अहिल्याबाई होल्कर: भारतीय संस्कृति और मूर्तिमान वीरता की प्रतीक
- मृत्युंजय दीक्षित
राष्ट्र और धर्म के लिए समर्पित, भारतीय संस्कृति और मूर्तिमान वीरता की प्रतीक महारानी अहिल्याबाई होल्कर सशक्त भारतीय नारी का पर्याय हैं । रानी अहिल्याबाई होल्कर का जन्म महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंढ़ी नामक गांव में एक साधारण किसान माणिकोजी शिंदे के घर 31 मई, 1725 को हुआ था। उनकी माता का नाम सुशीला शिंदे था। उनके पिता शिवभक्त माणिकोजी किसान होने के साथ ही एक विचारवान व्यक्ति भी थे। उन्होंने अपनी पुत्री अहिल्याबाई को बचपन से ही शिक्षा देना प्रारम्भ कर दिया था। यह उस कालखंड की बात है जिसमें महिलाओं को शिक्षा नहीं दी जाती थी। अहिल्याबाई अध्ययनशील होने के साथ ही दयाभाव से कार्य करती थीं। पिता की शिव भक्ति का संस्कार भी उनके मन पर बहुत था।
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