Saturday, April 5"खबर जो असर करे"

Tag: Chhattisgarh

धर्मांतरण से उबलता जनजातीय समाज

धर्मांतरण से उबलता जनजातीय समाज

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- प्रवीण गुगनानी छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग विशेषतः नारायणपुर जिला पुनः अस्थिर, अशांत और अनमना सा है। सदा की तरह कारण वही है- धर्मांतरण। वैसे तो समूचा छत्तीसगढ़ ही धर्मांतरण और मसीही आतंक से पीड़ित है। बस्तर संभाग में यह दंश कुछ अधिक है। सदा की तरह कारण स्थानीय जनजातीय समाज की परम्पराओं, मान्यताओं, पूजा परंपरा, देव परंपरा आदि आदि पर हमला। छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज पर सतत हो रहे हमले और उनके धर्मांतरण को लेकर दो छत्तीसगढ़ी लोकोक्तियां ध्यान आती हैं-खाँड़ा गिरै कोंहड़ा माँ, त कोंहड़ा जाय। -- कोंहड़ा गिरै खाँड़ा माँ, त कोंहड़ा जाय। अर्थात कुल्हाड़ी गिरे कुम्हड़े पर गिरे, या, तो कुम्हड़ा कुल्हाड़ी पर गिरे, कटता तो कुम्हड़ा ही है। छत्तीसगढ़ में जनजातीय समाज की स्थिति शत प्रतिशत कुम्हड़े के समान हो गई है और कुल्हाड़ी की भूमिका में है यहां बलात धर्मांतरण कराने वाला मसीही समाज और मसीही समाज की परम सहयोगी बघ...
आरक्षण बन गया अफीम की गोली

आरक्षण बन गया अफीम की गोली

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- डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में जातीय आरक्षण अफीम की गोली बन चुका है। हर राजनीतिक दल चाहता है कि वह जातीय आधार पर थोक वोट सेंत-मेत में कबाड़ ले। इस समय दो प्रदेशों में जातीय आरक्षण को लेकर काफी दंगल मचा हुआ है। एक है, छत्तीसगढ़ और दूसरा है- उत्तर प्रदेश! पहले में कांग्रेस की सरकार है और दूसरे में भाजपा की सरकार। लेकिन दोनों तुली हुई हैं कि 50 प्रतिशत की संवैधानिक सीमा को तोड़कर आरक्षण को 76 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग तक बढ़ा दिया जाए। बिहार तथा कुछ अन्य प्रांतों में भी इस तरह के विवादों ने तूल पकड़ लिया है। जहाँ तक छत्तीसगढ़ का सवाल है, उसकी सरकार ने विधानसभा में ऐसे विधेयक को पारित कर दिया है, जो 58 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ा कर 76 प्रतिशत कर देता है। आर्थिक दृष्टि से पिछड़ों के लिए सिर्फ 4 प्रतिशत आरक्षण रखा गया है। इस नई प्रस्तावित आरक्षण-व्यवस्था के पीछे न तो कोई ठोस आंकड़े हैं और न ही तर्क हैं।...
छत्तीसगढ़ की दीपावली: एक अलग संसार-एक अलग अनुभूति

छत्तीसगढ़ की दीपावली: एक अलग संसार-एक अलग अनुभूति

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- मुस्कान साहू दीपावली का त्योहार ना केवल भारत बल्कि अन्य एशियाई देशों जैसे मलेशिया और सिंगापुर में भी मनाया जाता है। यह 'बुराई पर अच्छाई की जीत', 'अशुद्धता पर पवित्रता' तथा 'अंधेरे पर प्रकाश की जीत' के इर्द-गिर्द घूमता है। यह सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। दीपावली का त्योहार ना केवल हिंदू धर्म में बल्कि सनातन से जुड़े सिख, जैन इत्यादि सभी मत-पंथों में मनाया जाता है। सिख धर्म जो कि इस दिन अपने छठे गुरु यानी श्रद्धेय हरगोविंद जी की रिहाई का जश्न मनाते हैं, इसे 'बंदी छोड़ दिवस' के रूप में भी जाना जाता है। वहीं, जैन धर्म में उनके अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर के निर्वाण या मोक्ष प्राप्त करने के अवसर पर इस दिन को दीपावली के रूप में मनाते हैं। वास्तव में दिवाली का त्योहार ना केवल इन सभी मत, पंथ और धर्मों में अलग-अलग रूपों में नामों से मनाया जाता है बल्कि भारत में ही कई राज्य व ज...

छत्तीसगढ़ : भिलाई स्टील प्लांट में बड़ा हादसा, लैडल फटने से लगी भीषण आग, बह गया 20 टन हॉट मैटल

देश
दुर्ग । छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले (Durg District) में स्टील एथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) द्वारा संचालित भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में बड़ा हादसा हो गया है. इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप (एसएमएस)-3 में लैडल फटा है. एसएमएस-3 का लैडल फटने की वजह की 20 टन हॉट मैटल बह गया है. इसके बाद आसपास भीषण आग लग गई. राहत की बात है कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन प्रबंधन को करोड़ों रुपयों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक बीते रविवार को प्यूरीफाई कर हॉट मैटल को कास्टिंग के लिए लेजाया जा रहा था. लेकिन इसी दौरान लैडल फट गया और ये हादसा हो गया. सप्ताह भर के भीतर ये दूसरा बड़ा हादसा है. इसके पूर्व बीते गुरुवार को भी लैडल फटने से 120 टन हॉट मैटल बह गया था. उस वक्त भी भीषण आगजनी में करोड़ों का केबल और कंट्रोल रूम पूरी तरह से जल गया था. लगातार ह...