से हम और आप ने सुन रखे हैं, लेकिन जिन्होंने बंटवारे में अपना घर-बाहर और अपने को खोया है, वो सिर्फ एक ही बात कहते हैं कि नेहरू की प्रधानमंत्री बनने की जिद ने बंटवारा करवाया। मेरे पूर्वजों ने भी बंटवारे का दंश सहा है। हिन्दुस्तान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बंटवारे की पीड़ितों के साथ हर क...
चुनावी भंवर में फंसी कांग्रेस

चुनावी भंवर में फंसी कांग्रेस

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- डॉ. अनिल कुमार निगम लोकसभा चुनाव का आगाज होने से पहले 14 जनवरी से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी न्याय यात्रा शुरू करने वाले हैं। उनकी 67 दिन की यह प्रस्तावित यात्रा 67 जिलों और 14 राज्यों से गुजरेगी। राहुल की यह न्याय यात्रा निसंदेह चुनावी माहौल को कांग्रेस के लिए अनुकूल बनाने के लिए होगी, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या कांग्रेस बिना सशक्त विचारधारा, स्पष्ट नीतियों और सशक्त नेतृत्व के बिना सत्ताधारी दल भाजपा को लोकसभा चुनाव में चुनौती दे पाएगी? क्या यह सच नहीं है कि लगभग 140 साल पुराना सियासी दल कांग्रेस इस समय लचर नेतृत्व और स्पष्ट विचारधारा के संकट से गुजर रहा है? वर्तमान में सत्ताधारी दल भाजपा काफी मजबूत स्थिति में है। भाजपा का मुकाबला करने के लिए 28 विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया नामक एक एलायंस बनाया है। लेकिन सीटों के बंटवारे और प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर जिस त...
राजस्थान कांग्रेस में कमजोर होगी गहलोत-पायलट की पकड़

राजस्थान कांग्रेस में कमजोर होगी गहलोत-पायलट की पकड़

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- रमेश सर्राफ धमोरा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों ही नेताओं को कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान की राजनीति से बाहर भेज दिया है। अब राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति में नए लोगों को आगे लाने की कवायद प्रारंभ हो गई है। पिछले लंबे समय से राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति अशोक गहलोत व सचिन पायलट के इर्द-गिर्द ही घूम रही थी। दोनों नेताओं में चल रही आपसी खींचतान के चलते राजस्थान में कांग्रेस को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है। दोनों की अदावत के चलते ही राजस्थान में कांग्रेस सत्ता से भी बाहर हो चुकी र्है। 2018 में जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी थी और अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री व सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। तभी से गहलोत व पायलट के बीच खींचतान प्रारंभ हो गई थी। राजस्थान में दोनों बड़े नेता के अलग-अलग दो गुट बन गए थे। दोनों नेताओं की खींचतान के चलते ...
मप्रः कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी मंगलवार को ग्रहण करेंगे पदभार

मप्रः कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी मंगलवार को ग्रहण करेंगे पदभार

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी मंगलवार, 19 दिसंबर 2023 को अपराह्न 3:00 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण करेंगे। यह जानकारी रविवार को प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि पटवारी मंगलवार सुबह 9:00 बजे इंदौर से कार द्वारा उज्जैन पहुंचेंगे और वहां भगवान महाकाल के दर्शन एवं पूजा अर्चन कर महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। इसके बाद वे उज्जैन से प्रस्थान कर 11:30 बजे देवास पहुंचेंगे जहां पर कार्यकर्ताओं द्वारा उनका स्वागत–सत्कार किया जाएगा। पटवारी 12:30 बजे देवास से प्रस्थान कर सोनकच्छ, आष्टा, सीहोर बायपास मार्ग से होते हुए दोपहर 2.00 बैरागढ़ पहुंचेंगे। पटवारी बैरागढ़ से रैली के रूप में इमामी गेट, बुधवारा, लिली टॉकीज चौराहा, रोशन पुरा, लिंक रोड होते हुए अपराह्न 3.00 बजे प्रदेश क...
पूर्वोत्तर में कांग्रेस के ‘पराई’ होने के निहितार्थ

