स्मृति ईरानी अमेठी को क्यों नहीं समझ पाईं
- गौरव अवस्थी
अठारहवीं लोकसभा चुनाव में अमेठी से स्मृति ईरानी की हार ने सबको चौंका दिया। कारण, उन्होंने अपनी जीत का दावा बढचढ़कर किया था और राहुल गांधी को सीधे मुकाबले के लिए ललकारा था। स्मृति ईरानी को पराजय का स्वाद गांधी परिवार के उस करीबी किशोरी लाल शर्मा से चखना पड़ा है जिन्हें उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उन्होंने कोई महत्व ही नहीं दिया था। उनके इस दंभ का जवाब जनता ने ईवीएम का बटन दबा कर दिया। उन्होंने राहुल गांधी को 2019 के चुनाव में जितने वोटों से हराया था, उससे दोगुने से ज्यादा वोटो से गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा ने उन्हें परास्त कर दिया।
चुनाव परिणाम जानने के बाद लोगों की जिज्ञासा अब यह जानने में हो गई है कि जिस अमेठी पर स्मृति ईरानी को पांच साल में ही नाज हो गया था, आखिरकार उसने इतनी जल्दी उन्हें खारिज क्यों कर दिया। इसके एक नहीं अनेक कारण खोजे और गिनाए जा सकते हैं...