जनजाति संस्कृति एवं कला को संरक्षित रखने में कलाकारों का योगदान महत्वपूर्णः राष्ट्रपति
इंदौर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Draupadi Murmu) ने बुधवार शाम को इंदौर प्रवास के दौरान मृगनयनी एंपोरियम (Mrignayani Emporium) में बुनकरों द्वारा हाथकरघा पर तैयार की गई रेशम एवं कॉटन (silk and cotton) की चंदेरी, महेश्वरी साड़ियों को देखा। उन्होंने आदिवासी क्षेत्र के हस्तशिल्पी, बुनकरों एवं जनजाति कारीगरों के साथ चर्चा की और उनकी कला को सराहा। उन्होंने इन कलाकारों से चर्चा के दौरान कहा कि हमारी पुरानी संस्कृति (Old culture) एवं परम्परा को संजोकर एवं संरक्षित रखने की जरूरत है। यह कलाकार इसमें अच्छा योगदान दे रहे हैं। इन्हें प्रोत्साहन देने की जरूरत है, जिससे इन कलाकारों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।
राष्ट्रपति को इस मौके पर कलाकारों द्वारा अपने हाथों से निर्मित हस्तशिल्प भी भेंट किया गया। यह सभी कलाकार अपनी विधा में पारंगत हैं और राष्ट्रीय स्तर पर इनकी एक अलग ही पहचान है। यह सभी ...