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इस हफ्ते गुलजार रहेगा देश का आईपीओ मार्केट, 5 नए आईपीओ खुलेंगे

इस हफ्ते गुलजार रहेगा देश का आईपीओ मार्केट, 5 नए आईपीओ खुलेंगे

देश, बिज़नेस
-10 नए शेयरों की भी इस सप्ताह होगी लिस्टिंग नई दिल्ली। सितंबर के पहले सप्ताह में ही घरेलू शेयर बाजार (Domestic stock market) नए आईपीओ और नई लिस्टिंग (New IPOs and new listings) के कारण काफी गुलजार रहने वाला है। पहले सप्ताह में ही 5 कंपनियों के आईपीओ (IPO of 5 companies) खुलने वाले हैं, जबकि 10 कंपनियों के शेयरों (Shares of 10 companies) की घरेलू मार्केट में एंट्री होने वाली है। प्रिसीशन कॉम्पोनेंट बनाने वाली कंपनी गाला प्रिसीशन इंजीनियरिंग का आईपीओ कल सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है। 04 सितंबर तक इस आईपीओ के तहत आवेदन किया जा सकेगा। इस आईपीओ के तहत 135.34 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। आईपीओ के लिए 503 रुपये से लेकर 529 रुपये का प्राइस बैंड फिक्स किया गया है। कंपनी के शेयरों का अलॉटमेंट 05 सितंबर को किया जाएगा। अलॉटमेंट के बाद 09 सितंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक ...
कश्मीर में अमन से गुलजार होता गोवा

कश्मीर में अमन से गुलजार होता गोवा

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- आर.के. सिन्हा अब गोवा के करीब आता जा रहा है कश्मीर। हो सकता है कि यह बात अविश्सनीय लगे, पर सच तो यही है। कश्मीर घाटी से हजारों लोगों का गोवा घूमने के लिए जाना बताता है कि दोनों राज्य करीब आ रहे हैं। ये दोनों राज्य न केवल भारत बल्कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में शामिल हैं। गोवावासी तो लंबे समय से छुट्टियां बिताने कश्मीर जाते ही रहे हैं, लेकिन कुछ साल पहले तक कश्मीरियों के लिए ऐसा सपने में भी नहीं सोचा जा सकता था। हालात अब तेजी से बदल रहे हैं और घाटी के लोग बड़ी तादाद में छुट्टियां बिताने गोवा जा रहे हैं। दिल्ली-गोवा फ्लाइट में सफर करने वाले इसे आसानी से समझ सकते हैं। अगर आपने हाल के दौर में कभी राजधानी के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गोवा का सफर किया है तो आपने कश्मीरियों को सपरिवार गोवा जाते देखा ही होगा। इससे इस बात की पुष्टि भी होती है कि कभी अशांत रहे कश्मीर की फिजा...

कोलाहाल में भी गूंजती थी राकेश झुनझुनवाला की आवाज

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- आर.के. सिन्हा कोलाहाल में भी राकेश झुनझुनवाला की आवाज को साफतौर पर सुना जा सकता था। उनकी आवाज में विश्वास और अनुभव को महसूस किया जा सकता था। वे जब किसी से मिलते तो ये ही कहते थे- ‘क्या हाल है आपका ? ‘क्या कर सकता हूं मैं आपके लिए? ‘मार्केट किस तरफ जाएगी...।’ जाहिर है, वे जब मार्केट का जिक्र करते थे तब वे शेयर बाजार की चाल के बारे में अपने करीबियों से भी उनकी राय पूछते थे। हां, पर वे किसी भी कंपनी के स्टॉक में निवेश करते हुये अपने शेयर मार्केट के अनुभव का ही सहारा लेते थे। उनके आकस्मिक निधन से देश के उन लाखों निवेशकों का एक तरह से विश्वस्त मार्गदर्शक विदा हो गया है, जिसे देखकर वे हजारों निवेशक भी शेयर मार्केट में निवेश करके अच्छा पैसा कमाने लगाने थे। वे बेशक आज के दिन के देश की शेयर मार्केट के सबसे बड़े ब्रांड एंबेसेडर थे। भारत के शेयर बाजार का जिक्र उनकी चर्चा किये बगैर अधूरा ही रहता था...