Sunday, November 24"खबर जो असर करे"

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भाजपा की झोली कितनी भरेगी पूर्वोत्तर से

भाजपा की झोली कितनी भरेगी पूर्वोत्तर से

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- आर.के. सिन्हा जिस पूर्वोत्तर भारत में सूरज की किरणें सबसे पहले पहुंचती हैं वहां की जनता तैयार है, एकबार फिर लोकसभा चुनाव में अपना फैसला सुनाने के लिए। बेशक, भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में 370 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है , तो 25 सीटें पूर्वांचल प्रदेशों की भी उसमें शामिल हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में आगामी 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। अगर बात पिछले यानी 2019 के लोकसभा चुनाव की करें तो पूर्वोत्तर में भारतीय जनता पार्टी ने जो झंडे गाड़े थे, उसे इस बार भी थामे रखने का पूरा भरोसा है। इस भरोसे के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह विश्वास है कि उन्होंने जिस तरह से पूर्वोत्तर की विकास की योजनाएं सिरे चढ़ाई हैं, उसके बाद वहां की जनता उनकी पार्टी और सरकार को कभी नहीं भूलेगी। इसमें एक पक्ष यह भी है कि प्रधानमंत्री मोदी की तरह ही गृ...
भाजपा ने घोषणा पत्र को गारंटी का दस्तावेज बना दिया

भाजपा ने घोषणा पत्र को गारंटी का दस्तावेज बना दिया

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- डॉ. आशीष वशिष्ठ साल 1980 में स्थापना के बाद 1984 के आम चुनाव में पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संसदीय चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भाजपा के मेनिफेस्टो यानी घोषणा पत्र का शीर्षक था, 'टुवर्डस न्यू पॉलिटी' यानी नई राजनीति की ओर। घोषणा पत्र वह दस्तावेज होता है जो चुनाव लड़ने वाले सभी राजनीतिक दल जारी करते हैं। इसमें वे जनता के सामने अपने वादे रखते हैं। इसके जरिए बताते हैं कि वे चुनाव जीतने के बाद जनता के लिए क्या-क्या करेंगे। उनकी नीतियां क्या होंगी। सरकार किस तरह से चलाएंगे और उससे जनता को क्या फायदा मिलेगा। हालांकि, वास्तविकता में घोषणा पत्र वादों का पिटारा मात्र होता है, जिनसे जनता को लुभा कर वोट मांगा जाता है। ये वादे कितने पूरे होते हैं, यह अलग चर्चा का विषय है। घोषणा पत्र को लेकर ज्यादातर राजनीतिक दलों का रवैया, रात गई, बात गई वाला होता है। भारत के संसदीय इतिहास में भाजपा अब...
भाजपा ने राजनीति को सेवा करने का सर्वोत्तम माध्यम बनाया

भाजपा ने राजनीति को सेवा करने का सर्वोत्तम माध्यम बनाया

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- डॉ. आशीष वशिष्ठ देश के राजनीतिक इतिहास में छह अप्रैल का दिन खास अहमियत रखता है। "अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, कमल खिलेगा " भारतीय जनता पार्टी के पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी ने आज ही के दिन, 1980 में यानी 44 साल पहले, पार्टी की स्थापना के समय ये शब्द कहे थे। शायद उन्होंने यह बात पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए कही होगी लेकिन उस समय पार्टी कार्यकर्ताओं या फिर विपक्षी दलों में शायद ही किसी ने सोचा होगा कि आने वाले दिनों में अटल जी की बातें सही साबित होंगी। 1984 के लोकसभा चुनाव में केवल दो सीटें हासिल करने से लेकर 2019 के चुनाव में 303 सीटें जीतने वाली भाजपा ने अपने इस शानदार सफर में कई उतार-चढ़ाव भी देखे, बड़े झटके भी खाए और मायूसी भी महसूस की। धरातल पर बदलाव लाने के लिए राजनीति सबसे सशक्त माध्यम है। राजनीति के माध्यम से हम समाज के दबे-कुचले लोगों और उपेक्षित समुदायों...
डोनेशन लेना हर राजनीतिक पार्टी का हक, फिर भाजपा पर विवाद क्यों?

डोनेशन लेना हर राजनीतिक पार्टी का हक, फिर भाजपा पर विवाद क्यों?

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- डॉ. मयंक चतुर्वेदी देशभर में इस समय 'इलेक्टरोल बॉन्ड' पर राजनीति हो रही है। भारतीय जनता पार्टी को घेरने के लिए कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल इसे चंदे में सबसे बड़ा घोटाला बता रहे हैं। किंतु यह जानकर बड़ा ही आश्चर्य होता है कि जो सत्ता में नहीं हैं, उन्हें सत्ताधारी भाजपा से अधिक संयुक्त राशि मिली है। उसके बाद भी ये राजनीतिक दल पारदर्शिता की बात कर रहे हैं और हल्ला मचा रहे हैं! कांग्रेस पार्टी जो खुद ही 'इलेक्टरोल बॉन्ड' के जरिए करोड़ों रुपये का चंदा प्राप्त करने में सफल रही, वह किस नैतिकता की बात कह रही है? यह फिलहाल समझ नहीं आ रहा है! वैसे देखा जाए तो हर राजनीतिक पार्टी का यह हक है कि वह अपने दल को सुचारु रूप से चलाने के लिए चंदा ले सकती है। यहां भी जिन राजनीतिक पार्टियों को कंपनियों से चंदा मिला है, उस पर कानूनी तौर पर कोई कुछ भी प्रश्न नहीं उठा सकता है। क्योंकि यह किसी व्यक्ति,...
उत्तर प्रदेश में भाजपा के जातीय समीकरण के सामने पस्त विपक्ष

