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केंद्र से राज्यों को मिल रहा है पूरा पैसा: वित्त मंत्री

केंद्र से राज्यों को मिल रहा है पूरा पैसा: वित्त मंत्री

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में कहा कि मोदी सरकार (Modi government) देश के हर नागरिक के लिए कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि केंद्र से जो भी कल्याणकारी योजनाएं (welfare schemes) चलाई जाती हैं, उनके लिए समय पर पैसा जारी किया जा रहा है। सीतारमण ने लोकसभा में चालू वित्त वर्ष और वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अनुदान और अतिरिक्त अनुदान की मांगों की सूची पर चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही। वित्त मंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए अनुपूरक मांगों की पहली सूची तथा वित्त वर्ष 2020-21 से संबंधित अतिरिक्त अनुदान की मांगों की सूची को पारित कर दिया। सीतारमण ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सूची में कुल एक लाख 29 करोड़ रुपये की 79 अनुदान की अनुपूरक मांगे और तत...
फिलिस्तीन समर्थक रैली के 12 घंटे बाद केरल में हुए बम धमाकों से केंद्र हाई अलर्ट पर

फिलिस्तीन समर्थक रैली के 12 घंटे बाद केरल में हुए बम धमाकों से केंद्र हाई अलर्ट पर

देश
नई दिल्ली। केरल के मलप्पुरम में फिलिस्तीन समर्थक रैली में हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मेशाल के आभासी संबोधन के बमुश्किल 12 घंटे बाद कलामासेरी में प्रार्थना सभा के दौरान रविवार को हुए जोरदार बम धमाकों के बाद केंद्र सरकार हाई अलर्ट पर है। पूरे हालात पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह नजर बनाए हुए हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की आठ सदस्यीय टीम केरल भेज दी गई है। विस्फोट में इस्तेमाल की गई सामग्रियों को इकट्ठा करने और जांच करने के लिए एक बम निरोधक इकाई को दिल्ली से केरल भेजा गया है। केरल में एर्नाकुलम जिले के कलामासेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में रविवार सुबह एक के बाद हुए तीन बम धमाकों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 52 लोग घायल हुए हैं। यह विस्फोट उस समय हुआ, जब कन्वेंशन सेंटर में ईसाइयों के एक सम्प्रदाय 'यहोवा के साक्षी' की प्रार्थना सभा चल रही थी। एनआईए और केरल पुलिस की टीम ने मौके प...
भारतीय जीवन दृष्टि के केंद्र श्रीराम

भारतीय जीवन दृष्टि के केंद्र श्रीराम

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र संस्कृत भाषा में ‘राम’ शब्द की निष्पत्ति रम् धातु से हुई बताई जाती है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है सुहावना, हर्षजनक, आनंददायक, प्रिय और मनोहर आदि। आस्थावानों के लिए दीन बंधु दीनानाथ श्रीराम का नाम सुखदायी है, दुखों को दूर करने वाला है और पापों का शमन करने वाला है। कलियुग में उदारमना श्रीराम के नाम का प्रताप आम जनों के लिए अभी भी जीवन के लिए एक बड़े आधार का काम करता है। भक्तों के लिए भव-भय से पार ले जाने वाले श्रीराम सगुण ईश्वर हैं और जाने कितनों का अपने पारस स्पर्श से उद्धार किया। पौराणिक कथा की मानें तो विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम अयोध्या में राजा दशरथ और माता कौशल्या के पुत्र के रूप में अवतरित हुए। श्रीराम की कथा एक ऐसा सांस्कृतिक प्रतिमान बन गई जो पूर्णता की पराकाष्ठा बन लोक-समादृत हुई। श्रीराम मानवीय आचरण, जीवन-मूल्य और आत्म-बल के मानदंड बन गए ऐसे कि उन्हें ‘मर्यादा...
केंद्र ने तुअर और उड़द की स्टॉक सीमा की समयावधि 31 दिसंबर तक बढ़ाई

