Friday, September 20"खबर जो असर करे"

Tag: Chardham Yatra

चारधाम यात्रा के लिए सुगमता जरूरी

चारधाम यात्रा के लिए सुगमता जरूरी

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार सोनी चारधाम की पवित्र यात्रा के लिए देशभर से श्रद्धालु उत्तराखंड जाते हैं। हर वर्ष की भांति इस बार रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम जाने के इच्छुक पर्यटकों की संख्या लगभग दोगुनी हुई है। लेकिन चिंताजनक बात यह है कि गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान अब तक 14 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। वहीं, बदरीनाथ धाम में भी तीन यात्रियों की मौत रिपोर्ट की गई थी। ऐसे में कुल मिलाकर चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 17 श्रद्धालुओं की जान जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार 15 मई तक 1.65 लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ, सत्तर हजार से अधिक यमुनोत्री और साठ हजार से अधिक तीर्थयात्री गंगोत्री की यात्रा कर चुके हैं। हर बार इस तरह की घटनाओं को देख कर पीड़ा यह...
चारधाम यात्रा में बढ़ता श्रद्धा का सैलाब… प्रकृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम

चारधाम यात्रा में बढ़ता श्रद्धा का सैलाब… प्रकृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम

देश
- दर्शनार्थियों का आंकड़ा 12 लाख के करीब, केदारनाथ को लेकर बढ़ता जा रहा क्रेज नई दिल्ली (New Delhi)। हिमालय (Himalaya) की गोद में बसे उत्तराखंड की धरती (Land of Uttarakhand) सदियों से आध्यात्मिक साधकों (Spiritual seekers) और प्रकृति प्रेमियों (Nature lovers) को अपनी ओर खींचती रही है। यहां चार धामों (Chardham Yatra)- बद्रीनाथ ( Badrinath), केदारनाथ (Kedarnath), गंगोत्री (Gangotri) और यमुनोत्री (Yamunotri) का पवित्र स्थल है, जिन्हें हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व दिया जाता है। ये धाम न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र हैं बल्कि अपनी मनमोहक प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी विख्यात हैं। विश्व विख्यात चारधाम यात्रा में इस बार आस्था, भक्ति और उल्लास अपने चरम पर है। ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग श्रीकेदारनाथ के दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो चारों ...
चारधाम यात्रा और आधे-अधूरे इंतजाम

चारधाम यात्रा और आधे-अधूरे इंतजाम

अवर्गीकृत
- डॉ. अनिल कुमार निगम उत्तराखंड में चारधाम यात्रा कुप्रबंधन का शिकार हो गई है। स्थिति अत्यंत खराब होने लगी तो प्रशासन ने पहले यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण और अब ऑनलाइन पंजीकरण भी बंद कर दिया है। तीर्थयात्रियों की इस यात्रा के दौरान मौतें होने की खबरें अत्यंत पीड़ादायक हैं। चारधाम यात्रा के लिए इन दिनों भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है और इस कारण से यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भारी अव्यवस्था का भी सामना करना पड़ रहा है। सवाल यह है कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार होने के बावजूद चारधाम यात्रा के लिए शासन और प्रशासन ने पूर्व में समुचित तैयारी क्यों नहीं की? ऐसा क्यों हुआ? सरकार और प्रशासन से क्या और कहां चूक हुई? दर्शन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण को पहले ही नियंत्रित क्यों नहीं किया गया? आज वहां जाम में जिस तरीके से लोग फंसने लगे हैं। हैरान व परेशान लोगों की जो तस्वीरें आ र...