उत्तर प्रदेश में भाजपा के जातीय समीकरण के सामने पस्त विपक्ष

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- आशीष वशिष्ठ एक पुरानी राजनीतिक कहावत है कि दिल्ली का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है। कहते हैं यहां पर जिसने जितनी सीटें जीतीं, उसके लिए नई दिल्ली तक पहुंचने का रास्ता उतना ही आसान हुआ। उत्तर प्रदेश में विजय का परचम लहराने के लिए जातियों की समझ ही सब कुछ है। यहां विकास के नाम पर वोट भी तभी मिलता है, जब जातियों को सही तरह से साधा जाए। बात चाहे ओबीसी की हो, मुस्लिम की हो या सवर्ण समाज को साधने की, सभी का उत्तर प्रदेश की सियासत में अहम योगदान रहता है। यहां के बारे में एक कहावत चर्चित है कि यहां वोटर नेता को वोट नहीं देते बल्कि जाति को देते हैं। जाहिर है कि सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट वाले उत्तर प्रदेश पर हर पार्टी की नजर है। यहां भारतीय जनता पार्टी से लेकर सपा, कांग्रेस और बसपा भी अपना जनाधार मजबूत करने में पूरी ताकत के साथ जुट गई है। जाति, धर्म और वर्ग के आधार पर अपने-अपने वोट बैंक को दुरु...
मप्रः पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज से मिले CM डॉ. यादव, बोले- शिवराज भाजपा के लिए शुभंकर

मप्रः पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज से मिले CM डॉ. यादव, बोले- शिवराज भाजपा के लिए शुभंकर

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने शनिवार देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Former Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) से निवास पहुंचकर उनसे सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को विदिशा लोकसभा सीट (Vidisha Lok Sabha seat) से टिकट मिलने पर उत्साह की लहर है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान भाजपा के शुभंकर हैं। भगवान की कृपा से उन्हें जब भी मौका मिलता है वह और ज्यादा वोटों से चुनाव जीतते है। न सिर्फ विदिशा बल्कि प्रदेश और पूरे देश में उनकी भ्रमण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चौहान से मुलाकात के दौरान उनसे कई मामलों पर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश को मामा के अनुभवों को लाभ मिलना ही है। उन्होंने कहा कि एक-एक सीट मध...
हिट विकेट हो गए कमलनाथ

हिट विकेट हो गए कमलनाथ

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- रमेश सर्राफ धमोरा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ को भाजपा ने हिट विकेट कर दिया । एक सप्ताह से कमलनाथ के भाजपा में जाने की खबरें सुर्खियां बन रही थीं। मगर भाजपा आलाकमान ने कमलनाथ के लिए पार्टी के दरवाजे नहीं खोले। चर्चा है कि मध्य प्रदेश भाजपा द्वारा कमलनाथ के भाजपा प्रवेश का विरोध किए जाने के कारण पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कमलनाथ के भाजपा प्रवेश के कार्यक्रम को टाल दिया। अब कमलनाथ के सुर भी बदले-बदले नजर आ रहे हैं। वह बोल रहे हैं कि मैं कभी भी कांग्रेस नहीं छोड़ सकता हूं। मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं और रहूंगा। जबकि एक दिन पहले तक कमलनाथ के खासमखास सज्जन सिंह वर्मा ने खुलेआम कांग्रेस में कमलनाथ की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए उनके भाजपा में शामिल होने की पुष्टि की थी। मगर अब सज्जन वर्मा भी अपने बयानों से पलटते नजर आ रहे हैं। भाजपा में कमलनाथ को शामिल करने ...
भाजपा के मिशन 2024 से ही टीम भारत का निर्माण

भाजपा के मिशन 2024 से ही टीम भारत का निर्माण

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- संजय तिवारी भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव को एक अवसर मानते हुए अगले 25 वर्ष की नई राजनीतिक अवधारणा पर कार्य करना शुरू कर दिया है। इस बार के चुनाव में युवाओं और महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर टिकट देकर आगामी 25 वर्षों के लिए अत्यंत ऊर्जावान और क्रियाशील टीम भारत का आधार तैयार करने की रणनीति पर कार्य शुरू हो चुका है। यह सब विजन मोदी के सफल क्रियान्वयन के लिए आवश्यक भी है। इसके संकेत स्वयं प्रधानमंत्री के संसद के बजट सत्र में दिए गए विस्तृत संबोधन में भी दिखे हैं। इसको समझने के लिए प्रधानमंत्री के अमृतकाल की परिधि को भी समझना होगा। वर्ष 2047 तक के कालखंड को अमृतकाल मानते हुए भारत को विश्वगुरु बनाने का लक्ष्य निर्धारित हो चुका है। तब भारत अपनी स्वाधीनता के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा। उस समय तक राष्ट्र को सक्षम और अयंत ऊर्जावान राजनीतिक टीम की जरूरत होगी। ऐसे में प्रधानमंत...
मप्रः लोकसभा चुनाव के लिए BJP ने बनाई रणनीति, आचार संहिता से पहले मोदी-शाह के दौरे

मप्रः लोकसभा चुनाव के लिए BJP ने बनाई रणनीति, आचार संहिता से पहले मोदी-शाह के दौरे

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। लोकसभा चुनाव की तैयारियों (Lok Sabha election preparations) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय (Bharatiya Janata Party (BJP) Office) में लगातार दूसरे दिन रविवार को भी बैठक का दौर चला। प्रदेश चुनाव समिति की बैठक (State Election Committee meeting) में लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड़्डा के मध्य प्रदेश में दौरे होंगे। इसको लेकर बैठक में रणनीति तय की गई। प्रधानमंत्री का 11 फरवरी को झाबुआ में सभा प्रस्तावित है। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में रविवार को हुई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य डॉ. सत्यनारायण जट...