Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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CCI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर करेगा विस्तृत अध्ययन, संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित

CCI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर करेगा विस्तृत अध्ययन, संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) (Competition Commission of India (CCI)) ने भारत (India) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) (Artificial Intelligence (AI)) के प्रभाव का एक विस्तृत बाजार अध्ययन के लिए संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। सीसीआई ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि कृत्रिम मेधा और प्रतिस्पर्धा पर उसके प्रभाव पर विस्तृत बाजार अध्ययन करने के लिए एक एजेंसी की नियुक्ति करेगा। इसके लिए अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) जारी करके 3 जून तक प्रस्ताव मांगे गए हैं। व्यापार निगरानी संस्था के मुताबिक तकनीकी प्रस्तुतियों के बाद वित्तीय बोली की अंतिम तिथि 28 जून तय की गई है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने कहा कि एआई की परिवर्तनकारी क्षमताओं में आपूर्ति व मांग बढ़ाने की क्षमता है। इसके इस्तेमाल से उत्पन्न होने वाले संभावित प्रतिस्पर्धा जोखिम चिंता का विषय हैं। ‘कृत्रिम बुद्धि...
श्रीराम के शील, आचार और मर्यादा से भारतीय विवेक का निर्माण

श्रीराम के शील, आचार और मर्यादा से भारतीय विवेक का निर्माण

अवर्गीकृत
- हृदयनारायण दीक्षित भारत श्रीराममय हो गया है। यह अव्याख्येय है। दर्शन और मनोविज्ञान के सिद्धांतों से भारत के ताजा उत्साह की व्याख्या नहीं हो सकती। अयोध्या में जनसैलाब उमड़ रहा है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का दिन था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी उपस्थित थे। अयोध्या में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रित लगभग 7000 लोगों की उपस्थिति थी। लेकिन कार्यक्रम स्थल के अलावा भी पूरी अयोध्या राममय थी। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में अपेक्षित लोगों की सूची में मैं भी था। इसलिए सारा कार्यक्रम निकट से देखने का अवसर मिला। अयोध्या और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मध्य 135 किमी का फासला है। इस लम्बे मार्ग के किनारे-किनारे श्रद्धालुओं की भीड़ जय श्रीराम का नारा लगा रही थी। सबके चेहरे पर उल्लास और उत्साह। सब आनंदित और सब प्रसन्न। देश और विदेश के तमाम क्षेत्रों में भी अपने-अपने ढंग से उल्...
आचार की मजबूरी और विचार की लाचारी

आचार की मजबूरी और विचार की लाचारी

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र आजकल निजी पारिवारिक जीवन और सार्वजनिक सामाजिक जीवन के तेजी से बदलते परिवेश में जिस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है वे भयावह हैं और निःसंदेह मनुष्य होने के मूल भाव को ही तिरस्कृत तथा अपमानित करने वाले जैसे लग रहे हैं। पिछले दिनों प्यार करना, लिव इन में रहना और फिर उसी प्रियजन की बर्बर हत्या की घटनाएं देश के कई कोनों से आईं। ऐसे ही पत्नी द्वारा प्रेमी की सहायता से पति की जान लेने जैसी भयानक वारदात की खबरें भी आती रही हैं। दुष्कर्म में व्यक्ति और समूह के स्तर पर लिप्त होने की भी घटनाएँ बढ़ रही हैं। ये सभी अंधे-अधूरे स्वार्थ के लिए रिश्तों की गहराती टूटन और आपसी भरोसे को कलंकित करने वाली घटनाएँ हैं। चिंता की बात यह है इस तरह की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं। वे बार-बार और जगह-जगह हो रही हैं। इन सबके बीच आज हमारा सामाजिक ताना-बाना असहज होता जा रहा है और उसमें गाँठें...
मप्रः क्रिस्प करेगा ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्सेज’ का संचालन, AICTI से मिली मान्यता

मप्रः क्रिस्प करेगा ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट कोर्सेज’ का संचालन, AICTI से मिली मान्यता

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की अग्रणी संस्था क्रिस्प (Leading Institution Crisp) को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) (All India Council for Technical Education -AICTE) से ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रोग्राम’ ('Post Diploma Certificate Program') की मान्यता प्राप्त हुई है। यह मान्यता फिलहाल दो शैक्षणिक सत्र 2023-24 और 2024-25 के लिए मिली है, जिसमें डेढ़ साल के ‘पोस्ट डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रोग्राम’ की मान्यता मिली है। इसके लिए औपचारिक प्रवेश प्रक्रिया एक अगस्त 2023 से शुरू होगी और एक सितंबर से भोपाल परिसर में कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी। यह जानकारी शनिवार को जनसम्पर्क अधिकारी पंकज मित्तल ने दी। उन्होंने बताया कि क्रिस्प मध्य प्रदेश सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत कार्यरत एक स्वशासी संस्था है। क्रिस्प अब इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन, मेकाट्रोनिक्स, मैन्युफैक्चरिंग टेक्नो...
राहुल के आचरण से भारत की गरिमा पर चोट

राहुल के आचरण से भारत की गरिमा पर चोट

अवर्गीकृत
- हृदयनारायण दीक्षित राजनीति का सांस्कृतिक होना अनिवार्य है। संस्कृतिविहीन राजनीति कलहपूर्ण होती है। ऐसी राजनीति के संचालक और नेता देश को परेशानी में डालने वाले होते हैं। उनका आचरण उनके लिए भी फलप्रद नहीं होता। वे स्वयं की भी बेइज्जती कराते हैं। कांग्रेस के नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने निराधार वक्तव्यों से जगहंसाई करा रहे हैं। उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने देश भारत के सम्बंध में अनर्गल टिप्पणियां की हैं। कैम्ब्रिज में उन्होंने कहा- 'भारत की संवैधानिक संस्थाएं सत्ता पक्ष के नियंत्रण में हैं।' राहुल जी स्वतंत्र न्यायपालिका द्वारा भिन्न-भिन्न विषयों पर दिए गए निर्णयों पर ध्यान नहीं देते। सर्वोच्च न्यायालय ने अभी चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के सम्बंध में विशेष प्रकार का निष्कर्ष दिया है। न्यायपीठ ने हिन्दू आस्था को भारत के लोगों की जीवनशैली बताया है। देश की न्यायपालिका संवैधा...