केंद्र ने तुअर और उड़द की स्टॉक सीमा की समयावधि 31 दिसंबर तक बढ़ाई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्र ने तुअर और उड़द की स्टॉक सीमा की समयावधि 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है। डिपो में थोक विक्रेताओं और बड़ी श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं के लिए स्टॉक सीमा घटाकर 50 मीट्रिक टन कर दी गई। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार स्टॉक सीमा में संशोधन और समय अवधि का विस्तार जमाखोरी को रोकने और बाजार में पर्याप्त मात्रा में तुअर और उड़द की निरंतरता सुनिश्चित करने और उपभोक्ताओं के लिए तुअर दाल और उड़द दाल को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध कराने के लिए है। इसके अलावा आयातकों को सीमा शुल्क निकासी की तारीख से 30 दिनों से अधिक आयातित स्टॉक नहीं रखना होगा। इसके अलावा संबंधित संस्थाओं को पोर्टल पर स्टॉक की स्थिति घोषित करनी होगी। यदि उनके पास स्टॉक निर्धारित सीमा से अधिक है तो उन्हें अधिसूचना जारी होने के 30 दिनों के भीतर उसे निर्धारित स्टॉक सीमा में लाना होगा। इससे ...
सामाजिक समरसता का केंद्र बने संत रविदास मंदिर

सामाजिक समरसता का केंद्र बने संत रविदास मंदिर

अवर्गीकृत
- लोकेन्द्र सिंह भारत को कमजोर करने के लिए जातीय द्वेष बढ़ाने में अनेक ताकतें सक्रिय हैं। उनके निशाने पर विशेषकर हिन्दू समाज है। वहीं, भारतीय समाज को एकसूत्र में बांधने के प्रयास करने वाली संस्थाएं अंगुली पर गिनी जा सकती हैं। चिंताजनक बात यह है कि भारत विरोधी ताकतों के निशाने पर राष्ट्रीयता को मजबूत करनेवाले संगठन भी रहते हैं। ऐन-केन-प्रकारेण उनकी छवि को बिगाड़ने के प्रयास किए जाते हैं। राजनीतिक क्षेत्र में भी कमोबेश यही स्थिति है। वोटबैंक की राजनीति के चलते अनेक नेता एवं राजनीतिक दल भी हिन्दू समाज में जातीय विद्वेष को बढ़ाने के दोषी हैं। इन परिस्थितियों के बीच शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश के सागर जिले में संत शिरोमणि रविदास महाराज के मंदिर का निर्माण करने का सराहनीय निर्णय लिया गया है। सरकार इस मंदिर को सामाजिक समरसता के केंद्र के तौर पर विकसित करना चाहती है। समरसता मंदिर के निर्माण में संपू...
केंद्र की अच्छी पहल है भ्रष्टाचार मुक्त भारत

केंद्र की अच्छी पहल है भ्रष्टाचार मुक्त भारत

अवर्गीकृत
- सुरेश हिन्दुस्थानी देश को अच्छा वातावरण देने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रणाली की चाह हर किसी को है, क्योंकि भारत में भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरे तक घर कर चुकी हैं। यह भी एक बड़ा सच है कि जो भ्रष्टाचार का शिकार होता है, वह अनीति के मार्ग पर कदम बढ़ाने का दुस्साहसिक कार्य ही करता है। सैद्धांतिक तथ्य यह है कि जितना भ्रष्टाचार करने वाला दोषी है, उतना ही भ्रष्टाचार का शिकार होने वाला भी दोषी है, इसलिए दोनों का ही जीवन कुसंस्कार की बलि चढ़ जाता है। कहा जाता है कि जो परिश्रम करके खाता है, उसके जीवन में संतोष होता है, लेकिन जो भ्रष्टाचार करके खाता है, उसको कई लोगों के हृदय से उफनती हुई गालियों को झेलना होता है यानी उसको बद्दुआ ही मिलती है। कांग्रेस के शासनकाल में जिस प्रकार से भ्रष्टाचार के काले कारनामे उजागर हुए, उससे तो ऐसा ही लगता था कि अब देश से भ्रष्टाचार रूपी बुराई का अंत नहीं हो स...
भारत विश्व के केन्द्र में, जिसके बिना दुनिया नहीं चल सकती, पाकिस्तान भी चाहता है मोदी जैसा नेतृत्व: शिवराज

