Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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गूगल ने भी माना हिन्दी का लोहा

गूगल ने भी माना हिन्दी का लोहा

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- योगेश कुमार गोयल आधुनिकता की ओर तेजी से अग्रसर कुछ भारतीय आज भले ही अंग्रेजी बोलने में अपनी आन, बान और शान समझते हों किन्तु सच यही है कि हिन्दी ऐसी भाषा है, जो प्रत्येक भारतवासी को वैश्विक स्तर पर मान-सम्मान दिलाती है। सही मायनों में विश्व की प्राचीन, समृद्ध एवं सरल भाषा है भारत की राजभाषा हिन्दी, जो न केवल भारत में बल्कि अब दुनिया के अनेक देशों में बोली जाती है। वैश्विक स्तर पर हिन्दी की बढ़ती ताकत का सबसे बड़ा सकारात्मक पक्ष यही है कि आज विश्वभर में करोड़ों लोग हिन्दी बोलते हैं और दुनियाभर के सैकड़ों विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है। दुनियाभर में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए वातावरण निर्मित करने तथा हिन्दी को अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रस्तुत करने के उद्देश्य से पिछले कई वर्षों से 10 जनवरी को ‘विश्व हिन्दी दिवस’ मनाया जाता है। यह दिवस वास्तव में अंतरराष्ट्रीय स्तर ...
धर्मशाला को भी मिल सकती है वनडे विश्व कप के मैच की मेजबानी

धर्मशाला को भी मिल सकती है वनडे विश्व कप के मैच की मेजबानी

खेल
- बीसीसीआई ने धर्मशाला सहित एक दर्जन स्टेडियमों का किया चयन धर्मशाला (Dharamshala)। भारत (India) में अक्टूबर माह में होने वाले एक दिवसीय विश्वकप (One Day World Cup) के लिए दुनिया के खूबसूरत स्टेडियमों में से एक धर्मशाला को भी मैच की मेजबानी (Dharamshala host the match) का मौका मिल सकता है। विश्व कप के लिए बीसीसीआई के चुने गए एक दर्जन क्रिकेट स्टेडियमों में धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम (Dharamshala Cricket Stadium) को भी चुना गया है। धर्मशाला के अलावा बीसीसीआई ने गुवाहाटी, मुबंई, हैदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, लखनउ, इंदौर और राजकोट सहित अहमदाबाद शहर का चयन किया है। बीसीसीआई ने हालांकि अभी तक विशेष स्थान का चयन नही किया है और न ही वार्म अप मैचों को लेकर शहर चुने हैं, लेकिन फिलहाल धर्मशाला और क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक बड़ी खबर है। बीसीसीआई प्रस्तावित इन क्रिकेट स्टेडियमों क...

गुजरात के हिंदुओं को भी है जीने का अधिकार !

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- विनोद बंसल संपूर्ण विश्व कभी भूल नहीं सकता 27 फरवरी, 2002 की वह कालिखमयी भोर, जब गुजरात के गोधरा स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस की एक बोगी धू-धू कर जल रही थी। अंदर फंसे स्त्री, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग चीत्कार कर रहे थे। सोते हुए रामभक्तों से भरी रेल की उस बोगी को षडयंत्र पूर्वक जलाकर उसमें सवार 59 निर्दोष कारसेवकों की किस तरह नृशंस हत्या की गई, कौन नहीं जानता। वे सभी कारसेवा करके अयोध्या से लौट रहे थे। हिंदू समाज के रोष, या यूं कहें कि क्रिया की प्रतिक्रिया के परिणाम स्वरूप गुजरात में कुछ घटनाएं हुईं और संपूर्ण हिंदू समाज उसमें उठ खड़ा हुआ। उसी दौरान की घटना है जिसके तहत बिलकिस बानो से बलात्कार और कुछ लोगों की हत्या के आरोप में 11 हिंदुओं को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। उस सजा की अवधि पूरी होने से पूर्व सामान्य न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार देश की सबसे बड़ी अदालत ने, उनके आचरण के आधार ...