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Deepotsav 2023: 22 लाख 23 हजार दीपों से जगमगाई अयोध्या, फिर बना विश्व रिकॉर्ड

Deepotsav 2023: 22 लाख 23 हजार दीपों से जगमगाई अयोध्या, फिर बना विश्व रिकॉर्ड

देश
- ड्रोन से की गई दीपों की गणना, साल दर साल दर्ज हुआ नया रिकॉर्ड - राम मंदिर से पहले ही अवधपुरी ने किया राम का स्वागत अयोध्या (Ayodhya)। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अयोध्या (Maryada Purushottam Shri Ram's Ayodhya) ने एक बार फिर अपने ही रिकार्ड को तोड़ दिया (broke my own record) है। दीपोत्सव 2023 (Deepotsav 2023) में 22 लाख 23 हजार दीप प्रज्ज्वलित (22 lakh 23 thousand lamps lit) किए। पिछली वर्ष 2022 में प्रज्ज्वलित 15.76 लाख दीपों से यह संख्या लगभग छह लाख 47 हजार अधिक है। ड्रोन से की गई दीपों की गणना के उपरांत दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने एक बार फिर इस प्राचीन नगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के ...
श्रीराम की अयोध्या और जीवन संस्कार का संदेश

श्रीराम की अयोध्या और जीवन संस्कार का संदेश

अवर्गीकृत
- प्रभुनाथ शुक्ल श्रीराम हमारे आराध्य हैं। वह सनातन संस्कृत के ध्वजवाहक हैं। राम सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम ही नहीं हमारे समग्र संस्कार में समाहित हैं। राम के बिना पूरी हिंदू संस्कृति अधूरी है। वह जीवन दर्शन हैं। श्रीराम हमारे संस्कार हैं। हमें सद्चरित्र देते हैं। अत्याचार से लड़ने की ताकत देते हैं। विषम परिस्थितियों में भी जीवन को कैसे जिया जाए यह भी बताते हैं। श्रीराम के लिए धन, वैभव, यश, मान, सम्मान से कहीं अधिक ऊंचा उनका आचरण है। उन्हें सत्ता नहीं सदाचार प्रिय है। वह हमेशा मर्यादा में रहना चाहते हैं और हर प्राणी के सम्मान की रक्षा चाहते हैं। वह प्रजारंजक हैं। उपकार और परोपकार उनका जीवन दर्शन है। इसलिए राम हमारे कण-कण में विराजमान है। श्रीराम को भगवान के रूप में पूजने के बजाय हम उन्हें लोकनायक के रूप में अधिक समझ सकते हैं। तभी हमें चैत रामनवमी की सार्थकता समझ में आएगी। अयोध्या श्रीराम क...
पवित्र नगरी ओरछा को अयोध्या से जोड़ा जाएगा : गडकरी

पवित्र नगरी ओरछा को अयोध्या से जोड़ा जाएगा : गडकरी

देश, मध्य प्रदेश
-केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 6800 करोड़ की सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया कहा- मप्र और बुन्देलखंड की सड़क अधोसंरचना को वर्ष 2024 तक अमेरिका के बराबर पहुंचा देंगे भोपाल। केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बुन्देलखण्ड की धरती विशेषकर ओरछा में रामलला सरकार की भूमि पर आम लोगों के आवागमन से जुड़े बुनियादी कार्य को करने का सौभाग्य मिला है। जैसे अयोध्या को जनकपुर से जोड़ा जा रहा है, वैसे ही पवित्र नगरी ओरछा को भी अयोध्या से जोड़ा जाएगा, इसकी कार्य-योजना बना रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री गडकरी सोमवार को निवाड़ी जिले के ओरछा में 6800 करोड़ रुपये की लागत से 18 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। ओरछा एवं आसपास होगा श्रीराम पद-पथ का निर्माण केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने क...
पवित्र नगरी ओरछा को अयोध्या से जोड़ा जाएगा : गडकरी

पवित्र नगरी ओरछा को अयोध्या से जोड़ा जाएगा : गडकरी

देश, मध्य प्रदेश, राजनीति
-केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 6800 करोड़ की सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया कहा- मप्र और बुन्देलखंड की सड़क अधोसंरचना को वर्ष 2024 तक अमेरिका के बराबर पहुंचा देंगे भोपाल। केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बुन्देलखण्ड की धरती विशेषकर ओरछा में रामलला सरकार की भूमि पर आम लोगों के आवागमन से जुड़े बुनियादी कार्य को करने का सौभाग्य मिला है। जैसे अयोध्या को जनकपुर से जोड़ा जा रहा है, वैसे ही पवित्र नगरी ओरछा को भी अयोध्या से जोड़ा जाएगा, इसकी कार्य-योजना बना रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री गडकरी सोमवार को निवाड़ी जिले के ओरछा में 6800 करोड़ रुपये की लागत से 18 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। ओरछा एवं आसपास होगा श्रीराम पद-पथ का निर्माण केन्द्रीय मंत्री गड...

सुशासन और संस्कृति का पथ

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूर्णता की ओर है। श्रीराम वनगमन पथ का निर्माण भी प्रगति पर है। चित्रकूट इसका महत्वपूर्ण पड़ाव है। यहीं भाजपा का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्रमशः चित्रकूट और अयोध्या पहुंचे। चित्रकूट में उन्होंने शिविर के समापन सत्र को संबोधित किया। अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण करविकास कार्यों की समीक्षा की। सरकार और संगठन से संबंधित संबोधन यह प्रसंग अपने में बहुत कुछ कहता है। इसमें सुशासन और संस्कृति का संदेश समाहित है। भाजपा संगठन और सरकार इसके प्रति समर्पित है। यही वह तथ्य हैं जो भाजपा को अन्य पार्टियों से अलग करते हैं। सभी विपक्षी पार्टियां परिवार आधारित हैं। इन सभी की नजर वोट बैंक की सियासत पर रहती है। सरकार में रहने के दौरान इसी मानसिकता से कार्य किया जाता है। इसमें परिवार से ...