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भारतीय कूटनीतिक नजरिए से कितना अहम है ब्रिटेन का सत्ता परिवर्तन

भारतीय कूटनीतिक नजरिए से कितना अहम है ब्रिटेन का सत्ता परिवर्तन

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- डॉ. रमेश ठाकुर ब्रिटेन में बेशक कड़ाके की ठंड पड़ रही हो, लेकिन आम चुनाव के परिणाम ने अचानक मौसम को गरमा दिया है। वहां राजनीति इतिहास का नया पन्ना लिखा जाएगा, क्योंकि सियासत की नई सुबह का आगाज हुआ है। चुनाव का ऐसा रिजल्ट, जिसकी कल्पना तक किसी ने नहीं की थी। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने भी नहीं सोचा होगा। ब्रिटेनवासियों ने एकतरफा फैसला विपक्ष के हक में सुना डाला। चुनाव में विजय हासिल करने वाली लेबर पार्टी ने ब्रिटेन के सियासी इतिहास में पूर्व में जीत के सभी रिकॉर्ड तोड़ डाले। रिजल्ट देखकर पार्टी प्रमुख कीर स्टार्मर फूले नहीं समा रहे। समाना चाहिए भी नहीं। आखिर उनका सपना जो सच हो रहा है। प्रधानमंत्री का ताज उनके सिर पर सजेगा। ब्रिटेन की नेशनल असेंबली में अभी तक वह नेता विपक्ष की भूमिका में थे। विपक्ष के तौर पर उन्होंने जो जनकल्याणी मुद्दे कुरेदे। उनको देशवासियों ने पसंद किया। चुनावी समर मे...
ऋषि सुनक ने ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव की घोषणा की

ऋषि सुनक ने ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव की घोषणा की

विदेश
लंदन (London)। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (British Prime Minister Rishi Sunak) ने चार जुलाई (4th July) को देश में आम चुनाव कराने की घोषणा (Announcement of holding general elections) बुधवार को की है। उनकी इस घोषणा के साथ ही चुनाव की तारीखों को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया। लंदन में बारिश के बीच, देश के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री सुनक ने छह सप्ताह में मतदान कराए जाने की पुष्टि की। प्रधानमंत्री चुनाव की तारीख की जानकारी औपचारिक रूप से महाराज चार्ल्स को देंगे और उसके बाद संसद जल्द ही भंग कर दी जाएगी। सुनक (44) ने ब्रिटिश मतदाताओं के समक्ष अपने कायर्काल का रिकॉर्ड पेश किया। उन्होंने कहा, मैं अपनी शक्ति के अनुसार आपको मजबूत सुरक्षा प्रदान करने के लिए सब कुछ करूंगा। यह मेरा आपसे वादा है अब समय आ गया है कि ब्रिटेन अपना भविष्य चुने।...
ब्रिटेन की अदालत ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज की

ब्रिटेन की अदालत ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज की

विदेश
लंदन (London)। भारत का भगोड़ा हीरा कारोबारी (India's fugitive diamond merchant) नीरव मोदी (Nirav Modi) को ब्रिटेन की अदालत (British court) ने एक और झटका देते हुए उसकी नई जमानत याचिका को खारिज (New bail petition rejected) कर दिया। ज्ञात रहे कि नीरव मोदी भारत से धोखाधड़ी करके भागने के बाद से पिछले पांच साल से लंदन की जेल में बंद है। ब्रिटेन की अदालत ने उसकी जमानत याचिका यह कहते हुए खारिज किया कि उसे न्याय की पकड़ से भागने का ‘काफी खतरा’ है। हीरा व्यापारी नीरव (52) भारत में धोखाधड़ी और धनशोधन के आरोपों का सामना कर रहा है और भारत को प्रत्यर्पित करने के खिलाफ अपना मुकदमा हार गया था। लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में उसके द्वारा दाखिल की गई जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान वह उपस्थित नहीं हुआ लेकिन उसका बेटा और दो बेटियां मौजूद थे। जिला न्यायाधीश जॉन जानी ने उसकी कानूनी टीम की इस दल...
ब्रिटेन में बंद हुआ चीन का खुफिया पुलिस स्टेशन

