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शिवराज की अगुवाई में ही मप्र बना कृषि क्षेत्र में अग्रणी, सात बार मिला कृषि कर्मण अवार्ड

शिवराज की अगुवाई में ही मप्र बना कृषि क्षेत्र में अग्रणी, सात बार मिला कृषि कर्मण अवार्ड

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार में नए मंत्रिमंडल के गठन के बाद सोमवार देर शाम मंत्रियों को विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण के साथ ग्रामीण विकास जैसे बड़े मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। शिवराज सिंह चौहान चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में ही मध्य प्रदेश कृषि क्षेत्र में अग्रणी राज्य बना है और लगातार सात बार कृषि कर्मण अवार्ड जीता है। शिवराज सिंह चौहान को उनके कद के अनुरूप महत्वपूर्ण मंत्रालय का दायित्व दिए जाने की संभावना जताई जा रही थी। मोदी सरकार की प्राथमिकता में किसान रहे हैं और शिवराज सिंह में कृषि क्षेत्र में कई नवाचार किए गए थे। उनके मुख्यमंत्रित्व काल में मध्य प्रदेश ने गेहूं के उपार्जन में देश में पहला स्थान प्राप्त किया। कृषि क्षेत्र में किए गए नवाचार देश ...
कृषि क्षेत्र की चुनौतियां और समाधान

कृषि क्षेत्र की चुनौतियां और समाधान

अवर्गीकृत
- कुलभूषण उपमन्यु हमारे देश में कृषि क्षेत्र के सामने कई चुनौतियां हैं । एक ओर किसान के लिए कृषि को लाभदायक बनाने की चुनौती है तो दूसरी ओर मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बचाने बढ़ाने की जरूरत है। मानव स्वास्थ्य का प्रश्न भी बहुत हद तक कृषि उत्पादों के जहर मुक्त होने पर निर्भर है। 140 करोड़ लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी तो है ही। इन सारी चुनौतियों को कुछ-कुछ निपटाने की क्षमता हो, ऐसी कृषि पद्धति की तलाश लंबे समय से रही है। हरित क्रांति के पहले, अन्न के संकट से देश दो-चार था। हरित क्रांति आई तो अपने साथ रासायनिक खाद और फसल की बीमारियों से लड़ने वाले जहर लेकर आई। इन रासायनिक छिड़कावों के बाद जहरीले तत्वों का कुछ प्रतिशत अनाज, फल और सब्जी में बचा रह जाता है। रासायनिक खाद मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को धीरे-धीरे घटाते जाते हैं और रासायनिक खाद की मात्रा की मांग बढ़ती जाति है। इससे कृषि की ला...
भारत के कृषि क्षेत्र को बदल सकता है पीएमकेएसके

भारत के कृषि क्षेत्र को बदल सकता है पीएमकेएसके

अवर्गीकृत
- डॉ. मनसुख मंडाविया आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 के अनुसार, देश की लगभग 65% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और 47% आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। कृषि एक समयबद्ध गतिविधि है जिसमें उत्पादन और उत्पादकता को अधिकतम करने के लिए सही समय पर सही कृषि-इनपुट की आवश्यकता होती है। कृषि-इनपुट कृषि के आवश्यक तत्व हैं और एक कुशल वितरण प्रणाली कृषि आय की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत में इनपुट सेवाओं का नेटवर्क बिखरा हुआ है और साइलो में बीज, उर्वरक, कीटनाशकों और उपकरणों के लिए अलग-अलग डीलर नेटवर्क काम कर रहे हैं। इसके अलावा, मिट्टी, बीज, उर्वरक की जांच की सुविधाएं और विभिन्न योजनाओं की जानकारी अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से असंबद्ध और टुकड़ों में किसानों तक पहुंचती है। यह व्यवस्था एक समुचित निर्णय लेने के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित समग्र जानकारी प्रदान करने में विफल रहता है। जिसका समाध...
मध्य प्रदेश सरकार के तीन साल, कृषि क्षेत्र में बेमिसाल

मध्य प्रदेश सरकार के तीन साल, कृषि क्षेत्र में बेमिसाल

अवर्गीकृत
- कमल पटेल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का गौरव-गान वैश्विक स्तर पर हो रहा है। देश के सशक्तीकरण में मध्य प्रदेश भी पूरी ताकत से सशक्त भारत के सपने को साकार करने के लगा है। विगत तीन वर्षों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश के किसानों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए सतत प्रयास हुए। चना, मसूर एवं सरसों का समर्थन मूल्य पर उपार्जन गेहूं के साथ करने के निर्णय से ही किसानों को हजारों करोड़ रुपये का अतिरिक्त लाभ हुआ है। प्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर पुरस्कार प्राप्त करने का भी रिकॉर्ड भी कायम किया है। कृषकों के परिश्रम से सिंचित हमारा प्रदेश नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। सरकार किसानों को फसल का अधिकतम समर्थन मूल्य दिलाने के लक्ष्य पर कार्य कर रही है। वर्तमान सरकार ने अप्रैल 2020 से किसानों को लाभान्वित करने के लिए गेहूं से पहले चना, मसूर ए...