नक्सलियों की कमर तोड़ने में क्यों नहीं मिल रही पूरी सफलता
- योगेश कुमार गोयल
नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बड़ा हमला करते हुए आईईडी से निशाना बनाकर सुरक्षाबलों की गाड़ी को विस्फोट से उड़ा दिया। इस हमले में एक चालक सहित डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के 10 जवान शहीद हो गए। माना जा रहा है कि नक्सलियों की मुखबिरी के कारण ही नक्सली इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हुए। हालांकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह रहे हैं कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अंतिम दौर में चल रही है और नक्सलियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, सरकार योजनाबद्ध तरीके से नक्सलवाद को खत्म करेगी लेकिन हकीकत यही है कि इसी प्रकार के बयान हर नक्सली हमले के बाद सुनने को मिलते रहे हैं। वास्तविकता यही है कि नक्सल समस्या बहुत पुरानी है, जिस पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है। सरकारें भले ही बदलती रही हों पर जमीनी हकीकत यही है कि नक्सली हमले नहीं रुके हैं। यदि छत्तीसगढ़ मे...