ब्रिटेन में बंद हुआ चीन का खुफिया पुलिस स्टेशन

विदेश
लंदन (London)। ब्रिटेन (Britain) में चीन का खुफिया पुलिस स्टेशन (China's secret police station) को बंद कर दिया गया है। यह जानकारी संसद में ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेंदत (British Security Minister Tom Tugendhat) ने एक लिखित बयान में दिया है। सुरक्षा मंत्री ने लिखित बयान में कहा कि विदेशी राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय ने चीनी दूतावास से कहा है कि ब्रिटेन में ऐसे 'पुलिस सेवा स्टेशनों' से संबंधित कोई भी कार्य अस्वीकार्य है और उन्हें किसी भी रूप में काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस लोगों की हिफाजत के लिए होती है। हरेक राज्य की अपनी-अपनी पुलिस फोर्स होती है। लेकिन क्या हो अगर कि कोई अन्य देश की पुलिस चौकी भी किसी और देश में खोल ली जाए। दरअसल, यह खबर आई थी कि जिसमें दावा किया गया था कि चीन की तरफ से ब्रिटेन में पुलिस स्टेशन खोल दिया गया था। जिसके बाद ब्रिटिश सुरक्षा मंत्री टॉम तु...
सम्राट चार्ल्स का राज्याभिषेक

सम्राट चार्ल्स का राज्याभिषेक

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा भारत के मित्र और ब्रिटेन के नए बनने जा रहे सम्राट चार्ल्स-तृतीय के आगामी छह मई को होने वाले राज्याभिषेक में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी उपस्थित रहेंगे। सम्राट चार्ल्स का राज्याभिषेक उस वक्त हो रहा है जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भारत मूल के श्रषि सुनक हैं। सुनक की पत्नी भारत के प्रख्यात उद्योगपति एन. नारायणमूर्ति की सुपुत्री अक्षता हैं। यह भी मानना होगा कि दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूत रखने में ब्रिटेन में बसे हुए 15-16 लाख प्रवासी भारतीयों की अहम भूमिका तो रही ही है। इनमें अफ्रीकी और कैरिबियाई देशों से आकर बसे भारतीय मूल के लोग भी हैं। ये सब ब्रिटेन और भारत के बीच एक पुल का काम कर रहे हैं। प्रवासी भारतीय ब्रिटेन में हर क्षेत्र में मौजूद हैं। अब चाहे वो व्यापार, राजनीति, खेल का क्षेत्र हो या कोई और, इन्होंने सबमें एक मुकाम हासिल किया है। एक खास बात यह भी है कि ब्रिटेन...
क्यों होते हैं भारतीय दूतावासों पर हमले

क्यों होते हैं भारतीय दूतावासों पर हमले

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- आर.के. सिन्हा हाल के दौर में ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका तथा आस्ट्रेलिया स्थित भारतीय दूतावासों/ उच्चायोगों पर लगातार हो रहे उग्र प्रदर्शन तथा हमले सिद्ध कर रहे हैं कि उपर्युक्त देशों की पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियां कितनी काहिल और नकारा हैं। वे इन हमलों को रोकने में नाकाम हैं। ये शर्मनाक है। बीते कुछ दिन पहले लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में लहरा रहे तिरंगे झंडे का जिस बेशर्मी से अपमान किया गया, उससे हरेक राष्ट्रवादी भारतीय का कलेजा फट रहा है। सारा भारत लंदन की घटना के कारण गुस्से में है। जिस भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने पर सारा भारत गर्व महसूस कर रहा था, वे अपने पुरखों के देश के तिरंगे का अपमान झेलते रहे। उन्हें भारत से कुछ सबक लेना चाहिए जहां पर 160 देशों के दूतावास तथा उच्चायोग कार्यरत हैं। पर मजाल है कि कोई प्रदर्शनकारी उनके अंदर चला जाए। उस देश के राष्ट्र ध्वज क...
प्रधानमंत्री पर जुर्माना

