‘चुप्पी’ पीएफआई की संदिग्ध भूमिका पर मुहर!
- डॉ. अनिल कुमार निगम
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के देश के विभिन्न राज्यों में स्थिति ठिकानों पर छापेमारी और आरोपियों की गिरफ्तारी बहुत अहम है। ज्यादातार मुस्लिम संगठनों ने इस कार्रवाई पर चुप्पी साध रखी है। मुस्लिम संगठनों और उनके नेताओं की चुप्पी बहुत बड़ा संकेत है कि पीएफआई की गतिविधियां संदेह के घेरे में है। यह भी विदित है कि आतंकवाद और दंगों से कई ऐसे मामले अदालत में हैं, जिसमें पीएफआई की संदिग्ध भूमिका दर्ज है। एनआईए ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि उसको जो जानकारी मिली थी, उसी आधार पर कार्रवाई की गई। पीएफआई के लोग आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रहे हैं और मुस्लिम समाज के पढ़े-लिखे तबके को कट्टरपंथी बनाया जा रहा है।
हालांकि एनआईए की छापेमारी पर भड़के पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने कोच्चि से को...