हिट एंड रन काबू करने एआई तकनीक होगी कारगर
- ऋतुपर्ण दवे
पुणे हिट एंड रन मामले के बाद एक बार फिर पूरे देश में इस संबंधी कानून और नियंत्रण पर नई बहस छिड़ गई है। इस दर्दनाक घटना के आरोपित को नाबालिग बताकर कानून की खामियों या कमियां, दोनों का भरपूर लाभ दिया गया। वह तो देशव्यापी जन आक्रोश को देखकर फैसला बदला गया वरना जिम्मेदारों ने तो अपना फर्ज निभा ही दिया था। निश्चित रूप से ऐसे मामले चर्चाओं में क्यों आते हैं बिना कुछ कहे सब एकदम साफ है। अब एक बार फिर कानून में सुधार पर नए सिरे से सोचना होगा। आरोपित की मंशा और दुर्घटना की परिस्थितियों तथा यदि उपलब्ध है तो डिजिटल साक्ष्य को ध्यान में रख कार्रवाई के लिए प्रभावी व पारदर्शी सुधारों की दरकार महसूस होने लगी है। यह यकीनन बड़ी चुनौती है लेकिन दोष-निर्दोष और अनजाने हुई दुर्घटना के बीच की महीन लकीरों को बिना मिटाए या प्रभावित किए, प्रभावी कार्रवाई चुनौती भी है और जरूरी भी।
पुणे दुर्घटना ...