प्रधानमंत्री पर जुर्माना

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- डॉ. वेदप्रताप वैदिक प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भारत और दुनिया के कई प्रधानमंत्रियों को हमने जेल जाते हुए देखा है लेकिन कोई प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के पद पर विराजमान हो, उस पर उसकी पुलिस जुर्माना ठोक दे, क्या आपने ऐसा किस्सा कभी सुना है? ब्रिटेन में यही हुआ है। आजकल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक हैं। उन्हें लंदन की पुलिस ने जुर्माना देने के लिए मजबूर कर दिया। सुनक का अपराध बस यही था कि अपनी कार में यात्रा करते हुए उन्होंने पट्टा (बेल्ट) नहीं बांध रखा था। पट्टा तो वे बांधे हुए थे, क्योंकि कार में बैठे लोगों को पट्टा बांधना अनिवार्य है लेकिन हुआ यह कि कोई टीवी चैनलवाला पत्रकार उनसे भेंटवार्ता करने कार में आ बैठा। उन्होंने अपनी बेल्ट हटा दी, क्योंकि टीवी के पर्दे पर वह अच्छा नहीं दिखता। पुलिस या किसी ने उन्हें नहीं देखा। फिर भी लोगों को कैसे पता चला कि उन्होंने कान...
भारत-ब्रिटेन के मुक्त व्यापार समझौते के लिए आज से शुरू होगी छठे दौर की वार्ता

भारत-ब्रिटेन के मुक्त व्यापार समझौते के लिए आज से शुरू होगी छठे दौर की वार्ता

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन (India and Britain) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) (Free Trade Agreement (FTA)) के लिए छठे दौर की बातचीत सोमवार को यहां शुरू होगी। दरअसल, दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों (senior officials of both countries) के बीच होने वाली इस वार्ता का उद्देश्य एफटीए को जल्द पूरा करना है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक भारत-ब्रिटेन के बीच एफटीए को लेकर छठे दौर की वार्ता 12 दिसंबर से शुरू हो रही है। इस साल 13 जनवरी, 2022 को शुरू हुई इस वार्ता के तहत एक प्रमुख मुद्दा यात्री वाहन सहित वस्तुओं का व्यापार है। ब्रिटेन में हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों के बाद यह बातचीत फिर शुरू हो रही है। इससे पहले आखिरी दौर की वार्ता 29 जुलाई को हुई थी। इससे पहले वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पिछले महीने कहा था कि मुक्त व्यापार समझौता दोनों देश...
ब्रिटेन में ऋषि के आने से चमकने लगे टोरी

ब्रिटेन में ऋषि के आने से चमकने लगे टोरी

अवर्गीकृत
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा राजनीति में व्यक्ति की निजी छवि का असर कितना, कितनी दूर तक और कितनी जल्दी पड़ता है इसका जीता जागता उदाहरण इंग्लैंड में कंजरवेटिव पार्टी के नेता भारतवंशी ऋषि सुनक की ताजपोशी से देखा जा सकता है। कंजरवेटिव पार्टी का दावा है कि वह यूरोप की सबसे पुरानी पार्टी है। इस पार्टी के जन्म के तार 'टोरी' गुट से से जुड़े हैं। यह गुट 17वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में प्रकट हुआ था। कुछ माह पहले यही टोरी कमजोर पड़ रहे थे। लेबर पार्टी की लोकप्रियता बढ़ने लगी थी। सुनक के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही बदलाव शुरू हो गया है। पिछले कुछ सालों में कंजरवेटिव पार्टी अर्थात टोरियों को लेकर यूएस में लोगों में निराशा आई। देश संकटों से घिरा। दरअसल ब्रेक्जिट का निर्णय कहीं न कहीं यूरोपीय देशों को सुहाया नहीं है । तभी से इंग्लैंड के सामने चुनौतियों का पहाड़ भी खड़ा हुआ है। कोढ़ में खाज यह कि कोरोना के ...