भारत विश्व के केन्द्र में, जिसके बिना दुनिया नहीं चल सकती, पाकिस्तान भी चाहता है मोदी जैसा नेतृत्व: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
उज्जैन (Ujjain)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो नींव रखी, उसे श्रद्धेय अटल जी व आडवाजी जी ने आगे बढ़ाने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने भाजपा (BJP) को विशाल रूप देकर विश्व का सबसे बड़ा संगठन (world's largest organization) बनाया। हमारी पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी अपने काम की वजह से है। इसका एक उदाहरण रूस यूक्रेन युद्ध (russia ukraine war) है, जिसमें भारतीय बच्चों को सुरक्षित भारत लाया गया। आज भारत विश्व के केन्द्र में है, जिसके बिना दुनियाँ नही चल सकती। पाकिस्तानी भी मोदी जैसा नेतृत्व चाहते है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार शाम को उज्जैन के विक्रम कीर्ति मंदिर मे युवा मोर्चा द्वारा आयोजित युवा चौपाल के अंतर्गत नव मतदाता सम्मेल...
केंद्र का बड़ा फैसला, सम्मेद शिखर पर पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश

केंद्र का बड़ा फैसला, सम्मेद शिखर पर पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश

देश
नई दिल्ली (new Delhi)। झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह जिले के पारसनाथ (Parasnath of Giridih district) में स्थित जैन समुदाय के पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर (Holy Shrine Sammed Shikhar) को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला (Central government's big decision) किया है। केंद्र ने सम्मेद शिखर पर पर्यटन एवं ईको टूरिज्म गतिविधियों पर रोक लगा दी है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी अधिसूचना में यह बात कही गई है। केंद्र सरकार ने तीन साल पहले जारी अपना आदेश वापस ले लिया। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार पवित्र जैन धार्मिक स्थल 'सम्मेद शिखरजी पर्वत क्षेत्र' में सभी पर्यटन एवं ईको टूरिज्म गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी है। इसके साथ इन पाबंदियों और नियमों के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार को तुरंत सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पारसनाथ पर्वत क्षेत...
केंद्र के सतत प्रयास, पूर्वोत्तर का त्वरित विकास

केंद्र के सतत प्रयास, पूर्वोत्तर का त्वरित विकास

अवर्गीकृत
- अजय दीक्षित पूर्वोत्तर की भाषा, संस्कृति, खानपान और वेशभूषा को पूरा भारत अपनी धरोहर मानता है। इस क्षेत्र की पहचान को बचाये रखने और इसके संवर्धन के लिए केन्द्रीय सरकार प्रयासरत है । वास्तव में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने असम के गुवाहाटी में पूर्वोत्तर परिषद की 70वीं पूर्ण बैठक की अध्यक्षता के दौरान जो कहा है, आज उससे समझा जा सकता है कि इस संपूर्ण क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए केंद्र की मोदी सरकार कितनी गंभीर है। देखा जाए तो पूर्वोत्तर के विकास की राह में दशकों से तीन प्रमुख बाधाएं थीं-उग्रवादी समूहों द्वारा हिंसा और अशांति, पूर्वोत्तर में रेल, सड़क और हवाई संपर्क की कमी और पिछली सरकारों का पूर्वोत्तर के विकास पर जोर न देना । अब तक देखने में प्राय: यही आया है कि पिछली सरकारों के लिए पूर्वोत्तर का विकास कभी प्राथमिकता में नहीं रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ...