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दशकों बाद देश के बजट में रक्षा क्षेत्र के साथ हुआ न्याय

दशकों बाद देश के बजट में रक्षा क्षेत्र के साथ हुआ न्याय

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा भारत ने एक बार फिर शत्रुओं को साफ संकेत और सख्त संदेश दिया है कि वह अपनी सरहदों की निगहबानी करने में कभी भी पीछे नहीं रहेगा। भारत अपने रक्षा क्षेत्र को निरंतर मजबूत करता रहेगा। केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा चुनाव से पहले गुरुवार को मोदी सरकार के अंतरिम बजट को देश के सामने रखा। उन्होंने बजट प्रस्तावों में रक्षा क्षेत्र के लिए पिछले वित्त साल की तुलना में 11.1 फीसद अधिक धन की व्यवस्था की। यह राशि देश के जीडीपी के कुल 3.4 फीसद होगी। यह एक स्पष्ट और सख्त संदेश है कि चीन और पाकिस्तान जैसे दो घोषित शत्रुओं के साथ भारत कभी भी अपनी सीमाओं की रखवाली करने में कमजोर रहने वाला नहीं है। यह दोनों दी देश घनघोर रूप से धूर्त हैं। इनसे भारत कई बार जंग भी कर चुका है। अगर एक 1962 की जंग को छोड़ दिया जाए तो भारत ने हरेक बार इन्हें करारा जवाब भी दिया है। 1962 की जंग को हु...
बजट: लंबे सफर के यादगार मौके

बजट: लंबे सफर के यादगार मौके

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत का आम बजट पेश किया गया। बजट निर्माण की पूरी जिम्मेदारी वित्त मंत्रालय की होती है और यह लगातार छठा ऐसा अवसर है, जब उन्होंने देश का आम बजट पेश किया। संसद की दोनों सभाओं के समक्ष रखा जाने वाला ‘वार्षिक वित्तीय विवरण’ केन्द्र सरकार का बजट कहलाता है, जो देश के विकास को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा कारक होता है। भविष्य की योजनाओं और उद्देश्यों के आधार पर बजट एक निश्चित अवधि के लिए पूर्व निर्धारित राजस्व और व्यय का अनुमान होता है, जो भविष्य की वित्तीय स्थितियों को दर्शाता है और वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है। बजट के जरिये सरकार आर्थिक नीतियों को लागू करती है और हर साल पेश किए जाने वाले बजट का मुख्य उद्देश्य दुर्लभ संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना है। इस दस्तावेज में आगामी वित्तीय वर्ष...
खेलों के लिए नहीं होगी पैसों की कमी, एक हजार करोड़ तक बढ़ाया जाएगा बजट : शिवराज

खेलों के लिए नहीं होगी पैसों की कमी, एक हजार करोड़ तक बढ़ाया जाएगा बजट : शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने किया खेलो एमपी यूथ गेम्स का शुभारंभ, की अनेक घोषणाएं - निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप को 2.75 करोड़ और आशी चौकसे को प्रदान किए 1.25 करोड़ के चेक - क्रिकेटर पूजा वस्त्राकर को एक करोड़ तथा सेलिंग खिलाड़ी नेहा एवं शूटर मनीषा कीर को दिए 50-50 लाख रुपये के चेक भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने रविवार देर शाम भोपाल (Bhopal) के तात्या टोपे स्टेडियम (Tatya Tope Stadium) में आयोजित भव्य समारोह में खेलो एमपी यूथ गेम्स (Khelo MP Youth Games) के शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों के प्रोत्साहन के लिए पैसों की कमी नहीं होगी। हम खेलों के बजट को एक हजार करोड़ तक बढ़ाएंगे। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि विक्रम पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को शासकीय सेवा में रखा जाएगा। प्रदेश में ब्रेक डांस, मलखम और ई ग...
बजट काफी अच्छा है लेकिन…

बजट काफी अच्छा है लेकिन…

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक कोई सरकार कैसा भी बजट पेश करे, विरोधी दल उसकी आलोचना न करें, यह संभव ही नहीं है। विरोधी दलों की आलोचनाएं हमेशा असंगत होती हैं, ऐसा भी नहीं है। वे कई बार सरकार और संसद को नई दिशा भी दे देती हैं। इस बार भी कुछ विरोधी दलों ने इस बजट को किसान और मजदूर-विरोधी बताया है और सरकार से पूछा है कि उसने अपना खर्च इतना ज्यादा बढ़ा लिया है तो वह पैसा कहां से लाएगी? लेकिन सरकार के इस बजट की ज्यादातर वित्तीय विशेषज्ञ तारीफ कर रहे हैं। वे वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा अब तक पेश किए गए बजटों में इसे सर्वश्रेष्ठ बता रहे हैं। किसी भी सरकार से यह उम्मीद करना कि वह अपने बजट का इस्तेमाल करते समय अपने वोट बैंक पर ध्यान नहीं देगी, गलत है। चुनावों से चुनी जानेवाली कोई भी सरकार अपने हर कदम को सबसे पहले वोट बैंक की तराजू पर तोलती है। इस दृष्टि से यह बजट काफी सफल रहा है। क्योंकि यह देश के लग...
विश्लेषण: आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरता बजट

विश्लेषण: आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरता बजट

अवर्गीकृत
- योगेश कुमार गोयल सबसे लंबा बजट भाषण देने, परम्परा में बदलाव और पेपरलेस बजट जैसे कई रिकॉर्ड कायम करने के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए एक फरवरी को अपना पांचवां आम बजट पेश किया। यह बजट मोदी सरकार का 11वां और केन्द्र सरकार के मौजूदा कार्यकाल का पांचवां बजट था। इस बजट पर पूरे देश की नजरें केन्द्रित थी क्योंकि आम आदमी को इस बजट से ढेर सारी उम्मीदें थी। दरअसल माना जा रहा था कि इस वर्ष होने जा रहे कई विधानसभा चुनावों के साथ-साथ अगले वर्ष लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बजट में आम जनता के लिए राहतों का पिटारा खोला जाएगा और ये उम्मीदें बेकार भी नहीं गई। सरकार ने 45 लाख करोड़ रुपये के खर्च का जो बजट प्रस्तुत किया है, उसमें सरकार की पावतियां केवल 23.3 लाख करोड़ रुपये की ही होंगी और इस भारी-भरकम घाटे को पूरा करने के लिए सरकार विनिवेश के जरिये करीब 51 हजार करोड़ रुपये की धनराशि...
उद्योग जगत ने बजट को विकासोन्मुख, संतुलित और प्रगतिशील बताया

उद्योग जगत ने बजट को विकासोन्मुख, संतुलित और प्रगतिशील बताया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। उद्योग जगत ने वित्त वर्ष 2023-24 (financial year 2023-24) के केंद्रीय बजट (Union Budget) को विकासोन्मुख, संतुलित और प्रगतिशील करार दिया है। भारतीय उद्योग और वाणिज्य महासंघ (फिक्की) (Federation of Indian Industry and Commerce (FICCI)) ने अपनी प्रतिक्रिया में केंद्रीय बजट को संतुलित और प्रगतिशील बताते हुए इसका स्वागत किया। फिक्की के अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा ने बुधवार को एक बयान में कहा कि बजट में समावेशी विकास को प्राथमिकता दी गई है। अब भारत विश्व में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यह बजट न केवल देश के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भारत को विश्व का विकास वाहक बनाने की दिशा में आगे ले जाएगा। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के अध्यक्ष संजीव बजाज ने बजट को विकासोन्मुख बताया है। बजाज ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सरकारी पूंजी व्यय पर शत-प्रतिशत वृद्धि से रोजगार का ...
बजट में सबके सपनों का सम्मान

बजट में सबके सपनों का सम्मान

अवर्गीकृत
- विक्रम उपाध्याय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने उम्मीद से कहीं अधिक अच्छा बजट पेश किया है। जिनको भी यह आशंका थी कि देश अन्य बड़े देशों की तरह मंदी के दौर में प्रवेश कर रहा है और सरकार भी आर्थिक दुष्चक्र में फंस रही है, उन्हें घोर निराशा मिली है और जिनको यह भरोसा था कि वैश्विक स्तर पर भारत अकेला देश होने वाला है, जो न सिर्फ कोविड और युद्ध के प्रभाव से खुद को निकाल लेगा, बल्कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा हो जाएगा, उसके लिए यह बजट सोने में सुहागा है। उद्योग जगत इतना गदगद है कि वह इस बजट को 10 में से 20 नंबर देने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्थिक सर्वेक्षण के आने के बाद कहा था कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पूरा प्रयास करेंगी कि यह बजट आंकाक्षाओं और अपेक्षाओं का बजट होने के साथ एक ग्लोबल सितारा के रूप में देश को आगे बढ़ाने वाला बजट पेश करें। और ऐसा ही हुआ। वित्त म...
कैट ने देशभर में एक हजार बड़ी स्क्रीनों पर बजट के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की

कैट ने देशभर में एक हजार बड़ी स्क्रीनों पर बजट के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। संसद में 1 फरवरी को केंद्र सरकार के पेश होने वाले बजट को लेकर देशभर के व्यापारियों में उत्सुकता बनी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 के इस बजट को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। बजट को देखते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के सुझाव पर व्यापारी संगठन देश के सभी राज्यों के प्रमुख शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी बड़ी स्क्रीन लगवा रहे हैं, ताकि एक फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट का लाइव प्रसारण सभी देख सकें। सोमवार को कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एक बयान जारी कर कहा कि आगामी वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट से व्यापारी वर्ग को बहुत आशाएं हैं। कैट ने वित्त मंत्री को एक 18 सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा है। खंडेलवाल ने बताया कि कारोबारियों को बजट से जहां जीएसटी दरों में कमी की उम्मीद हैं। वहीं, वन नेशन-वन टैक्स की तर्ज़ पर वन...
वित्त मंत्री की टीम के ये छह चाणक्य बना रहे हैं आम आदमी का बजट

वित्त मंत्री की टीम के ये छह चाणक्य बना रहे हैं आम आदमी का बजट

देश, बिज़नेस
- केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण 01 फरवरी को पेश करेंगी बजट नई दिल्ली (New Delhi)। वित्त वर्ष 2023-24 (FY 2023-24) के लिए केंद्रीय बजट (union budget) पेश हाने में अब कुछ दिन बाकी है। यह बजट नरेन्द्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 01 फरवरी को संसद में बजट पेश करेंगी। बजट तैयार करने में वित्त मंत्री की सहायता कई अधिकारी करते हैं, जिनके कंधों पर बजट से संबंधित अलग-अलग जिम्मेदारियां होती हैं। कोरोना महामारी के बाद भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था की हालत दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है। हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती दिख रही है, जिसका असर देश के विदेशी व्यापार संतुलन पर पड़ सकता है। फिलहाल भारतीय अर्थव्यवस्था जी-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है। घरेलू बाजार में महंगा...