पूर्वोत्तर में कांग्रेस के ‘पराई’ होने के निहितार्थ

अवर्गीकृत
- डॉ. रमेश ठाकुर सियासत अपने रंग-ढंग बदलती रहती है जिसकी पटकथा समय लिखता है, जो समय के साथ नहीं बदलता, समय उसे बदल देता है। समय की गति को समझने में कांग्रेस शायद गच्चा खा गई। पूर्वोत्तर से कांग्रेस का तकरीबन बोरिया-बिस्तर बंध चुका है। एक जमाना था, जब पूर्वोत्तर राज्यों में मुल्क के सबसे उम्रदराज सियासी दल ‘कांग्रेस’ का बोलबाला होता था। कांग्रेस के मुकाबले अन्य दल वहां बिल्कुल भी नहीं टिकते थे। चुनावी मौसम में सियासी लहर सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस की ही बहती थी। फिर, चुनाव चाहे पंचायती हो, या लोकसभा का, सभी में पार्टी की विजयी सुनिश्चित हुआ करती थी। लेकिन अब सियासी परिदृश्य पहले के मुकाबले एकदम जुदा है। अवाम ने पुरानी पटकथाओं को नकार दिया है। कांग्रेस के लिए वहां स्थिति अब ऐसी है कि सूफड़ा ही साफ हो गया है। हाल ही में मिजोरम विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आया, उसमें मात्र सिंगल सीट कांग्रेस को ...
कांग्रेस भ्रष्टाचार की गारंटी है, तो मोदी भ्रष्टाचारियों के खात्मे की गारंटी हैं : विष्णुदत्त शर्मा

कांग्रेस भ्रष्टाचार की गारंटी है, तो मोदी भ्रष्टाचारियों के खात्मे की गारंटी हैं : विष्णुदत्त शर्मा

देश, मध्य प्रदेश, राजनीति
भोपाल (BHOPAL)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा (BJP state president Vishnudutt Sharma) ने कहा कि झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू (Congress Rajya Sabha MP from Jharkhand Dheeraj Sahu) के झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल स्थित ठिकानों पर छह दिसंबर से आयकर विभाग की छापेमारी (Income Tax Department raid) चल रही है। अब तक उनके पास से 210 करोड़ रुपये कैश मिल चुके हैं, जो अब तक इस तरह के छापों में बरामद हुई सबसे बड़ी नकद राशि है। नोटों के बंडल अभी भी इतनी बड़ी तादाद में मिल रहे हैं कि उनकी गिनती के लिए कई मशीनें मंगानी पड़ी है। कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन (Congress and arrogant alliance) के नेता जिस तरह से देश की अर्थव्यवस्था, गरीबों की कमाई और नागरिकों के अधिकारों को दीमक की तरह खा रहे हैं, मैं इसकी कड़ी आलोचना करता हूं। इस घटना से एक बार फिर ये साबित हो गया है कि कांग्रेस भ्रष्टा...
हम विकास के डबल इंजन, राहुल-प्रियंका कांग्रेस के डबल मनोरंजनः शिवराज

हम विकास के डबल इंजन, राहुल-प्रियंका कांग्रेस के डबल मनोरंजनः शिवराज

देश, मध्य प्रदेश, राजनीति
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भाजपा प्रत्याशियों सुवासरा, मंदसौर, सैलाना, बड़नगर, उज्जैन उत्तर, घट्टिया, उदयपुरा, शमशाबाद, गंजबासोदा, विदिशा और नरेला में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार डबल इंजन की सरकार है, डबल इंजन की सरकार में मोदी वहां हैं और मामा यहां हैं, लेकिन कांग्रेस में केवल मनोरंजन है। हम डबल इंजन हैं तो वो दोनों भाई-बहन डबल मनोरंजन हैं। दोनों भाई-बहन मनोरंजन करने ही मध्यप्रदेश आते हैं और लगातार झूठ बोलते हैं। प्रियंका गांधी कहती हैं कि तीन साल में केवल 21 लोगों को रोजगार मिला। कभी वो बता देती हैं कि भगवान राम को 13 साल के लिए वनवास हुआ था.. अब उनको यही पता नहीं है की राम भगवान को वनवास कितने साल हुआ था। राहुल गांधी भी कुछ भी बोलते रहते हैं, ये भाई बहन रोज झूठ बोलते हैं। ...