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शिव राज में राम काज, श्रीराम पथ गमन- सब कर रहे नमन

शिव राज में राम काज, श्रीराम पथ गमन- सब कर रहे नमन

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- डॉ. मयंक चतुर्वेदी इसे राजनीतिक इच्छा शक्ति का प्रबल प्रवाह की कहा जाएगा कि पहले मध्य प्रदेश में रामपथ गमन के लिए सत्ता में आते ही प्रभावी कार्य योजना पर कार्य आरंभ किया गया, फिर स्थानों का चयन कर उनके विकास की चरणबद्ध अनेक योजनाएं संचालित होना शुरू हुईं और अब पूर्ण सफलता के लिए अंतिम कार्य श्री रामचन्द्र पथ-गमन वाले अंचलों के विकास के लिये "श्री रामचन्द्र पथगमन न्यास" के गठन की स्वीकृति देकर मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने इसे पूर्णता प्रदान कर देने का कार्य कर दिया है । प्रदेश मंत्रिमण्डल में इस कार्य को स्वीकृति देने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज का ट्वीट भी आया । ''राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं। वनवास के समय प्रभु श्री राम जिन मार्गों से होकर गुजरे, वहां हम राम वन गमन पथ बना रहे हैं। आज कैबिनेट ने 'श्री रामचंद्र पथ-गमन न्यास' के गठन का निर्णय लिया है, जो वहां होने वाले विभिन्न विकास कार...
सबके लिए एक-जैसा कानून क्यों नहीं ?

सबके लिए एक-जैसा कानून क्यों नहीं ?

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- डॉ. वेदप्रताप वैदिक भाजपा कई वर्षों से लगातार वादा कर रही है कि वह सारे देश में सबके लिए निजी कानून एक-जैसा बनाएगी। वह समान नागरिक संहिता लागू करने की बात अपने चुनावी घोषणा पत्रों में बराबर करती रही है। निजी मामलों में समान कानून का अर्थ यही है कि शादी, तलाक, उत्तराधिकार, दहेज आदि के कानून सभी मजहबों, जातियों और क्षेत्रों में एक-जैसे हों। भारत की दिक्कत यह है कि हमारे यहां अलग-अलग मजहब में निजी-कानून अलग-अलग तो हैं ही, जातियों और क्षेत्रों में अलग-अलग से भी ज्यादा परस्पर विरोधी परंपराएं बनी हुई हैं। जैसे हिंदू कोड बिल के अनुसार हिंदुओं में एक पत्नी विवाह को कानूनी माना जाता है लेकिन शरीयत के मुताबिक एक से ज्यादा बीवियां रखने की छूट है। भारत के कुछ उत्तरी हिस्से में एक औरत के कई पति हो सकते थे। भारत के दक्षिणी प्रांतों में मामा-भानजी की शादी भी प्रचलित रही है। आदिवासी क्षेत्रों में बहु ...